पशुओं को हीट में लाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे उपयोग किए जाते हैं। आज हम आपको इन घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे पशु हीट में आ सकता है। पशुओं को गुड़ देना:- थोड़ी मात्रा में दिया गया गुड़ पशुओं के पेट में सूक्ष्मजीवों के बढ़ने और पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक होता है। इससे पशु की भूख बढ़ जाती है। गुड़ ऊर्जा देने के साथ साथ भूख भी बढ़ाता है इसलिए जरूरी तत्वों की पूर्ति में सहायक होता है जिससे पशु हीट में आ जाता है। पर कोशिश करें की
ज्यादा मात्रा में एवं लगातार गुड़ न दें क्योंकि ज्यादा मात्रा में दिया गया गुड़ पशु के लिए परेशानी का कारन बन सकता है। पशुओं को बिनौले खिलाना:-पशुओं को हीट में लाने के लिए बिनौले दिए जाते हैं क्योंकि इनकी तासीर गरम होने की वजह से पशु जल्दी बोल पड़ता है और नए दूध हो जाता है। पर बिनौले हमेशा उबाल कर ही देने चाहिये क्योंकि कच्चे बिनौलों में गोसीपोल नाम का जहर होता है जिससे पशु को नुकसान भी हो सकता है। गुड़ और तारामीरा तेल का मिश्रण
देना:-अपने पशुओं को गुड़ एवं तारामीरा तेल का मिश्रण लगभग आधा किल्लो से एक किलो 5-7 दिनों तक देना चाहिए। कई बार इस मिश्रण में थोड़ा नमक भी मिला लिया जाता है यां कुछ लोग सौंफ, अजवाइन, सौंठ और गुड़ का काहड़ा बना कर भी पशुओं को देते हैं।
गुड़+सरसों के तेल और तिल का मिश्रण देना:-इस नुस्खे अनुसार एक पाव गुड़ एवं समान मात्रा में तिल ले कर उसमे लगभग 100 मिलीलीटर तेल डाल कर मिला लिया जाता है फिर इस मिश्रण को पीस कर 4 से 5 दिनों तक पशुओं को खिलाया जाता है। गुड़, सरसों के तेल एवं तिल में बाईपास प्रोटीन होता है इसलिए जब ये सरे तत्व मिल जाएँ तो पशु के गर्भ धारण करने की सम्भावना बढ़ जाती है।
स्त्रोत- पशु पालकों के लिए देसी नुस्खे ( GADVASU )
कृषि और पशुपालन के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपनी खेती एप्प डाउनलोड करें - एंड्राइड, आईफ़ोन
पशुओं को
गर्मी में लाने के लिए देशी इलाज
बड़ा गोखरू
- “अश्वगंधा” (विदेनिया सोमनीफेरा) के राइज़ोम्स 150 ग्राम, जिन्जेली बीज 150 ग्राम को अच्छी तरह से 2 मुर्गी के अण्डों और 2 केले के फलों में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और पशु को 7 दिनों के लिए दें I यदि पशु तब भी गर्मी में नहीं आता तो 7 दिनों के अंतराल पर फिर से इलाज (केवल 1 दिन के लिए) दोहराएं।
अश्वगंधा
- पशुओं को गर्मी में लाने के लिए प्रजना या जनोवा नामक गोलियों का सेवन करायें I ये गोलियां केवल पशु चिकित्सक की निगरानी में अपने पशु को दें I
अन्य नुस्खे
- यदि गाय या भैंस गर्मी में नही आती है तो कुछ गर्म पदार्थ खिलाना चाहिए। जैसे बाजरा, भूसी, खली, मसूर, चुन्नी, अरहर, अण्डा कबूतर का मल इत्यादि। ये सब खिलाने से जानवर को अवश्य ही लाभ मिलेगा।
- इसके साथ ही साथ खनिज मिश्रण पर्याप्त मात्रा में (20 से 30 मिलीग्राम प्रतिदिन 20 दिनों के लिए) पशु के आहार में जरूर सम्मिलित करना चाहिए।
- कभी भी गाय या भैंस को गाभिन (टीका लगवाने) कराने के बाद ठण्ड में या छाया वाले स्थान पर रखना चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि गाभिन होने के तुरन्त बाद जानवर को बैठने नहीं देना चाहिए, क्योंकि गाभिन होने के तुरन्त बाद बैठ गया तो सारा वीर्य बाहर निकल जाएगा और वो गाभिन नहीं हो पायेगी। गाभिन होने पर जानवर को कुछ ठण्डा चारा खिलाना चाहिए। जैसे चरी, पुआल, बरसीम, जौ, उर्द, चुन्नी इत्यादि।
- पशुओं को हर 3 महीने बाद पेट के कीड़ों की दवाई दें I