संदेहवाचक वाक्य (Sandeh Vachak Vakya): व्याकरण में वाक्य का काफी महत्व है। वाक्य को समझने के बाद ही आप व्याकरण को स्पष्ट रूप से समझ पाएंगे। आज हम यहां पर वाक्य के मुख्य भाग संदेहवाचक वाक्य के बारे में विस्तार से जानने वाले है। Show संदेहवाचक वाक्य क्या होता है और संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा क्या है आदि के बारे में यहां पर विस्तार से वर्णन किया है। वाक्य के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण) संदेहवाचक वाक्य किसे कहते है?संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा: जिन वाक्य में किसी भी प्रकार की संभावना और सदेंह का बोध होता हो, उन वाक्य को संदेहवाचक वाक्य कहा जाता है। संदेहवाचक वाक्य के उदाहरण
प्रयुक्त उदाहरण में स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि मौसम की बिगड़ने की संभावना का बहुत किया जा रहा है। यहां पर किसी भी काम का निश्चित बोध ना होकर संभावना का बोध हो रहा है। इसीलिए इस उदाहरण को संदेहवाचक वाक्य अंतर्गत रखा जाएगा।
प्रयुक्त उदाहरण में स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है कि राधा के स्कूल न आने की संभावना जताई जा रही है। पक्का किसी को पता नहीं है कि राधा स्कूल आएगी या नहीं। लेकिन इस वाक्य में संभावना के माध्यम से बताया जा रहा है कि आज राधा स्कूल नहीं आएगी। यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।
इस वाक्य में स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है कि राधिका के सुधरने की बात कही जा रही है। परंतु यह बात संभावना के साथ बताई जा रही है। मतलब है कि राधिका पूरी तरह से सुधरी है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग हो सकता है राधिका सुधर गई है। अतः यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।
ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं कि यहां पर पापा के मानने की संभावना जताई जा रही है। इस वाक्य में सिर्फ अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद पापा मान गए होंगे। अतः यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।
ऊपर दिए गए एक उदाहरण में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि राम के स्कूल ना पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। जिस वाक्य में संभावना के जताने का बोध होता है। उस वाक्य को संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जाता है। संदेहवाचक वाक्य के कुछ अन्य उदाहरण
ऊपर दिए गए सभी उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएंगे क्योंकि इन वाक्य में संभावना जताई जा रही है। हमने क्या सीखा? हमने यहां पर संदेहवाचक वाक्य किसे कहते हैं, संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा आदि के बारे में विस्तार से पढ़ा है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह अच्छे से समझ आ गये होंगे, इन्हें आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। वाक्य के अन्य भेद
संदेह वाचक वाक्य कौन से हैं?संदेहवाचक वाक्य वह वाक्य होते हैं जिन में संदेह (शंका) के साथ बात करते हैं और अनुमान लगाया जाता है कि वह होने कि संभावना है। जैसे: आज वर्षा हो सकती है।
संकेतवाचक वाक्य का सही उदाहरण कौन सा है?तुम दसवीं में पढ़ो । इच्छावाचक वाक्य काश ! मनीषा दसवीं में पढ़ती । आज्ञावाचक वाक्य शीला !
संकेत वाचक वाक्य क्या है?संकेतवाचक वाक्य का परिवर्तन कैसे करें?
विधानवाचक वाक्य कौन से होते हैं?जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य रूप बोध हो, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं।
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