ऋतुस्त्राव चक्र या रजोधर्म से सम्बंधित इनमें से कौन-सा कथन सही नहीं है? - rtustraav chakr ya rajodharm se sambandhit inamen se kaun-sa kathan sahee nahin hai?

हेलो डियर इसमें क्वेश्चन है मासिक चक्र या रजोधर्म या ऋतु स्त्राव चक्र क्या है वर्णन करें उत्तर हम बात करें तो देखिए राज चक्र या ऋतु स्त्राव चक्र हम बात करें तो यह एक हारमोनियम त्रण चक्र है चक्र है और इसमें में देखी मानव मानव मादा जो कि प्राइवेट गण की है से की योनि से रक्त का स्त्राव होता है यह प्रजनन अवस्था को प्रदर्शित करता है मादा का प्रजनन कॉल को बताता है यह प्रति 28 दिन

के अंतराल में होता है सर्वप्रथम ज्यादा की किशोर अवस्था होती है किशोर अवस्था उस समय यह आरंभ होता है जिसे रजोदर्शन कहते हैं और जब मादा की आयु 45 से 50 वर्ष की हो जाती है तब यह बंद हो जाता है जिसे रजोनिवृत्ति कहते हैं कि जो राज चक्र है ब्रज चक्र में चार अवस्थाएं होती है वह हम बात करें तो देखे यहां पर पहली अवस्था अपन बात करें तो वह है रक्त स्त्राव अवस्था इस अवस्था में योनि से रक्त का स्त्राव होता है योनि से रक्त का स्त्राव होता

है देखिए यह लगभग 4 से 5 दिन का अवस्था है और इस अवस्था में अगरबत्ती की भित्ति झड़ जाती है और अंडाणु भी ब्लड के साथ बाहर आ जाता है मृत अंडाणु तो गरबा स्थिति पतली हो जाती है घर बात से जीती पतली हो जाती है दूसरी अवस्था अपन बात करें इसके बाद है वो टीका प्रेरक अवस्था और इस अवस्था में 786 में स्थापित होता है जो पोती का निर्माण की क्रिया को प्रेरित करता है और यहां टीका एंड ग्राफ इन पुटिका का निर्माण होता है यह अवस्था

अगर अपन बात करें तो यह 9 से 10 दिन की होती है इस अवस्था में एक ग्राफ इन पुट्टी का तैयार हो जाती है नंबर तीसरी अवस्था है अंडोत्सर्ग अवस्था और इस अवस्था में अंडे का उत्सर्जन होता है और यह 14 दिन होती है और अंडे का या अंडाणु का उत्सर्जन होता है यह क्रिया एल एच हार्मोन लुटेनाइजिंग हॉरमोन द्वारा नियंत्रित की जाती है और तपन बात करें जो की अंतिम अवस्था है और इससे यूटीएल यूटीएल अवस्था कहते हैं और यह अवस्था जो है 13 से 14 दिन की होती है इसे पश्चिमोत्तर व्यवस्था भी कहते हैं क्योंकि अवसर पर बाद में स्टार्ट होती है इसलिए

इस अवस्था में कॉरपस कॉरपस लुटियम बनती है यूटीएम यह रथ चक्र की अंतिम अवस्था है अंतिम अवस्था इस प्रकार से मादा में प्रति 28 दिन के अंतराल में रथ चक्र होता है ओके सर थैंक यू

ऋतुस्राव चक्र क्या है वर्णन कीजिए?

<br><br>यदि अंडाणु का निषेचन नहीं होता हो ऐसी स्थिति में अंडाणु तथा गर्भाशय की मोटी दिवार की स्तर रुधिर वाहिकाओं के साथ बाहर निकाल दिए जाते है जिससे स्त्रियों में रक्त का स्त्राव होता है जिसे ऋतुस्त्राव या रजोधर्म कहते हैं। ऋतुस्त्राव एक महीने में या 28 से 30 दिनों में एक बार होता है।

रजोधर्म के चक्र को कितना समय लगता है?

यह चक्र सामान्य तौर पर 28 से 35 दिनों का होता है। महिला जब तक गर्भवती न हो जाए यह प्रक्रिया हर महीने होती है। मतलब 28 से 35 दिनों के बीच नियमित तौर पर मासिक धर्म या माहवारी होती है। कुछ लड़कियों या महिलाओं को माहवारी 3 से 5 दिनों तक रहती है, तो कुछ को 2 से 7 दिनों तक।

स्त्री में रजोधर्म का प्रारंभ होना क्या कहलाता है?

यदि उस डिम्ब का पुरूष के शुक्राणु (sperm) से सम्मिलन न हो तो वह स्राव बन जाता है जो कि योनि (vagina) से निष्कासित हो जाता है। इसी स्राव को मासिक धर्म, पीरियड्स या रजोधर्म या माहवारी (Menstrual Cycle or MC) कहते हैं।

मद चक्र और ऋतु चक्र में क्या अंतर है?

अधिकांश स्तनपोषी मादाओं में एक निश्चित अवधि के बाद बार-बार शारीरिक परिवर्तन (physiologic changes) होते हैं जो उनमें जनन हार्मोनों द्वारा उत्पन्न होते हैं। इसे जनसामान्य की भाषा में पशु का 'गरम होना' (heating) कहा जाता है। और इस चक्र मद चक्र (estrous cycle) कहते हैं।

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