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ध्वनि कविता का संदेश क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि जिस प्रकार वसंत ऋतु के आगमन से सारी सृष्टि खिलकर मनमोहक बन जाती है उसी प्रकार हमें भी अपने श्रेष्ठ कार्यो से समाज, राष्ट्र व विश्व की आभामय बनाना चाहिए। एस कार्य करने चाहिए कि सभी हमारा यशगान करें।
ध्वनि पाठ के कवि कौन है?
इसे सुनेंरोकें1. ध्वनि कविता के कवि कौन है? सूर्यकांत त्रिपाती निरालाजयशंकर प्रसादमहादेवी वर्मा2. लाख की चूडियाँँ पाठ – Brainly.in.
ध्वनि कविता का मूल भाव क्या है?
इसे सुनेंरोकें“ध्वनि” कविता ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ द्वारा लिखी गई कविता है। इस कविता में कवि ने मानव को आशावादी बने रहने की प्रेरणा दी है। इस कविता का मूल भाव मानव को आशावादी बनाना है। कवि ने जीवन में कभी भी निराश ना होकर हमेशा आशावान लेने के लिए कहा है।
ध्वनि कविता के माध्यम से कवि सराय ू कार्य ांत त्रि पाठी नि राला क्या सन्देश देना चाहतहे ै?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: ध्वनि कविता के माध्यम से कवि जदीद ( नयी) पीढ़ी के युवकों को यह सन्देश देना चाहतें हैं कि वे आलस्य से मुक्त होकर चुस्त-दुरुस्त बन जाऐं। कवि ‘सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला’ चाहतें है कि नव पीढ़ी के युवाओं में जोश एवम् साहस का भाव उत्पन्न हो , जिससे वे अपनी ज़िन्दगी आह्लादित होकर जी सकें।
ध्वनि कविता में वसंत किसका प्रतीक है?
इसे सुनेंरोकेंवसंत का क्या प्रभाव दिखाई देता है? Answer: वन कवि के जीवन रूपी उपवन का और निद्रित कलियाँ-आलस्य में डूबे हुए नवयुवकों का प्रतीक है।
भगवान के डाकिये कविता के कवि कौन है *?
इसे सुनेंरोकेंभगवान के डाकिए / रामधारी सिंह “दिनकर”
अभी न होगा मेरा अंत पंक्ति में कवि का कौन सा भाव व्यक्त हुआ है?
इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता का भावार्थ (suryakant tripathi nirala poem dhwani in hindi): ध्वनि कविता की इन पंक्तियों में कवि निराला जी कहते हैं कि मैं सोये हुए फूलों यानि निराश लोगों को जीवन जीने की कला सिखा दूँगा। फिर, वो कभी उदास नहीं होंगे और अपना जीवन सुख से व्यतीत कर पाएंगे।
मेरे वन में मृदुल वसंत का क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकें’वन में मृदुल वसंत’ पंक्ति से आशय क्या है? Answer: वन में मृदुल वसंत का अभिप्राय है- वन रूपी जीवन में वसंत का आगमन होना है।