संक्षारण क्या है इसे रोकने के उपाय?
जंग लगी हुई अर्थात जिस सतह का संक्षारण होता है उसे संक्षारक सतह कहते है। यही कारण होता है कि लोहे की चीजो पर पेंट करना आवश्यक होता है , क्यूंकि यह लोहे की सतह को संक्षारण से बचाता है , अर्थात अगर लोहे की सतह पर पेंट आदि न किया जाए तो इस पर जंग लगना शुरू हो जाती है , जिसे संक्षारण कहते है।
संक्षारण क्या होता है संक्षारण के दो उदाहरण दीजिए?
Solution : वह प्रक्रिया जिसमें धातुएँ वायुमण्डलीय गैसों जैसे- `CO_(2),O_(2), H_(2)O` आदि की उपस्थिति में (इनके साथ क्रिया करके) धातु की सतह पर यौगिक बना लेती हैं, संक्षारण कहलाती है। इस प्रक्रिया से धातु, धातुओं के ऑक्साइड, सल्फेट आदि में परिवर्तित हो जाते हैं, इसे संक्षारण कहते हैं। उदाहरण-लोहे पर जंग लगना।
संक्षारण क्या है समझाइए?
धातुओं का संक्षारण (Corrosion of metals) रासायनिक क्रिया है, जिसके फलस्वरूप धातुओं का क्षय एवं ह्रास होता है। धातुओं की क्षरणक्रिया, (Erosion) जिनमें यांत्रिक कारकों के फलस्वरूप धातुओं का ह्रास होता है, इस क्रिया से भिन्न होती है।
संक्षारण कितने प्रकार के होते हैं?
संक्षारण निम्न दो प्रकार से होता है। <br>(i) रासायनिक या शुष्क संक्षारण- धातु का वायुमण्डल में उपस्थि त गैसों जैसे `HCl,SO_(2),Cl_(2),H_(2)S` आदि के द्वारा संक्षारण होने को रासायनिक या शुष्क संक्षारण कहते हैं। ये गैसें धातु से सीधी अभिक्रिया करके धातु के यौगिक बना देती हैं जिससे धातु का क्षय हो जाता है ।