दादी माँ ने कौनसी चीज संभाल कर रखी थी? - daadee maan ne kaunasee cheej sambhaal kar rakhee thee?

दादी माँ का स्वभाव दयालु है।
उनके स्वभाव का यही पक्ष सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं।

जैसे - (i) रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करती हैं।

(ii) घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दादी माँ ने दादा जी द्वारा पहनाया गया कंगन अपने बच्चों को दे दिया।

        मेरे दादाजी हमेशा मेरे लिए चिंतित रहते हैं . वे मुझसे बहुत स्नेह और प्रेम करते हैं. मेरी छोटी-छोटी आवश्यकताओं का ध्यान रखते हैं साथ ही साथ में मुझे गलत काम करने पर डांटते भी हैं ताकि मेरा भविष्य उज्जवल हो सके .वह मुझे पढ़ाने के साथ-साथ मेरे साथ मैदान में खेलते भी हैं ताकि में शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनूँ . रात में सोने से पहले भी मुझे अच्छी अच्छी कहानियां और कविताएं सुनाते हैं और मेरा मार्गदर्शन करते हैं. हम सब मिलकर खाना खाते हैं मेरे दादाजी अनुशासन प्रिय हैं और उनका व्यक्तित्व अनुकरणीय है. मैं भी हमेशा उनकी बातों का पालन करता हूं और उनका सम्मान करता हूँ.

इसे सुनेंरोकेंमेरी दादी माँ का नाम सुनीता देवी है। 2. मेरी एक बहन और दो भाई है औऱ मेरी दादी माँ हम सब भाई बहनों को बहुत प्यार करती है।

दादी माँ बुखार का पता कैसे लगा लेती थी?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-3 दादी माँ ज्वर का अनुमान कैसे लगाती थीं? उत्तर – दादी माँ छू-छूकर ज्वर का अनुमान लगाती थीं। प्रश्न-4 दादी माँ कौन से जल से नहाकर आई थीं? उत्तर – दादी माँ जलाशय के झागभरे जल से नहाकर आई थीं।

लेखक को दादी माँ शापभ्रष्ट देवी क्यों कहा है?

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इसे सुनेंरोकेंExpert-verified answer लेखक ने दादी मां को शापभ्रष्ट देवी कहा क्योंकि दादी बहुत दयालु प्रवृत्ति की थी व सबके दुखों में उनकी सहायता करती थी। शाप भ्रष्ट देवी का अर्थ है जिसे देखते ही सबके शाप नष्ट हो जाते है।

दादी माँ किसकी मूर्ति थी?

इसे सुनेंरोकेंदादी माँ स्नेह एवं ममता की मूर्ति प्रतीत होती थीं। उनकी दादी माँ स्नेह एवं ममता की मूर्ति थीं। वह परिस्थितियों के चक्र को खूब जानती थी। इसी कारण सुख और दुख में वह समान समान भाव से रहने की कोशिश करने लगी थी। दादा की मृत्यु के बाद वह बहुत उदास रहती थी।

दादी मां ने कौन सी चीज संभाल कर रखी थी?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: दादी मां ने कौन सी चीज संभाल कर रखी थी? उत्तर: दादी मां ने घर में संदूक में सोने का कंगन संभाल कर रखते थे, जो कि दादा ने दादी को दिया था। परंतु परिस्थिति खराब आने के कारण दादी उस कंगन को बेचने के लिए विवश है। उस कंगन को दादी ने सहज कर रखा था, उसे आज तक नहीं पहना था।

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गूगल की दादी का क्या नाम है?

इसे सुनेंरोकेंकौन हैं Google Dadi प्राप्त जानकारी के मुताबिक गूगल दादी यानी सीतापति पटेल यूपी के मिर्जापुर जिले की रहने वाली हैं. उनका दिमाग नौजवानों से भी तेज है.

लोग झाग भरे जलाशयों में कब कूदते थे?

इसे सुनेंरोकेंवह क्वार के दिन याद करता है ,जब उसके गाँव में बरसात का पानी बहकर आता था। उस बहकर आये पानी में मोथा,साई की अधगली घांस ,घेउर और बन्प्याज की जड़ें तथा नाना प्रकार की बरसाती घासों के बीज बहकर आते थे। रास्तों में कीचड सूख जाता था ,इससे गाँव के लड़के किनारों पर झाग भरे जलाशयों में धमाके से कूदते थे।

दादी माँ के परिवार में कौन कौन थे?

सुबह उठकर दादी माँ सबसे पहले आँगन बुहारती और संवारती।…Sulabhbharti Solution for Class 7 Hindi Chapter 3 – Daadi Maa Ka Parivaar Page/Excercise प्रश्न-अभ्यास

लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती है?

Answer:

लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ मित्रों की याद आती है, किशन भैया की शादी, गाँव की बारिश में भीगना, ज्वर का आना, दादी माँ की सेवा तथा रामी चाची की घटना भी याद आती है।

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Question 2:

दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी?

Answer:

दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति इसलिए खराब हो गई क्योंकि उनके श्राद्ध में लेखक के पिताजी ने अतुल संपत्ति व्यय की और पहले का उधार लिया रूपया कोई नहीं दे रहा था।

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Question 3:

दादी माँ के स्वभाव का कौन सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?

Answer:

दादी माँ का स्वभाव दयालु है। उनके स्वभाव का यही पक्ष सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं।

जैसे - (i) रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता करती हैं।

(ii) घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दादी माँ ने दादा जी द्वारा पहनाया गया कंगन अपने बच्चों को दे दिया।

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Question 1:

आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े, जैसे-क्वार, आषाढ़, माघ। इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए।

Answer:

महीनों के नाम

मौसम

(i)

क्वार

गरमी का अंत, इस समय हल्की-हल्की ठंड होती है तथा आसमान साफ़ रहता है।

(ii)

आषाढ़

वर्षा का मौसम होता है, वर्षा न होने से गरमी भी होती है।

(iii)

माघ

इस महीने काफी सर्दी होती है।

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Question 1:

नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए-

ज़रा-सी कठिनाई पड़ते

अनमना-सा हो जाता है

सन-से सफ़ेद

• समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।

Answer:

समानता का बोध कराने वाले शब्द-

(i)

नीला-सा -

आसमान नीला-सा हो गया है।

(ii)

सुन्दर-सा -

इस बच्चें का चेहरा कितना सुन्दर-सा है

(iii)

गोल-सा  -

आज चंद्रमा बिल्कुल गोल-सा है।

(iv)

लम्बा-सा  -

यह लंबा-सा आदमी इधर ही आ रहा है।

(v)

छोटी-सी  -

वहाँ छोटी−सी लड़की खेल रही थी।

(vi)

सरिस  -

पीपर पात सरिस मन डोला।

(vii)

ज्यों   -

बोली ऐसी उसकी ज्यों कोयल की कूंक।

(viii)

जैसा  -

यह कपड़ा दूध जैसा सफ़ेद है।

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Question 2:

कहानी में 'छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं'-जैसे वाक्य आए हैं। किसी क्रिया को ज़ोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है। जैसे वहाँ जा-जाकर थक गया, उन्हें ढूँढ़-ढूँढ़कर देख लिया। इस प्रकार के पाँच वाक्य बनाइए।

Answer:

(i) बोल - बोलकर देख लिया।

(ii) देख - देखकर थक गया।

(iii) मार - मारकर थक गया।

(iv) मना - कर-कर के हार गई।

(v) सुन - सुन कर थक गया।

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Question 3:

बोलचाल में प्रयोग होने वाले शब्द और वाक्यांश 'दादी माँ' कहानी में हैं। इन शब्दों और वाक्यांशो से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है। ऐसे शब्दों और वाक्यांशो में क्षेत्रीय बोलचाल की खूबियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए-निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छौंका इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है। इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलयों में अलग ढंग से होता है, जैसे-चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है। निकसार, उरिन और बरह्मा शब्द क्रमश: निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं। इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होनेवाली भाषा/बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए।

Answer:

बोलचाल में उपयोग होने वाली भाषा/बोली से एकत्र दस शब्द

1. कार-परोजन

2. किरपा

3. किरपान

4. हिरदय

5. लच्छन

6. रमायन

7. कृशन

8. लक्षमन

9. लच्छमी

10. रिसतेदार

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Question 2:

'अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं'-लेखक के इस कथन के अनुसार यह बताइए कि किस मौसम में कौन-कौन सी चीज़ें विशेष रूप से मिलती हैं?

दादी मां ने कौन सी चीजें संभाल कर रखी थी?

अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं। आषाढ़ में आम और जामुन न मिलें, चिंता में नहीं, अगहन में चिउड़ा और गुड़ न मिले, दुख नहीं, चैत के दिनों में लाई के साथ गुड़ Page 2 दादी माँ की पट्टी न मिले, अफ़सोस नहीं, पर क्वार के दिनों में इस गंधपूर्ण झागभरे जल में में कूदना न हो तो बड़ा बुरा मालूम होता है।

दादी माँ ने किशन भैया को क्या तोहफा दिया था?

9. दादी माँ ने किशन भैया को क्या तोहफा दिया था? उत्तर: दादी माँ ने किशन भैया को चमकदार एक कंगन दिया जो दादा जी ने उन्हें कभी दिया थादादी माँ ने वह कंगन सालों से दादा की निशानी मानकर सहेजकर रखा था परंतु उन्होंने उसे तोहफे के रूप में किशन भैया को भेंट कर दिया था ताकि उन्हें जो तकलीफ है वह दूर हो सके।

दादी माँ के सामने क्या क्या रखा था और क्यों?

उत्तर : जब दादी माँ की मृत्यु हो गई , तब लेखक ने उसके सामने उनके साथ बिताई हुई सारी यादें और बाते उनके सामने रखी | लेखक दादी को बहुत प्यार करता था | बीमार पड़ने पे दादी दिन-रात सेवा करती थी | दादी सबके साथ प्रेम , भावना रखती थी | वह प्रेम , त्याग , आत्मविश्वास की स्वभाव की थी | दादी घर के सदस्यों तथा दूसरों की आर्थिक ...

दादी मां के उदास रहने का क्या कारण था?

दादा की मृत्यु के बाद से ही वे बहुत उदास रहतीं। संसार उन्हें धोखे की टट्टी मालूम होता। दादा ने उन्हें स्वयं जो धोखा दिया। वे सदा उन्हें आगे भेजकर अपने पीछे जाने की झूठी बात कहा करते थे।

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