Short Note Show सुदामा की दीनदशा देखकर श्रीकृष्ण की क्या मनोदशा हुई? अपने शब्दों में लिखिए। Advertisement Remove all ads Solutionसुदामा की दीनदशा को देखकर श्रीकृष्ण को अत्यन्त दुख हुआ। दुख के कारण श्री कृष्ण की आँखों से अश्रुधारा बहने लगी। उन्होंने सुदामा के पैरों को धोने के लिए पानी मँगवाया। परन्तु उनकी आँखों से इतने आँसू निकले की उन्ही आँसुओं से सुदामा के पैर धुल गए। उनसे कहने लगे तुम इतने दिन कहाँ रहे? Concept: पद्य (Poetry) (Class 8) Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 12: सुदामा चरित - कविता से [Page 71] Q 1PrevQ 2 APPEARS INNCERT Class 8 Hindi - Vasant Part 3 Chapter 12 सुदामा चरित Advertisement Remove all ads सुदामा की दीन दशा देखकर कृष्ण की क्या स्थिति हुई *?वे अपने परम मित्र की दयनीय दशा को देखकर अत्यंत व्याकुल हो उठे। कृष्ण, जो दया के सागर हैं, वे अपने मित्र के लिए फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने सुदामा के पैरों को धोने के लिए न तो परात उठाई और न ही पानी; उन्होंने अपने मित्र के पैरों को अपने अश्रुओं से धोया, जो उनकी अंतर्मन की पीड़ा को स्पष्ट करता है।
सुदामा की दीन दशा देखकर कौन रोये?Solution : सुदामा की दीन दशा देखकर श्रीकृष्ण रो पड़े थे।
सुदामा कौन थे वे श्री कृष्ण के पास क्यों गए थे?➲ सुदामा श्रीकृष्ण के बचपन के बाल सखा थे।
उन्होंने श्रीकृष्ण के साथ ऋषि सांदीपनी के गुरुकुल में शिक्षा दीक्षा प्राप्त की थी। सुदामा साधारण परिवार से आते थे और जाति से ब्राह्मण थे। अपनी शिक्षा पूरी होने के बाद श्रीकृष्ण और सुदामा दोनों अपने-अपने घर चले गए. बाद में श्रीकृष्ण द्वारिका के राजा बन गए।
सुदामा श्री कृष्ण को लाया गया उपहार देने में संकोच क्यों कर रहे थे?उत्तर: द्वारका आते समय सुदामा की पत्नी ने कृष्ण के लिए उपहारस्वरूप थोड़े-से चावल एक पोटली में बाँधकर दिए थे। द्वारका पहुँचकर जब सुदामा ने कृष्ण का शाही वैभव तथा एशो-आराम देखा तो उन्होंने कृष्ण जैसे बड़े राजा के लिए चावल जैसा तुच्छ उपहार देना उचित न समझा। इसलिए वे संकोच कर रहे थे।
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