29 अप्रैल 2022 को क्या था? - 29 aprail 2022 ko kya tha?

आज वैशाख कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। चतुर्दशी तिथि आज रात 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। आज मास शिवरात्रि का व्रत किया जायेगा। आज शाम 6 बजकर 43 मिनट तक रेवती नक्षत्र रहेगा। आज दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक पृथ्वी लोक की भद्रा रहेगी। इसके आलावा 25 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुआ पंचक आज शाम 6 बजकर 43 मिनट पर समाप्त हो जायेंगे। आज सुबह 7 बजकर 53 मिनट पर शनि कुम्भ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए शुक्रवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।

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शुभ मुहूर्त

  • चतुर्दशी तिथि  - आज रात 12 बजकर 57 मिनट तक
  •  रेवती नक्षत्र  -   आज शाम 6 बजकर 43 मिनट तक 
  •  पृथ्वी लोक की भद्रा - आज दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक

आज का राहुकाल

  • दिल्ली- सुबह 10:40 से दोपहर 12:19 तक
  • मुंबई- दोपहर पहले 11:00 से दोपहर 12:36 तक
  • चंडीगढ़- सुबह 10:40 से दोपहर 12:20 तक
  • लखनऊ- सुबह 10:26 से दोपहर 12:04 तक
  • भोपाल- सुबह 10:40 से दोपहर 12:18 तक
  • कोलकाता- सुबह 09:57 से दोपहर पहले 11:34 तक
  • अहमदाबाद- दोपहर पहले 11:00 से दोपहर 12:37 तक
  • चेन्नई- दोपहर 10:32 से दोपहर 12:06 तक 

सूर्योदय-सूर्यास्त

  • सूर्योदय -  सुबह 05 बजकर 42 मिनट पर         
  • सूर्यास्त -  शाम 06 बजकर 54 मिनट पर

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इसके निम्नलिखित नियम हैं जैसे कि दैनिक पंचांग की बेहतर समझ के लिए इससे अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए। यह विभिन्न ज्योतिषीय घटनाओं के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से आपको कुछ भी नया शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय खोजने में मदद करता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त - हिंदू कैलेंडर में सूर्योदय से अगले सूर्यादय तक की अवधि को एक दिन माना जाता है। अतः, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है। सभी प्रमुख निर्णय सूर्य और चंद्रमा की स्थिति पर विचार करने के बाद ही लिए जाते हैं।

चंद्रोदय और चन्द्रास्त - अनुकूल समय का निर्धारण करने के लिए चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय हिंदू कैलेंडर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

शक संवत - शक संवत भारतीय आधिकारिक नागरिक कैलेंडर है, जिसे 78 ईस्वी में स्थापित किया गया था।

अमांत माह - हिंदू कैलेंडर, में जो चंद्र महीना अमावस्या के दिन समाप्त होता है, उसे अमांत माह के रूप में जाना जाता है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा कुछ ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।

पूर्णिमांत माह - हिंदू कैलेंडर में चंद्र महीना पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है उसे पूर्णिमांत माह के रूप में जाना जाता है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।

सूर्य राशि और चंद्र राशि - सूर्य चिह्न, राशि के आधार पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है और यह उसके जन्म के समय एक मूल राशि के राशि चक्र में सूर्य की स्थिति से निर्धारित होता है। चंद्र चिन्ह से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के भावनात्मक पहलू का पता चलता है, और यह उसके जन्म के समय मूल राशि के चार्ट में राशि चक्र की स्थिति से निर्धारित होता है।

पक्ष - तिथि को दो हिस्सों में बांटा गया है। प्रत्येक ‘आधे’ भाग को एक पक्ष के रूप में जाना जाता है। इसके दो पक्ष हैं, जैसेः शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।

शुभ समय / अच्छा समय

अभिजीत नक्षत्र - जब भगवान ब्रह्मा मकर राशि में स्थित होते हैं, तो इसे अभिजीत नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। नए कार्यों को करने और नई खरीदारी करने के लिए यह सबसे शुभ अवधियों में से एक माना जाता है।

अमृत ​​कालम् - यह अन्नप्राशन संस्कार और अन्य हिंदू अनुष्ठानों को करने का समय है। यह बहुत ही शुभ समय माना जाता है।

गुलिकई कालम् - गुलिका मंडा के बेटे उर्फ ​​शनि थे। इस समय को गुलिकई कालम् के नाम से जाना जाता है। इस अवधि के दौरान किसी भी कार्य की शुरुआत करना शुभ नहीं माना जाता है अतः इससे बचना चाहिए।

यमगंडा - यह एक अशुभ अवधि है, और किसी भी सफल और समृद्ध उद्यम के कार्य के लिए यह समयावधि वर्जित है।

दुर मुहूर्तम - यह दिन में एक बार सूर्यास्त से पहले एक बार आता है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले इस समय से बचना चाहिए

व्रज्याम कालम् - व्रज्याम या विशघटिका वह समय है जो वर्तमान दिन से शुरू होता है और आने वाले दिन से पहले समाप्त होता है। इसे सौम्य काल नहीं माना जाता है।

राहु कालम् - राहु की अवधि किसी भी कार्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है। किसी भी नई पहल के लिए राहु के प्रभाव से पूरी तरह बचा जाना चाहिए।

वैशाख मास (Vaisakh Month) के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी (Chaturdashi) तिथि पर किसी काम को करने के लिए कौन सा समय शुभ और कौन सा समय अशुभ साबित हो सकता है, इसे विस्तार से जानने के लिए जरूर देखें 29 अप्रैल 2022, शुक्रवार का पंचांग (Friday Panchang).

Aaj ka Panchang 29 April 2022 : हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग (Panchang) की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल (Dishashool) , भद्रा (Bhadra), पंचक (Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.

29 अप्रैल 2022 का पंचांग

(देश की राजधानी दिल्ली के समय पर आधारित)

विक्रम संवत – 2079, राक्षस शक सम्वत – 1944, शुभकृत्

दिन (Day)शुक्रवारअयन (Ayana)उत्तरायणऋतु (Ritu)वसंतमास (Month)वैशाखपक्ष (Paksha)कृष्ण पक्षतिथि (Tithi)चतुर्दशीनक्षत्र (Nakshatra)रेवती सायंकाल 06:43 बजे तक तदुपरांत अश्विनीयोग (Yoga)विष्कुम्भ सायंकाल 03:43 बजे तक तदुपरांत प्रीतिकरण (Karana)विष्टि दोपहर 12:38 बजे तक तदुपरांत शकुनिसूर्योदय (Sunrise)प्रात: 05:42 बजेसूर्यास्त (Sunset)सायं 06:55 बजेचंद्रमा (Moon)मीन राशि में सायंकाल 06:43 बजे तक तदुपरांत मेष राशि मेंराहु काल (Rahu Kaal Ka Samay)प्रात:काल 10:40 से दोपहर 12:19 बजे तकयमगण्ड (Yamganada)दोपहर 03:37 से सायंकाल 05:16 बजे तकगुलिक (Gulik)प्रात:काल 07:21 से 09:00 बजे तकअभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt)प्रात:काल 11:52 से दोपहर 12:45 बजे तकदिशाशूल (Disha Shool)पश्चिम दिशा मेंभद्रा (Bhadra)दोपहर 12:38 बजे तकपंचक (Pnachak)सायंकाल 06:43 बजे तक

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

29 अप्रैल 2022 को क्या है?

नई दिल्ली, Aaj Ka Panchang 29 April 2022: वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के साथ शुक्रवार का दिन है। चतुर्दशी तिथि रात 12 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। इसके साथ ही मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार हर मास शिवरात्रि का व्रत पड़ता है जिसे मास शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

29 अप्रैल को कौन सा त्यौहार है?

आज का व्रत व त्योहार – मासिक शिवरात्रि व्रत। आज का शुभ मुहूर्त 29 अप्रैल 2022 : अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक।

29 को कौन सा त्यौहार है?

Weekly Vrat Tyohar 29 August To 4 September 2022: हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी सहित इस सप्ताह पड़ रहे हैं ये व्रत त्योहार

29 तारीख को कौन सा नक्षत्र है?

आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshatra) : 29 अप्रैल 2022 को पंचांग के अनुसार रेवती नक्षत्र है. आज का दिन विशेष है. पंचांग के अनुसार 29 अप्रैल शुक्रवार को राहुकाल दोपहर: 1 बजकर 57 मिनट से दोपहर 3 बजकर 36 मिनट तक रहेगा.