विकारी शब्द किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए - vikaaree shabd kise kahate hain udaaharan sahit likhie

विकारी शब्द की परिभाषा

ऐसे शब्द जो लिंग, वचन तथा काल से प्रभावित होकर अपना रूप बदले, उन्हें विकारी शब्द कहा जाता हैं.
जैसे-
लड़का- लड़के- लड़को (संज्ञा)
मैं, मैंने, मुझे, मुझसे (सर्वनाम)
नया,नई-नई (विशेषण)
आया, आई, आए, आओ (क्रिया)
अन्य उदाहरण में आपको समझाएं तो-
जैसे –
1. राम जयपुर में रहता है. – राम व श्याम जयपुर में रहते हैं.
2. सीता कपड़े धो रही है. – राम कपड़े धो रहा है.
3. वह काला है. – वे काले हैं.

ऊपर दिए गए उदाहरण से आप अच्छे से समझ गए होंगे कि विकारी शब्द किसे कहते हैं.आगे हम आपको विकारी के भेद के बारे में बताएंगे.

विकारी शब्द के भेद –

विकारी शब्द के निम्नलिखित चार प्रकार के भेद होते हैं-

1.संज्ञा
2.सर्वनाम
3.विशेषण
4.क्रिया

संज्ञा –
किसी प्राणी, व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम को संज्ञा कहा जाता है
जैसे, पुस्तक ,गाड़ी , पेड़, घर आदि

सर्वनाम–
वाक्य में संज्ञा की पुनरुक्ति को दूर करने के लिए संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं.
जैसे-
वह जाता है.
वह जाती है.
वह वस्तु कहाँ है?
यहाँ वह पुरुष, स्त्री तथा वस्तु आदि सभी के लिए प्रयुक्त हुआ हैं. अतः वह सर्वनाम है.

और पढ़े: शब्दालंकार किसे कहते है? और इसके सभी प्रकारों का वर्णन

विशेषण –
संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं.
जैसे- यह फूल लाल है. इस वाक्य में लाल विशेषण है
उसका घर सुंदर है वाक्य में सुंदर विशेषण है

क्रिया –
क्रिया वह शब्द है, जिससे किसी कार्य के करने या होने का बोध हो. क्रिया कहलाती है.
जैसे-
मैं घर जाता हूं इस वाक्य में जाना क्रिया का प्रयोग किया गया है.
सुरेश पत्र लिखता है इस वाक्य में लिखना क्रिया का प्रयोग किया गया है.

विकारी शब्द किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

जिन शब्दों का रूप लिंग, वचन और कारक के कारण परिवर्तित हो जाता है। विकारी अर्थात जिनमें विकार आ जाए, जो बदल जाए। विकारी शब्द वे शब्द होते हैं जो बाहरी प्रभाव से बदल जाते हैं जैसे- बूढ़ा से बुढ़ापा, बुढि़या आदि शब्द बन सकते हैं अर्थात इनमें विकार आ सकता है।

विकारी शब्द कौन कौन से हैं?

वह शब्द जो लिंग, वचन, कारक आदि से विकृत हो जाते हैं विकारी शब्द होते हैं। जैसे- मैं→ मुझ→ मुझे→ मेरा, अच्छा→ अच्छे आदि।

विकारी और अविकारी शब्द क्या होते हैं?

विकारी शब्द, लिंग, वचन, पुरुष, कारक, काल आदि से रूपांतरित होते रहते हैं। इसके अंतर्गत संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया आते हैं। अविकारी शब्द कभी और किसी परिस्थिति में अपने रूप को नहीं बदलते हैं। इसके अंतर्गत क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक, उपसर्ग, निपात आदि आते हैं।

विकारी शब्द से क्या तात्पर्य है?

1. विकारी शब्द : जिन शब्दों का रूप-परिवर्तन होता रहता है वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे-कुत्ता, कुत्ते, कुत्तों, मैं मुझे, हमें अच्छा, अच्छे खाता है, खाती है, खाते हैं। इनमें संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं।

Toplist

नवीनतम लेख

टैग