राम को वापस लाने के लिए भारत के साथ कौन गया था? - raam ko vaapas laane ke lie bhaarat ke saath kaun gaya tha?

चित्रकूट में भरत (Page 29)


Image from NCERT book


प्रश्न / उत्तर

प्रश्न-1  अयोध्या की सेना का क्या नाम था?

उत्तर-  अयोध्या की सेना का चतुरंगिणी नाम था ।

प्रश्न-2   गंगा यमुना के संगम पर किसका आश्रम था?

उत्तर-  गंगा यमुना के संगम पर महर्षि भरद्वाज का आश्रम था ।

प्रश्न-3   राम को वापस लाने वन कौन-कौन गए?

उत्तर -  राम को वापस लाने वन भरत, मंत्रिगण, सभासद, गुरु वशिष्ठ और नगरवासी गए ।

प्रश्न-4   राम महर्षि भरद्वाज के आश्रम में क्यों नहीं रहना चाहते थे?

उत्तर -  राम महर्षि भरद्वाज के आश्रम में नहीं रहना चाहते थे ताकि महर्षि को असुविधा ना हो ।

प्रश्न-5   पर्णकुटी कहाँ बनाई गई?

उत्तर -  पर्णकुटी एक पहाड़ी पर बनाई गई ।

प्रश्न-6   निषादराज गुह ने गंगा पार करने के लिए कितनी नाव जुटायी?

उत्तर -  निषादराज गुह ने गंगा पार करने के लिए पाँच सौ नाव जुटायी ।

प्रश्न-7   निषादराज गुह को सेना देखकर क्या संदेह हुआ?

उत्तर -  निषादराज गुह को सेना देखकर संदेह हुआ कि कहीं राजमद में आकर भरत राम पर आक्रमण करने तो नहीं जा रहें ।

प्रश्न-8   भरत को राम का समाचार किनसे पता चला?

उत्तर -  भरत को राम का समाचार महर्षि भरद्वाज से पता चला ।

प्रश्न- 6   किसने किससे कहा?

i. “भेंट के लिए सेना के साथ आने का औचित्य?”

   लक्ष्मण ने राम से कहा ।

ii. “भैया, भरत सेना के साथ इधर आ रहे हैं । लगता है वे हमें मार डालना चाहते हैं । ताकि एकछत्र राज कर सकें ।”

   लक्ष्मण ने राम से कहा ।

iii. “भरत हम पर हमला नहीं करेगा । कभी नहीं । वह हम लोगों से भेंट करने आ रहा होगा ।”

   राम ने लक्ष्मण से कहा ।

1. संदेश मिलते ही भरत ने क्या किया था ?

संदेश मिलते ही भरत अयोध्या जाने के लिए निकल गए थे |

2. कैकयराज ने भरत को किस प्रकार विदा किया?

कैकयराज ने भरत को सौ रथों और सेना के साथ विदा किया|

3. भरत जब अयोध्या के निकट पहुँचें तब उन्हें अयोध्या नगरी कैसी लग रही थी ?

भरत जब अयोध्या के निकट पहुँचें तब अयोध्या नगरी की सड़कें सुनी थी और बाग बगीचे भी उदास थे |

4. नगर पहुँचते ही भरत सीधे किसके पास गए?

नगर पहुँचते ही भरत सीधे राजभवन गए और दशरथ को ढूँढने लगे|

5. पिता कि मृत्यु की बात सुनकर भरत को क्या हो गया?

पिता कि मृत्यु की बात सुनकर भरत शोक में डूब गए थे और पछाड़ खाकर गिर पड़े थे|

6. भरत ने किस प्रकार अपनी सफ़ाई रानी कौशल्या के आगे व्यक्त की थी ?

भरत ने रानी कौशल्या से क्षमा माँगी, सफ़ाई दी और रानी कैकेयी के व्यवहार पर ग्लानि व्यक्त की थी|

7. मुनि वशिष्ट ने जब भरत को राजसिंहासन संभालने को कहा तब भरत ने क्या कहा?

भरत ने महर्षि के आग्रह को अस्वीकार कर दिया था और कहने लगे मुनिवर यह राज्य राम का है| वही इसके अधिकारी हैं| मैं यह पाप नहीं कर सकता|

8. शत्रुध्न को जब पता चला कि कैकय के कान मंथरा ने भरे तब उसने क्या किया था ?

शत्रुध्न मंथरा को खींचते हुए भरत के सामने लाए और भरत को मंथरा की सारी करतूत के बारे में बताया| शत्रुध्न उसे जान से मार डालना चाहते थे लेकिन भरत ने उन्हें रोक लिया|

9. राम को वापस लाने के लिए भरत किनके साथ वन के लिए निकल पड़े?

राम को वापस लाने के लिए भरत सभी मंत्रियों , सभासदों गुरु वशिष्ट और साथ में नगरवासी के साथ वन जाने के लिए निकल पड़े|

10. राम को देखते ही भरत और शत्रुध्न ने क्या किया?

राम को देखते ही दोनों भाई राम के चरणों में गिर पड़े राम ने दोनों को उठाकर गले से लगा लिया था |

11. भरत ने राम को कौन सी सूचना दी?

भरत ने राम को एक दुःखद समाचार दिया कि पिता दशरथ अब नहीं रहे| आपके आने के छठे दिन दुःख में उन्होंने अपने प्राण को त्याग दिया|

12. राम को जब पता चला भरत के साथ नगरवासी, गुरुजन और माता कैकय भी आई थी तब उन्होंने क्या किया?

राम-लक्ष्मण पहाड़ी से नीचे उतरकर उनसे भेंट करने आए| सभी से स्नेह से मिले|

13. भरत ने जब राम से विनती कि वे अयोध्या लौट चले और राज्य ग्रहण करें तब उन्होंने क्या कहा था?

राम वापस अयोध्या लौटने के लिए तैयार नहीं हुए| उन्होंने कहा कि पिता की आज्ञा का पालन करना अनिवार्य है | पिता की मृत्यु के बाद में उनके वचन को नहीं तोड़ सकता| उन्होंने भरत को रामकाज समझाया और कहा तुम अब गद्दी सँभालो, यह पिता की आज्ञा थी|

14. राम जब अयोध्या लौटने के लिए तैयार नहीं हुई तब भरत ने उनसे क्या कहा?

राम जब अयोध्या लौटने के लिए तैयार नहीं हुई तब भरत ने कहा था आप नहीं लौटेंगे तो मैं खाली हाथ नहीं जाऊँगा| आप मुझे अपनी खड़ाऊँ दे दें, मैं चौदह वर्ष तक उसी की आज्ञा से राजकाज चलाऊँगा|

15. राम की चरण-पादुकाओं को भरत किस प्रकार अयोध्या ले गए?

राम की चरण-पादुकाओं को भरत सुसज्जित हाथी पर रखकर और प्रतिहारी उस पर चँवर डुलाते हुए अयोध्या ले गए|

16. भरत अयोध्या छोड़ कर कहा रहने लगे थे ?

भरत अयोध्या छोड़ कर तपस्वी के वस्त्र पहनकर नंदीग्राम चले गए थे |

17. भरत राम से मिलने किस वन में गए थे ?

भरत राम से मिलने चित्रकूट वन में गए थे|

चित्रकूट में भरत Notes

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग