हमारा उद्देश्य
अमोनियम क्लोराइड, नमक और रेत का एक मिश्रण के घटकों को अलग करना|
सिद्धांत
हमारे ब्रह्मांड में विभिन्न आकारों और आकृतियों के विविध चीजें पदार्थ नाम के सामग्री से बने है|
पदार्थ क्या है?
सामान्यतः,पदार्थ को परिभाषित किया जा सकता हे : कोई भी चीज़ जिसका द्रव्यमान और आयतन हो|
पदार्थ छोटे कणों से बना है। हवा, भोजन, पौधे , पशु, सितारों और सब कुछ पदार्थ है।पदार्थ आमतौर पर तीन अलग-अलग अवस्थाओं में मौजूद है - ठोस, द्रव और गैस| पदार्थ का इन तीन अवस्थाओं में मौजूद होना पदार्थ के कणों के विशेषताओं में भिन्नता के कारण है|
एक ठोस अवस्था क्या है?
रसायन विज्ञान की शाखा जो ठोस अवस्था के सामग्री संश्लेषण, संरचना और गुणों से संबंधित है उसे ठोस अवस्था का रसायन शास्त्र कहा जाता है। इसे सामग्री रसायन विज्ञान भी कहा जाता है। ठोस का निश्चित आकार और मात्रा होता है। वे संरचनात्मक रूप से कठोर होते हैं और आकार या मात्रा के बदलाव का विरोध करते है। बाहरी बल के अधीन में वे अपने आकार को बनाए रखने की रुझान है| परमाणु, अणु या अयन जिनसे ठोस बनता है उनकी व्यवस्था एक अर्दली दोहराव स्वरूप (क्रिस्टलीय ठोस) या अनियमित (ठोस अनाकार) है|
एक द्रव अवस्था क्या है?
द्रव पदार्थ का कोई निश्चित आकार नही है, लेकिन एक निश्चित आयतन है। वे उन बर्तन का आकार लेते है जिसमे वो रखे हुए है| द्रव पदार्थ बहते है , वे आकार बदल सकते हैं और वे कठोर नहीं हैं। द्रव में, कण आसानी से हिल सकते है और प्रत्येक कण के बीच की जगह ठोस अवस्था से भी अधिक है| सामान्य परिस्थितियों में द्रव कहलाते शुद्ध पदार्थों में पानी, इथेनॉल आदि शामिल है| एक द्रव पदार्थ का घनत्व आम तौर पर एक ठोस के करीब है और एक गैस की तुलना में बहुत अधिक है| क्वथनांक से नीचे के तापमान पर द्रव रूप में कोई भी पदार्थ वाष्पित हो जाता है और गलनांक से नीचे के तापमान पर एक द्रव क्रिस्टल बनकर अपने ठोस रूप में बदल जाता है|
एक गैसीय अवस्था क्या है?
गैसीय अवस्था में, कण के व्यवस्था का कोई क्रम नही है| इसके अलावा गैसों का कोई निश्चित आकार नही है| गैसीय अवस्था में, कण बेतरतीब ढंग से
हिलते है और पोत की दीवारों पर प्रहार करते है और बरतन की दीवारों पर दबाव डालते है। गैसों ठोस और द्रव पदार्थ की तुलना में अत्यधिक संकोचनीय हैं। इसकी उच्च संकोचनीयता के कारण गैस की बड़ी मात्रा में एक छोटे सिलेंडर में संकुचित कर सकते है और आसानी से ले जाया जा सकता है| हम अपने खाना पकाने के लिए घर में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) सिलेंडर जो मिलता है या अस्पतालों में सिलेंडरों में आपूर्ति की जाने वाली ऑक्सीजन में मिलता है यह गैस संकुचित है।
पदार्थ के अवस्था में बदलाव
पदार्थ तापमान और दबाव की विशिष्ट परिस्थितियों में एक अवस्था से दुसरे अवस्था में बदल जाता है।
पदार्थ के अंतर-रूपांतरण के प्रकार निम्नलिखित है:
- संलयन और दृढ़ीभवन
- वह प्रक्रिया जिससे ठोस परिवर्तित होकर द्रव बन जाता है उसे संलयन कहते है और इसके विपरीत प्रक्रिया को दृढ़ीभवन कहा जाता है।
- वाष्पीकरण और संघनन
- वह प्रक्रिया जिससे द्रव परिवर्तित होकर वाष्प बन जाता है उसे संलयन कहते है और इसके विपरीत प्रक्रिया को संघनन कहा जाता है।
- उर्ध्वपतन
- कुछ ठोस, गर्म करने पर सीधे वाष्प में बदल सकते हैं, और वाष्प ठंडा करने पर ठोस में बदल जाता है|
पदार्थ के तीन अवस्थाओं के अंतर-रूपांतरण दाहिने तरफ के चित्र के उपयोग से समझाया गया है।
मिश्रण
हमारे परिवेश में अधिकतम पदार्थ दो या अधिक घटकों के मिश्रण के रूप में मौजूद हैं| उदाहरण: दूध, मिट्टी, समुद्र का पानी आदि| एक मिश्रण उसके घटक तत्वों के गुण को दर्शाता है। एक मिश्रण के घटकों को भौतिक तरीकों से अलग किया जा सकता है जैसे की हाथों से चुनकर, निस्पंदन और आदि| कभी-कभी एक मिश्रण के घटकों को अलग करने के लिए विशेष तकनीकों का इस्तेमाल करना पड़ता है।
रेत, अमोनियम क्लोराइड और नमक के मिश्रण से घटकों का पृथक्करण
उर्ध्वपातन
उर्ध्वपातन वह प्रक्रिया है जिसमे एक वस्तु ठोस से द्रव अवस्था से गुज़रे बिना गैसीय अवस्था प्राप्त करता है| वह मिश्रण जिसमे गैर ऊर्ध्वपातज अपमिश्रण से मिले वाष्पशील घटक वाला ऊर्ध्वपातज हो, उर्ध्वपातन उन मिश्रण के पृथक्करण के लिए उपयोग किया जाता है| अमोनियम क्लोराइड गर्म करने पर ठोस से सीधा गैसीय अवस्था कोमें बदल जाता है। अमोनियम क्लोराइड का एक शुद्ध ठोस प्राप्त करने के लिए गैसीय रूप को आसानी से ठंडा किया जा सकता है। ऊर्ध्वपातित होते अन्य ठोस के उदाहरण है कपूर, नेफ़थलीन, एंथ्रासीन, आयोडीन, आदि|
मिश्रण के शेष घटक नमक और रेत हैं। नमक पानी में घुल जाता है और रेत जो पानी में घुलनशील नही है निस्पंदन की प्रक्रिया से अलग किया जा सकता है| निस्यंद में ;घुला हुआ नमक होता है, जबकि अघुलनशील रेत फिल्टर पेपर में रहता है।
वाष्पीकरण तकनीक
वाष्पीकरण तकनीक निस्यंद से नमक को अलग करने के लिए प्रयोग किया जाता है| वाष्पीकरण के दौरान आम नमक विघटित नहीं होता है| जैसे ही पानी का वाष्पीकरण होता है नमक कणों को दूर रखने के लिए बहुत कम पानी के अणु मौजूद होते हैं। ऐसे नमक वापस क्रिस्टलीकृत होता है और एकत्र किया जा सकता है।
अध्ययन का परिणाम
1. छात्र मिश्रण ,उर्ध्वपातन, निस्पंदन और वाष्पीकरण जैसे शब्दों के बारे में समझते है|
2. छात्रों को निम्नलिखित तकनीकों का उपयोग कर के एक मिश्रण के घटकों का पृथक्करण प्रदर्शन करने के लिए कौशल कौशल प्राप्त करता है :
- उर्ध्वपातन
- निस्पंदन
- वाष्पीकरण
3. छात्र अमोनियम क्लोराइड, नमक और रेत को अपने मिश्रण से अलग करने के लिए उपयुक्त विधि का विश्लेषण करता है।
छात्रों को दी गई मिश्रण के घटकों के विभिन्न भौतिक अवस्थओं के बारे में दृढ़ ज्ञान मिलता है।
5. घुलनशीलता, उर्ध्वपातन आदि के ज्ञान के आधार पर, छात्र उन्हें दिए गए मिश्रण के घटकों के लिए उपयुक्त पृथक्करण तकनीक डिजाइन करने में सक्षम बन जाते हैं।
6. छात्र पृथक्करण के प्रयोग करने के तरीकों का कल्पना कर सकता हे जो उन्हें प्रयोगशाला में ठीक से चीजों से की व्यवस्था करने में मदद करता है|