होम /न्यूज /उत्तराखंड /कैंसर पीड़ितों को राहत: हल्द्वानी के कैंसर अस्पताल में मरीजों को मुफ्त मिलेंगी दवाइयां, कीमोथेरेपी भी फ्री
कैंसर पीड़ितों को राहत: हल्द्वानी के कैंसर अस्पताल में मरीजों को मुफ्त मिलेंगी दवाइयां, कीमोथेरेपी भी फ्री
Swami Ram Cancer Hospital Haldwani: राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अरुण जोशी ने बताया कि आयुष्मान व बीपीएल के मरीज ...अधिक पढ़ें
- News18 Uttarakhand
- Last Updated : August 10, 2022, 12:29 IST
रिपोर्ट- पवन सिंह कुंवर
हल्द्वानी. उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में स्थित स्वामी राम कैंसर अस्पताल (Swami Ram Cancer Hospital Haldwani) ने इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बड़ी राहत दी है. कैंसर मरीजों को अब अस्पताल में मुफ्त दवा और कीमोथेरेपी की सुविधा मिल रही है. अस्पताल में मिल रही सुविधा से अब हल्द्वानी ही नहीं बल्कि दूरदराज से आने वाले मरीजों को भी फायदा मिलेगा.
कैंसर जैसी बीमारी का नाम सुनते ही लोगों में डर पैदा हो जाता है. कैंसर की बीमारी न सिर्फ मरीज पर मानसिक तौर पर दबाव बनाती है बल्कि इसका इलाज कराने में परिवार कई बार कर्ज में भी डूब जाता है. कैंसर का इलाज अब कर्ज लेकर नहीं कराना पड़ेगा. स्वामी राम कैंसर अस्पताल ने इसके लिए बड़ा कदम उठाया है.
राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन की पहल से अब सभी तरह की दवाइयां प्रत्येक मरीज के लिए फ्री उपलब्ध होंगी. इसके लिए करीब 30 से अधिक कंपनियों से टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. आपको बता दें कि अस्पताल में करीब 50 प्रतिशत दवाइयां भी उपलब्ध हो चुकी हैं.
स्वामी राम कैंसर संस्थान के एचओडी प्रो. केसी पांडे ने बताया कि वैसे भी अधिकांश मरीज आयुष्मान योजना के तहत कवर हो जाते हैं. जो मरीज इस योजना में नहीं आते हैं, उनके लिए फ्री दवाइयां उपलब्ध कराने को लेकर पॉलिसी बन रही है.
इन लोगों को मिलेगा फ्री
इलाज और दवा
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अरुण जोशी ने बताया कि आयुष्मान व बीपीएल के मरीजों के अलावा अब हर किसी मरीज को कैंसर इलाज के लिए दवाइयां फ्री मिलेंगी. इसके लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे. अब सफलता मिली है. अस्पताल की ही दवाइयां लिखने के लिए डॉक्टरों व स्टाफ को निर्देशित किया गया है.
स्वामी राम कैंसर अस्पताल रामपुर रोड में सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के पास स्थित है.ज्यादा जानकारी के लिए आप अस्पताल के नंबर 09997859094 पर भी कॉल कर जानकारी ले सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Cancer, Cancer Survivor, Haldwani news
FIRST PUBLISHED : August 10, 2022, 12:29 IST
By उस्मान | Published: January 3, 2020 11:07 AM2020-01-03T11:07:56+5:302020-01-03T11:07:56+5:30
भारत में बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो यह नहीं जानते हैं कि देश में कैंसर के फ्री इलाज के लिए कौन-कौन से हॉस्पिटल हैं।
भारत के टॉप 10 कैंसर हॉस्पिटल, 5 हॉस्पिटल में होता है कैंसर का फ्री इलाज
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जो मरीज के जीवन का अंत कर देती है और कई परिवारों के जीवन को बर्बाद कर देती है। पिछले कुछ वर्षों में चिकित्सा विज्ञान में उन्नति के कारण कैंसर के उपचार के कई विकल्प हैं। भारत ने भी स्वास्थ्य विज्ञान में काफी तरक्की की है और यहां कई ऐसे बेस्ट हॉस्पिटल हैं, जहां कैंसर का इलाज संभव है। वैसे तो देश में कैंसर के लगभग 80 अस्पताल हैं लेकिन कई अस्पताल ऐसे भी हैं, जहां बेहतर तरीके से इलाज किया जाता है। हालांकि इन अस्पतालों में कैंसर के इलाज का खर्च अलग-अलग हो सकता है। चलिए जानते हैं भारत में कैंसर के बेस्ट हॉस्पिटल कौन से हैं।
1) टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई
2) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
3) द कैंसर इंस्टीट्यूट, अडयार, चेन्नई
4) अपोलो स्पेशलिटी हॉस्पिटल, चेन्नई
5) गुजरात कैंसर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, अहमदाबाद
6) राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र,
दिल्ली
7) किदवई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी, बेंगलुरु
8) रीजनल कैंसर सेंटर, तिरुवनंतपुरम
9) एचसीजी, बेंगलुरु
10) पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
कैंसर के इलाज में कितना खर्चा आता है?
हाल के वर्षों में कैंसर होने का जोखिम काफी हद तक बढ़ गया है, और इसलिए उपचार की लागत बढ़ गई है। वास्तव में कैंसर के उपचार की लागत इतनी हो गई है कि एक आम आदमी के पूरे जीवन की बचत खत्म जो सकती है। चार कीमोथेरेपी साइकल की लागत करीब 5 लाख रुपये है।
लिम्फ नोड बायोप्सी, एक बोन मेरो टेस्ट, एक एंडोस्कोपी, एक पीईटी स्कैन और स्पेशल एंटीकैंसर ड्रग्स मिलाकर कुल खर्च करीब 10 लाख रुपये तक हो सकता है। स्टेज और उपचार के विकल्पों के आधार पर, छह महीने के लिए दवाओं पर 2.5 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं और इस तरह यह रकम 20 लाख रुपये तक पहुंच सकती है।
स्वास्थ्य बीमा योजना से भी नहीं चलेगा काम
हालांकि अधिकांश स्वास्थ्य बीमा नीतियां आज कैंसर सहित लगभग सभी प्रमुख गंभीर बीमारियों को कवर करती हैं, लेकिन वे आमतौर पर केवल अस्पताल में भर्ती होने के लिए भुगतान करती हैं क्योंकि वे क्षतिपूर्ति योजनाएं हैं। आमतौर पर, पॉलिसीधारक लगभग 5 लाख रुपये की बीमा राशि का निपटान करते हैं, जो कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की लागत को पूरा करने के लिए बहुत कम है।
हालांकि, गंभीर बीमारी (CI) बीमा योजनाएं कैंसर सहित विशिष्ट बीमारियों के लिए आवश्यक महंगे उपचारों के लिए भुगतान करने में मदद करती हैं, लेकिन दावा केवल उन्नत चरण में लागू होता है जब घातक ट्यूमर अनियंत्रित वृद्धि दिखाता है। हालांकि एक कैंसर-विशिष्ट और एक समर्पित कैंसर बीमा योजना के जरिये कैंसर का इलाज संभव है।
इन अस्पतालों में होता है कैंसर का फ्री इलाज
भारत में बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो यह नहीं जानते हैं कि देश में कैंसर के फ्री इलाज के लिए कौन-कौन से हॉस्पिटल हैं। अगर आपके परिवार में कोई कैंसर से पीड़ित है, तो आपको उसके इलाज में आने वाले खर्चे को लेकर परेशान होनी की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश में ऐसे कई बड़े बेहतर हॉस्पिटल हैं, जहां कैंसर का फ्री इलाज होता है। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई, किदवई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी, बैंगलोर, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल कोलकाता, रीजनल कैंसर सेंटर, तिरुवनंतपुरम, कैंसर केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मुंबई।