इस आर्टिकल में व्याकरण क्या होता हैं, व्याकरण की परिभाषा और व्याकरण के प्रकार आदि के बारे में बताया गया हैं। जिसे आप पढ़कर आसानी से व्याकरण (Vyakaran) को समझ सकते हैं।
व्याकरण किसे कहते हैं – Vyakaran Kise Kahate Hain
नमस्कार दोस्तों, allhindi.co.in के एक नए लेख में आपका स्वागत है। आज की इस नए लेख में आप व्याकरण किसे कहते हैं , व्याकरण के भेद, के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके पिछले लेख में आपने भाषा के बारे में जाना था। तो आइए जानते है की व्याकरण किसे कहते हैं? और इसके कितने भेद होते हैं
इस लेख के मुख्य शीर्षक
1 व्याकरण किसे कहते हैं
2 व्याकरण के भेद:
3 वर्ण किसे कहते हैं?
4 शब्द किसे कहते हैं
5 पद किसे कहते हैं
6 वाक्य किसे कहते हैं ?
6.1 इस लेख के बारे में:
व्याकरण का अर्थ है- व्याकृत या विश्लेषण करने वाला शास्त्र। ‘व्याकरण वह शास्त्र है जो किसी भाषा को विश्लेषित करके उसके नियमो को स्पष्ट करता है तथा उस भाषा की शुद्ध जानकारी प्रदान करता हैं तथा उसे शुद्ध उच्चारित करने, लिखने और समझने की विधि बताता है। इसके द्वारा भाषा विशेष के वे नियम स्पष्ट किए जाते हैं जो शिष्ट एवं सुशिक्षित जनों के भाषा प्रयोग में दिखाई देते हैं।
व्याकरण किसे कहते हैं
वह शास्त्र जिसके द्वारा किसी भी भाषा को शुद्ध शुद्ध लिखना, बोलना तथा पढ़ना सिखाता है ऐसे शास्त्र को व्याकरण कहते हैं।
जब हम किसी भी भाषा को सीख रहे होते हैं तो उस समय उस भाषा का हमें सही ज्ञान नहीं होता है कि उस भाषा का कैसे प्रयोग करना है, कैसे उच्चारण करना है या फिर कैसे बोलना है इन सभी चीजों को समझने के लिए जिस माध्यम का प्रयोग करते हैं या जिस माध्यम से हम इन सारे नियमों को समझते हैं उसे व्याकरण कहते हैं।
किसी भी भाषा को शुद्ध रूप से बोलने लिखने तथा उच्चारण करने के लिए व्याकरण का आना बहुत ही आवश्यक है यदि आपको व्याकरण नहीं आते हैं तो आप बहुत सारी ऐसी गलतियां करेंगे जो आपको खुद नहीं पता होंगे।
हम कह सकते हैं किसी भी भाषा को शुद्ध रूप से लिखना शुद्ध रूप से पढ़ना तो शुद्ध रूप से बोलना जिस शास्त्र के द्वारा हम सीखते हैं उसे व्याकरण कहते हैं।
व्याकरण के भेद:
व्याकरण के अंग व्याकरण के चार अंग हैं
- वर्ण विचार
- शब्द विचार
- पद विचार
- वाक्य विचार
वर्ण किसे कहते हैं?
वह छोटी से छोटी से ध्वनि जिसके टुकड़े नहीं किये जा सकते है उसे वर्ण कहते हैं। जैसे अ, आ, इ, इत्यादि। एक शब्द को भी लिखने के लिए हमें वर्ण या अक्षर की जरूरत पड़ती हैं। हिंदी वर्णमाला में मुख्यत 52 वर्ण या अक्षर होते हैं। इनमे से 13 स्वर होते हैं तथा बाकी बचे वर्ण व्यंजन होते हैं। इसके अंतर्गत वर्षों के उच्चारण, वर्गीकरण, लेखन, संयोजन में चर्चा की जाती है।
शब्द किसे कहते हैं
जब दो या दो से अधिक वर्णों के जुड़ने से एक सार्थक अर्थ निकलता हो तो उसे शब्द कहते हैं जैसे की
राम, श्याम, बजरंगी ये सारे शब्द हैं जो दो वर्णों से अधिक जोड़ने पे मिले हैं। इसके अंतर्गत शब्दों के भेद व्युत्पत्ति और रचना आदि से सम्बंधित नियमों की जानकारी होती है।
जैसे: क + ल + म = कलम
रा + जे + श = राजेश
आप देख सकते है की दो या दो से अधिक वर्णों को सुव्यस्थित क्रम से जोड़ने पर एक नया शब्द प्राप्त होता हैं।
पद किसे कहते हैं
किसी भी वाक्य में हम मुख्य रूप से जिसकी बात करते है या उसकी कोई विशेषता बताते हैं ऐसे शब्दों को पद कहते हैं। इसके अंतर्गत संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण अव्यय आदि पदों के स्वरूप तथा प्रयोग पर विचार किया जाता है।
जैसे: राज एक बहुत अच्छा लड़का हैं।
अविनाश जानवरों से बहुत प्यार करता हैं।
इन वाक्यों में आप देख सकते हैं की राज और अविनाश की बात की गयी है इस वजह से इनको पद कहा जायेगा।
वाक्य किसे कहते हैं ?
शब्दों का एक ऐसा सार्थक समूह जिसका कोई खास अर्थ निकलता हो उसे वाक्य कहते हैं। या फिर वाक्य को हम इस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं की शब्दों का एक ऐसा समूह जिससे सुनने वालो व्यक्ति को यह स्पष्ट हो जाये की बोलने वाला व्यक्ति क्या बोलना चाहता हैं। इस शब्दों के समूह को वाक्य कहते हैं।
इस लेख में: भाषा किसे कहते हैं (परिभाषा और भेद)
व्याकरण किसे कहते हैंव्याकरण से सम्बंधित कुछ सवाल जवाब
प्रश्न: व्याकरण के कितने भेद होते हैं?
उत्तर: चार
प्रश्न: वर्णमाला में कितने वर्ण या अक्षर होते हैं?
उत्तर: 44
प्रश्न: व्याकरण किसे कहते हैं
उत्तर: वह शास्त्र जिसके द्वारा किसी भी भाषा को शुद्ध शुद्ध लिखना, बोलना तथा पढ़ना सिखाता है ऐसे शास्त्र को व्याकरण कहते हैं।
इस लेख के बारे में:
तो आपने इस लेख में जाना की व्याकरण किसे कहते हैं? इस लेख को पढ़कर आपको कैसा लगा आप अपनी राय हमें कमेंट कर सकते है। इस लेख में सामान्य तौर पर किसी भी प्रकार की कोई गलती तो नहीं है लेकिन अगर किसी भी पाठक को लगता है कि इस लेख में कुछ गलत है तो कृपया कर हमे अवगत करे। आपके बहुमूल्य समय देने के लिए और इस लेख को पढने के लिए allhindi की पूरी टीम आपका दिल से आभार व्यक्त करती है।
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2 thoughts on “व्याकरण किसे कहते हैं, व्याकरण के भेद, परिभाषा और प्रकार | Vyakaran kise kahate hain”
Lokesh
July 4, 2022 at 5:27 pm
Great Post Keep Good Working For Hindi Learners
ReplyAloneboy
October 15, 2022 at 4:48 am
Sir aapne vyakaran ke baare me bahut achhi jankari share kiya hai kya aap hame vyakaran ka PDF de sakate hai
व्याकरण किसे कहते हैं इसके कितने अंग हैं?
जिस शास्त्र में शब्दों के शुद्ध रूप और प्रयोग के नियमों का निरूपण होता है उसे व्याकरण कहते हैं। किसी भाषा की रचना को ध्यानपूर्वक देखने से जान पड़ता है कि उसमें जितने शब्दों का उपयोग होता है; वे सभी बहुधा भिन्न-भिन्न प्रकार के विचार प्रकट करते हैं और अपने उपयोग के अनुसार कोई अधिक और कोई कम आवश्यक होते हैं।व्याकरण की सरल परिभाषा क्या है?
किसी भी "भाषा" के अंग-प्रत्यंग का विश्लेषण तथा विवेचन "व्याकरण" कहलाता है, जैसे कि शरीर के अंग प्रत्यंग का विश्लेषण तथा विवेचन "शरीरशास्त्र" और किसी देश प्रदेश आदि का वर्णन "भूगोल"। यानी व्याकरण किसी भाषा को अपने आदेश से नहीं चलाता घुमाता, प्रत्युत भाषा की स्थिति प्रवृत्ति प्रकट करता है।व्याकरण का प्रकार क्या है?
व्याकरण के प्रकार (1) वर्ण या अक्षर (2) शब्द (3)वाक्य (1) वर्ण या अक्षर:-भाषा की उस छोटी ध्वनि (इकाई )को वर्ण कहते है जिसके टुकड़े नही किये सकते है। जैसे -अ, ब, म, क, ल, प आदि। (2) शब्द:-वर्णो के उस मेल को शब्द कहते है जिसका कुछ अर्थ होता है। जैसे- कमल, राकेश, भोजन, पानी, कानपूर आदि।व्याकरण का क्या महत्व है?
व्याकरण वह विद्या है जिसके द्वारा किसी भाषा को शुद्ध बोला, पढ़ा और शुद्ध लिखा जाता है। किसी भी भाषा के लिखने, पढ़ने और बोलने के निश्चित नियम होते हैं। भाषा की शुद्धता व सुंदरता को बनाए रखने के लिए इन नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। ये नियम भी व्याकरण के अंतर्गत आते हैं।