स्टोरी हाइलाइट्स
- रूस से तेल खरीदने की कोशिश में श्रीलंका
- श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की भारी कमी
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) के सामने हर दिन नई मुश्किलें खड़ी हो जा रही हैं. विदेशी मुद्रा की भारी कमी की वजह से श्रीलंका अपने नागरिकों के लिए जरूरी चीजों का आयात नहीं कर पा रहा है. इस वजह से ईंधन (Fuel) का संकट गहरा गया है और पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. खबर है कि श्रीलंका में पेट्रोल की कीमत में 50 श्रीलंकाई रुपये और डीजल की कीमतों में 60 श्रीलंकाई रुपये की बढ़ोतरी हुई है. बैंकिंग और लॉजिस्टिक समस्याओं की वजह से तेल का शिपमेंट श्रीलंका नहीं पहुंच सका है.
470 रुपये लीटर पेट्रोल
ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल की कीमत 470 श्रीलंकाई रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 460 श्रीलंकाई रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है. ईंधन बेचने वाली सरकारी रिफाइनरी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (CPC) ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी रविवार रात दो बजे से लागू हो गई है. श्रीलंकाई सरकार ने ईंधन संकट के कारण आवाजाही को कम करने के लिए स्कूलों के साथ-साथ गैर-जरूरी सरकारी संस्थानों को दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया था.
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श्रीलंका नहीं पहुंच पाया तेल
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी नागरिकों से आग्राह किया था कि वे ईंधन का इस्तेमाल संयमित तरीके से करें. श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री ने बीते दिनों वाहन चालकों से ईंधन की हो रही कमी के लिए माफी मांगी थी. ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा (Kanchana Wijesekera) ने कहा था कि पिछले सप्ताह आने वाले तेल के शिपमेंट नहीं पहुंचे हैं. बैंकिंग समस्याओं की वजह से आने वाले सप्ताह में भी तेल श्रीलंका नहीं पहुंच पाएंगे.
रूस से तेल खरीदने की कोशिश
मंत्री ने कहा कि श्रीलंका रूस से तेल खरीदने के विकल्प तलाश रहा है. विदेशी मुद्रा भंडार की गंभीर कमी के कारण आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका अपने घटते ईंधन स्टॉक को फिर से भरने की पूरी कोशिश कर रहा है. गंभीर होती स्थिति को देखते हुए ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा ने जोर देकर कहा कि सरकार रूस से तेल खरीदने के विकल्प तलाश रही है.
उन्होंने कहा कि आखिरी जहाज जो आने वाला था, वह एक रूसी जहाज था. दो मंत्री ईंधन और अन्य राजनयिक मामलों पर चर्चा करने के लिए सोमवार को रूस की यात्रा पर जाने वाले हैं. पिछले हफ्ते, श्रीलंका सरकार ने कच्चे तेल की खरीद के लिए कोलंबो में रूस के दूतावास द्वारा सुझाई गई कई कंपनियों से संपर्क किया था.
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आर्थिक संकट से जूझ रहे भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में पेट्रोल की कीमत में राहत मिली है. महंगाई की मार झेल रहे श्रीलंका में पेट्रोल (Petrol Price in Sri lanka) में 40 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है, जबकि डीजल के भाव में कोई फेरबदल नहीं हुआ है.
श्रीलंका की सरकार ने शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 40 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी है. जिससे देश में पहली बार डीजल का भाव पेट्रोल की कीमत से अधिक हो गया. श्रीलंका में अब डीजल पेट्रोल से महंगा बिक रहा है.
श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचन विजयशेखर ने शनिवार, 01 अक्टूबर को पेट्रोल की कीमत में कटौती का ऐलान करते हुए कहा कि पेट्रोल की नई कीमत अब 410 श्रीलंकाई रुपये प्रति लीटर होगी. बता दें कि पेट्रोल के भाव में कटौती से पहले पेट्रोल 450 श्रीलंका रुपये के भाव पर बिक रहा था.
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वहीं, श्रीलंका में डीजल की कीमत अब भी 430 श्रीलंकाई रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है. इस तरह डीजल की कीमत अब पेट्रोल से अधिक हो गई है. बता दें कि बीते महीने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में गिरावट देखने को मिल रही है. क्रूड ऑयल का भाव 90 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है. हालांकि, भारतीय तेल कंपनियों ने 4 महीने से अधिक समय से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई फेरबदल नहीं किया है. ऐसे में देश भर में वाहन ईंधन पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं.
Sri Lanka Petrol Diesel: श्रीलंका में केवल 1100 टन पेट्रोल और 7500 टन डीजल (Diesel) ही बचा हुआ है. इतनी मात्रा एक दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं होती है.
श्रीलंका में पेट्रोल और डीजल की हुई कमी.
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बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) में इन दिनों ईंधन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. देश में स्थिति यह हो गई है कि पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel) पूरी तरह से खत्म होने वाला है. श्रीलंका में सिर्फ एक ही दिन का पेट्रोल और डीजल बचा हुआ है. ऐसे में 10 जुलाई तक सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही प्राथमिकता के आधार पर पेट्रोल (Petrol) और डीजल दिए जाने का फैसला लिया गया है. रिपोर्ट की मानें तो श्रीलंका में केवल 1100 टन पेट्रोल और 7500 टन डीजल (Diesel) ही बचा हुआ है. इतनी मात्रा एक दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं होती है. 10 जुलाई तक सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही ईंधन देने की प्राथमिकता का ऐलान किया गया है.
श्रीलंका पिछले काफी दिनों से आर्थिक संकट की मार झेल रहा है. इन दिनों श्रीलंका में पेट्रोल और डीजल की कमी को देखते हुए दोनों ही ईधन के दामों में भी बढ़ोतरी की गई है. रविवार को हुई इस बढ़ोतरी के बाद श्रीलंका में पेट्रोल 470 श्रीलंकाई रुपये और डीजल 460 श्रीलंकाई रुपये हो गया है. श्रीलंका में पेट्रोल की कीमत में 50 श्रीलंकाई रुपये और डीजल की कीमतों में 60 श्रीलंकाई रुपये बढ़ाए गए हैं. पिछले दो महीनों में तीसरी बार ईंधन की कीमतें बढ़ाई गई हैं.
भुगतान करने में असमर्थ है श्रीलंका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के ईंधन विक्रेता सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के सूत्रों ने जानकारी दी है कि ऊर्जा मंत्री ने रविवार को घोषणा की है कि देश में जरूरी सेवाओं को ही पेट्रोल और डीजल देने की प्राथमिकता होगी. मंत्री की ओर से ईधन के जहाज के आयात को लेकर पिछले दिनों जानकारी दी गई थी. लेकिन अब दूसरा जहाज श्रीलंका कब पहुंचेगा, ये किसी को नहीं पता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोई भी जहाज ईंधन लादकर श्रीलंका नहीं आ रहा है. क्योंकि श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईंधन की कीमतों का भुगतान करने में असमर्थ रहा है. ऐसे में किसी भी नए जहाज के आने की कोई संभावना नहीं है.
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कंपनियों ने श्रीलंका को काली सूची में डाला
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कर्ज का भुगतान समय पर ना करने के कारण श्रीलंका को कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ओर से काली सूची में डाल दिया गया है. कंपनियां अब श्रीलंका के लिए इंटरनेशनल गारंटी को तवज्जो दे रही हैं. वहीं आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के एक वरिष्ठ मंत्री ने रविवार को कहा कि उनका देश रूस से रियायती दर पर तेल खरीदने के विकल्प तलाश रहा है. विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी के कारण ईंधन की भारी किल्लत का सामना कर रहे श्रीलंका के बिजली एवं ऊर्जा मंत्री कंचन विजयशेखरा ने कहा कि सरकार रूस से तेल खरीदने के विकल्प तलाश रही है. इसके लिए श्रीलंका राजनयिक माध्यमों की तलाश कर रहा है.
उन्होंने ईंधन लेकर आने वाले जहाज के आने में देरी पर कहा, श्रीलंका आने वाला पिछला जहाज एक रूसी जहाज था. हमारे पहले ऋण पत्र को अंतरराष्ट्रीय बैंकों ने इसलिए खारिज कर दिया, क्योंकि उस जहाज का स्वामित्व एक रूसी कंपनी के पास था. उन्होंने कहा कि दो मंत्री ईंधन और अन्य राजनयिक मामलों पर चर्चा करने के लिए सोमवार को रूस की यात्रा पर जाने वाले हैं. श्रीलंका सरकार ने पिछले हफ्ते कच्चे तेल की खरीद के लिए रूसी दूतावास द्वारा सुझाई गई कई कंपनियों से संपर्क साधा था. (इनपुट भाषा से भी)