आइये आज जानते हैं कि साइकिल का आविष्कार किसने किया था और कब हुआ जैसा कि हम सभी जानते हैं साइकिल को आज दुनियाभर के लोग उपयोग करते हैं और यह एक ऐसा साधन है जो दुनिया का सबसे सस्ता ट्रांसपोर्ट व्हीकल माना जाता है। क्योंकि इसे चलाने के लिए किसी भी ईधन की जरुरत नहीं पड़ती हालाकि आज बहुत कम लोग Cycle का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आज के मॉडर्न व्हीकल की शुरुआत कहीं न कहीं साइकिल से ही हुई थी। एक तरफ जहाँ पूरी दुनिया वायु प्रदूषण से जूझ रही है वहीं Bicycle एक ऐसा साधन होता है जिसके इस्तेमाल करने से पर्यावरण को न के बराबर नुकसान होता है और इसके इस्तेमाल करने से सेहत को भी फायदा होता है।
ऐसे में सरकार छोटी दूरी तय करने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करने की सलाह देती है हालाकि अब इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल भी आ गए हैं जिनसे किसी भी प्रकार का वायु प्रदूषण नहीं होता है और अब यह ज्यादा से ज्यादा दूरी तय करवाते हैं ऐसे में इन इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के प्रयोग से पर्यावरण साफ रहेगा। वैसे अगर आप सोच रहे हैं कि आज हम जिस साइकिल का इस्तेमाल करते हैं उसका आविष्कार कुछ दिनों के अन्दर हो गया होगा तो ऐसा बिलकुल नहीं जी हाँ वर्तमान में दिखने वाली साइकिलों का निर्माण 100 वर्षों में अलग अलग प्रयोग के चलते हुआ है। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं यह आपको इस पोस्ट में पता चल जायेगा।
साइकिल का आविष्कार किसने किया था
अगर आप भी जानना चाहते है कि साइकिल की खोज किसने की थी तो बता दे साइकिल का आविष्कार जर्मनी के वन अधिकारी Karl Von Drais ने किया था दुनिया की इस पहली Bicycle का Invention आज से लगभग 200 साल पहले यानी 1817 में हुआ था। Karl Von Drais यूरोप के बाइडेर्मियर काल के एक प्रसिद्ध आविष्कारक थे Cycle के अलावा उन्होंने और भी चीजों का इजात किया था।
जैसे सन् 1812 में कागज पर पियानो संगीत रिकॉर्ड करने वाला एक उपकरण, 1817 में सामान ले जाने के लिए साइकिल, सन् 1821 में कीबोर्ड वाला शुरूआती टाइपराइटर, सन् 1827 में 16 अक्षरों वाली स्टेनोग्राफ मशीन और दुनिया की पहली मीट ग्राइंडर यानी कीमा बनाने की मशीन बनाने का श्रेय भी कार्ल वाॅन ड्रैस को जाता है इस तरह इनके पास अनेक उपलब्धियां मौजूद थी।
साइकिल का आविष्कार कैसे और कब हुआ
दरअसल साल 1815 में इण्डोनेशिया में स्थित माउंट टैम्बोरा ज्वालामुखी में भारी विस्फोट हुआ था जिसके उत्पन्न राख के बादल पूरी दुनिया में फैल गए थे। इससे दुनियाभर के देशों में तापमान में भारी गिरावट देखी गयी इसका सबसे अधिक प्रभाव उत्तरी गोलार्ध के देशों में हुआ जहाँ पूरी फसलें तबाह हो गयी थी।
फसलें तबाह होने के कारण भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए थे इससे काफी संख्या में पालतू मवेशियों की मृत्यु हो गयी थी चूँकि उस समय पालतू मवेशियों का इस्तेमाल यातायात और सामान ढोने में किया जाता था। ऐसे में इनकी मृत्यु को देखते हुए मवेशियों के सामान ढोने के विकल्प के रूप में साइकिल का आविष्कार किया गया था।
शुरुआत में साइकिल सिर्फ लकड़ियों से बनाई गयी थी जिसमें न कोई पैडल होते थे और न ही कोई गियर इसे चलाने के लिए व्यक्ति को धक्का लगाना पड़ता था साथ ही हाथों को सहारा देने के लिए और साइकिल के मार्गदर्शन के लिए एक हेंडल भी लगाया गया था।
Karl Von Drais के द्वारा बनाई गयी लकड़ी की साइकिल का वजन 23 किलोग्राम था अपने आविष्कार को दुनिया के सामने लाने के लिए इन्होने 12 जून 1817 को जर्मनी के दो शहर मैनहेम और रिनाउ के बीच चलाकर लोगों के सामने प्रदर्शित किया था। इस दौरान 7 किलोमीटर की दूरी तय करने पर लगभग एक घंटे से अधिक का समय लगा था।
वर्तमान की साइकिल का आविष्कार कब हुआ
जैसा कि अब आपको पता चल गया होगा शुरुआत में साइकिल को लकड़ी का बनाया गया था जिसे चलाने के लिए पैडल नहीं हुआ करते थे ऐसे में दुनिया की पहली पेडल वाली Bicycle साल 1863 में फ्रांस के एक मैकेनिक Pierre Lallement द्वारा बनायी गयी थी इन्होने अगले पहिये में पैडल लगाया था।
आज की साइकिल में पैडल इसके बीच में होता है जो एक चैन के द्वारा पिछले पहिये से जुड़ा हुआ होता है और इस तरह की डिजाइन कई प्रयोगों के बाद आई थी जाॅन केम्प ने ही साल 1885 में पहली बार आज की तरह दिखने वाली साइकिल को बाजार में लाये थे।
तो अब आप जान गए होंगे कि साइकिल का आविष्कार किसने किया था और कब हुआ जहाँ तक भारत की बात करें तो साइकिल के आविष्कार और इसके विकास के समय भारत में अंग्रेजों का शासन हुआ करता था ऐसे में हमारे देश में इसे अंग्रेज ही लेकर आये थे। जबकि भारत में साइकिलों का निर्माण साल 1942 में शुरू किया गया था भारत में साइकिल बनाने वाली कंपनी का नाम Hind Cycle था जिसे मुंबई में स्थापित क्या गया था।
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