शिव जी को कौन सा रंग पसंद है? - shiv jee ko kaun sa rang pasand hai?

सोमवार के दिन भगवान शिव के पूजन करने का अधिक महत्व माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसलिए इस दिन लोग भगवान शंकर की पूजा के साथ- साथ व्रत आदि भी करते हैं। विशेष तौर पर इस दिन दंपत्ति अगर मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है। वैवाहिक जीवन के अलावा भी सोमवार का व्रत व्यक्ति के लिए हितकारी माना जाता है।

भगवान शिव एकमात्र एेसे देव हैं, जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन अगर इनकी पूजा-अर्चना में किसी प्रकार की भूल हो जाए तो भगवान रूष्ट हो सकते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इनकी पूजा में कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। तो आईए जानें इनकी पूजा में कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  1. पूजा के वस्त्र : शिव पूजा के दौरान पहने जाने वाले वस्त्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। शास्त्रों के हिसाब से शिव भगवान की पूजा के समय हरे रंग के कपड़े पहनना काफी शुभ माना जाता है, पर अधिकतर लोग इसका पालन नहीं करते और किसी भी रंग के वस्त्र पहनकर पूजा किया करते हैं उन पर भगवान भोलेनाथ की कृपा नहीं हो पाती और न ही पूजा का सही परिणाम मिल पाता है।
  2. सोमवार के दिन पूजा करते हुए काले कपड़े भूलकर भी नहीं पहननें चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं की माने तो भगवान शिव को काला रंग पसंद नहीं है और काले रंग के वस्त्रों से वे क्रोधित हो जाते हैं, ऐसे में शिव पूजा के दौरान काले कपड़े पहनने से हमेशा बचें और कोशिश करें कि सोमवार को शिव पूजा में हरा, केसरिया, लाल, सफ़ेद, पीला या आसमानी रंग के वस्त्र ही धारण करें। इसी के साथ इन बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि कपड़े साफ़ हो, क्योंकि एेेसे वस्त्र शुद्ध होने के साथ-साथ आरामदायक होते हैं। पूजा में एेेसे वस्त्र पहनकर बैठने से व्यक्ति का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकटा। वहीं धार्मिक मान्यता है कि पुरुषों के लिए पूजा के दौरान धोती पहनना शुभ रहता है।
  3. मान्यता है कि शिवजी को सफेद रंग के फूल पसंद होते हैं, पर वहीं केतकी का फूल सफेद होने के बावजूद शिवजी की पूजा में नहीं प्रयोग होता है, वहीं भगवान भोलेनाथ की पूजा में शंख से जल अर्पित करने का विधान भी नहीं , इसलिए ऐसा करने से दुरी बनानी चाहिए।
  4. भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग भी वर्जित माना गया है। साथ ही शिव पूजा में तिल का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, ऐसे में तिल भगवान विष्णु को तो अर्पित किया जाता है पर शिव जी को नहीं चढ़या जाता ।
  5. शिव जी की पूजा में अगर आप चावल चढ़ाते हैं तो इस बात विशेष ध्यान रखें कि वे चावल खंडित यानि टूटे हुए नहीं होने चाहिए
  6. भगवान भोलेनाथ को आप नारियल तो चढ़ा सकते हैं, पर नारियल का पानी कभी नहीं चढ़ाना चाहिए।
  7. हल्दी और कुमकुम उत्पत्ति के प्रतीक माने गए हैं, ऐसे में इनका प्रयोग भी शिव जी के पूजन में नहीं होना चाहिए।

lord shiva : माना जाता है कि इस रंग को महाशिवरात्रि के दिन पहनने से खुश हो सकते हैं महादेव.

Mahashivratri 2022: भोलेनाथ के भक्तों के लिए महाशिवरात्री का दिन किसी महापर्व से कम नहीं होता. इस वर्ष महाशिवरात्रि 1 मार्च के दिन है. महाशिवरात्रि के दिन भक्त शिवजी की पूरे मन से पूजा-अर्चना करते हैं. माना जाता है कि जो लड़कियां महाशिवरात्री के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) का व्रत रखती हैं उन्हें अच्छे और योग्य वर की प्राप्ति होती है. हालांकि, शिवजी की पूजा लड़के भी बड़े चाव से करते हैं. महाशिवरात्री (Mahashivratri) पर यदि आप भी भगवान शिव को प्रसन्न करने की सोच रहे हैं तो जान लीजिए क्या पहनना इस दिन सबसे सही व शुभ माना जाता है.

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शिवरात्री पर क्या पहनना माना जाता है शुभ | What is considered to be auspicious to wear on Mahashivratri

शिवरात्री के दिन हरा रंग पहनना सबसे शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन हरा पहनने वालों से भोलेनाथ (Bholenath) प्रसन्न होते हैं. हरे रंग के सूती कपड़ों के अलावा लाल, सफेद, पीला और संतरी रंग पहनना भी शुभ माना जाता है. महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है. कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी (Shiv Ji) को बिल्कुल पसंद नहीं हैं. लड़कों का इस दिन धोती पहनना भी शुभ माना जाता है. 


ध्यान रखें ये बातें

महाशिवरात्रि के दिन लड़कियां बेहद शौक से तैयार होना पसंद करती हैं. ऐसे में पूजा करने मंदिर जाते हुए उन्हें कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. 

- माना जाता है कि बहुत ज्यादा मेकअप करके पूजा नहीं करनी चाहिए. आप जितने सादे-भाव से पूजा करते हैं उसे उतना ही अच्छा माना जाता है. 

- नए वस्त्र धारण करने को अनिवार्य नहीं माना जाता लेकिन पूजा के लिए बिना धुले कपड़े पहनकर जाने को गलत कहते हैं. 

- भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे शिवलिंग (Shivalinga) पर चढ़ायी गई सामग्री का सेवन ना करें क्योंकि मान्यताओं के अनुसार इसे अशुभ कहा गया है. 

- जो व्रत रखते हैं उन्हें काले के साथ-साथ डार्क रंग के कपड़े पहनने से भी मना किया जाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

महादेव को कौन सा रंग प्रिय है?

धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।

शिव जी को कौन सा रंग पसंद नहीं है?

महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है. कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी (Shiv Ji) को बिल्कुल पसंद नहीं हैं.

शिवरात्रि में कौन से रंग के कपड़े पहने?

हरे रंग के अलावा आप आज के दिन लाल, सफेद, पीला और संतरी रंग भी पहन सकते हैं। ये सभी रंग आज के दिन पहनना शुभ माना जाता है। महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है। मान्यता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी को बिल्कुल पसंद नहीं हैं।

शिव को कौन सा फल पसंद है?

मदार और धतूरे के फल और फूल प्रकृति में विषैले होते हैं लेकिन भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। इनका वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है।

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