ओलंपिक में सबसे आगे कौन सा देश है? - olampik mein sabase aage kaun sa desh hai?

नई दिल्ली। ब्राजील के रियो में 31वें ओलंपिक खेलों का समापन हो गया। रियो ओलंपिक में इस बार 207 देशों ने हिस्सा लिया था जिसमें बाजी मारी अमेरिका ने। अमेरिका मेडल टैली में पहले स्थान पर जबकि ग्रेट ब्रिटेन और चीन दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। भारत का प्रदर्शन रियो ओलंपिक में उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और उसे 1 रजत और 1 कांस्य समेत कुल 2 पदकों के साथ 67वें स्थान पर संतोष करना पड़ा।

रियो ओलंपिक का रंगारंग समापन, देखिए ये शानदार तस्वीरें

भारत को भारत 2012 में लंदन में हुए ओलिंपिक में 2 रजत और 4 कांस्य समेत कुल 6 पदक हासिल कर 55वें स्थान पर रहा। इस बार भारत की तरफ से रिकॉर्ड 117 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। आइए एक नजर डालते हैं रियो ओलंपिक की टॉप 10 मेडल टेबल पर।

India At It’s Best in Olympics: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में गए भारतीय दल ने इन खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर नया इतिहास रचा है. भारत ने इस बार कुल (India Medals Wins in Tokyo Olympics) 7 पदक अपने नाम किए हैं. इन 7 पदकों में एक गोल्ड, दो रजत और 4 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं. इससे पहले ओलंपिक में भारत का सबसे शानदार प्रदर्शन साल 2012 लंदन ओलंपिक में था, जब उसने कुल 6 पदक अपने नाम किए थे.

देश के स्टार एथलीट जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने शनिवार को जब 87.58 मीटर की दूरी का भाला फेंककर खुद को नंबर 1 पर स्थापित किया तो भारत ने नया इतिहास रच दिया. ट्रैक एंड फील्ड इतिहास में भारत ने पहली बार ओलंपिक में कोई पदक जीता है. नीरज की स्पर्धा टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत की भी आखिरी स्पर्धा थी और इससे पहले भारत का गोल्ड मेडल की सूची में खाता नहीं खुला था. लेकिन भारत के लिए इस बार का एकमात्र गोल्ड उन्होंने अपने नाम करके देश को गौरवान्तिक करने का सबसे खास पल दे दिया.

इससे पहले इस बार टोक्यो ओलंपिक का पहला गोल्ड मेडल जीतने की उपलब्धि चीन ने अपने नाम की थी. चीन की युवा निशानेबाज यांग कियान (Yang Qian) ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर निशाना लगाकर अपने देश की झोली में सबसे पहले यह पदक डाला. वहीं मेजबान जापान के लिए तकातो नाओहिसा (Takato Naohisa) ने जूडो स्पर्धा के 60 किलो भारवर्ग में चीनी-ताइपे यांग युंग वी (Yang Yung Wei) को हराकर पहला गोल्ड जीता.

भारत की अगर बात करें तो महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने 24 जुलाई (शनिवार) को भारत के लिए इतिहास रचते हुए 49 किलो भारवर्ग में कुल 202 किलो (87 किलो स्नैच और 115 किलो क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर रजत पदक (Silver Medal) पर अपना कब्जा जमाया. ओलंपिक 2020 में यह भारत का पहला पदक था. खेलों के अंतिम पड़ाव तक आते-आते भारत ने कुल 7 पदक अपने नाम किए, जिनमें एक स्वर्ण, 2 रजत और 4 कास्य पदक शामिल हैं.

नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra Gold Medal) के गोल्ड के अलावा रजत पदक दिलाने में मीराबाई चानू (वेटलिफ्टिंग) और रवि दहिया (कुश्ती) का नाम खास रहा. इसके बाद भारत को 4 ब्रॉन्ज मेडलों की  अगर बात करें तो इनमें पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने बैडमिंटन में, लवलीना बोर्गोहेन ने बॉक्सिंग, जबकि स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने कुश्ती में देश को व्यक्तिगत ब्रॉन्ज मेडल दिलाया.

इसके अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम (India’n Men’s Hockey Team) ने तीसरे स्थान के लिए खेलते हुए जर्मनी को 5-4 से हराकर 41 साल बाद ओलंपिक खेलों में भारत को हॉकी से कोई पदक दिलाने में कामयाबी हासिल की.

ओलंपिक 2020 के तहत कुल 33 प्रतिस्पर्धाएं आयोजित हुईं, जिनके लिए कुल 42 स्थानों पर 339 अलग-अलग मैच आयोजित किए गए. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि टोक्यो ओलंपिक इस साल का खेलों का सबसे बड़ा आकर्षण रहा. इन खेलों में भारत ने भी 126 एथलीटों वाला दल यहां भेजा था. जब से भारत ने ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेना शुरू किया है, तब से यह ओलंपिक इतिहास में भारत का सबसे बड़ा दल भी रहा.

भारत के अलावा टोक्यो ओलंपिक खेलों में कुल 205 देशों ने हिस्सा लिया. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने इन खेलों के लिए अपने 630 खिलाड़ियों को वहां भेजा था. इस लिहाज से अमेरिका ओलंपिक 2020 में सबसे ज्यादा खिलाड़ी भेजने वाला देश था. अमेरिका 36 गोल्ड मेडल समेत कुल 108 पदक जीतकर दूसरे स्थान पर रहा. चीन ने 38 गोल्ड जीतने के साथ पहले स्थान पर अपना कब्जा जमाया.

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ऑस्ट्रेलिया का ओलंपिक खेलों से काफी गहरा संबंध है, जो इस बात से पता चलता है कि हमने हर आधुनिक ओलंपिक खेलों में अपने एथलीट भेजे हैं। अब हमारे पास दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन की मेज़बानी करने का ऑस्ट्रेलिया का तीसरा अवसर है और हम सिडनी 2000 और मेलबर्न 1956 की सफलता और कुछ नए परिवर्तन के साथ एक और शानदार आयोजन का इरादा रखते हैं।

ऑस्ट्रेलियाई लोगों को वास्तव में अपने बच्चों को खेल की वजह से ही सही खूबसूरत देश को दिखाने का अवसर मिलता है। फैंस 37 विश्व स्तरीय स्थानों से बेहतरीन खेल के अनुभव की उम्मीद कर सकते हैं, जो प्रतिष्ठित समुद्र तट, ग्रामीण इलाकों, संस्कृति और मनोरंजन से जुड़े हुए शहरों में स्थित हैं।

ऑस्ट्रेलिया में पिछले एक दशक के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन हुए हैं, जिसमें ब्रिस्बेन 2032 ओलंपिक और पैरालंपिक खेल शामिल होने जा रहे हैं। चाहे बास्केटबॉल में FIBA ​​महिला विश्व कप (2022), साइकिलिंग में UCI रोड वर्ल्ड चैंपियनशिप (2022) हो या 2023 में फुटबॉल में फीफा महिला विश्व कप, ऑस्ट्रेलिया जानता है कि कैसे एक शानदार प्रदर्शन करना है जो एथलीटों को पहले रखना है और फैंस को उनके जीवन का सबसे शानदार अनुभव देना है।

दक्षिण-पूर्व क्वींसलैंड ऑस्ट्रेलिया का सबसे तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है, खेल के प्रति जुनून के साथ दोस्ताना और सांस्कृतिक रूप से जुड़े लोग इस क्षेत्र में रहते हैं। ये क्षेत्र प्रथम श्रेणी की खेल सुविधाएं, उत्कृष्ट परिवहन और दुनिया के एथलीटों को हमारी संस्कृति को जानने का अवसर देता है।

हमारा ओलंपिक खेल परिवार, नौ मिलियन से अधिक प्रतिभागियों के साथ, अब आगे की योजना बना सकता है और ब्रिस्बेन 2032 ओलंपिक खेलों से पहले इस दस साल के "हरे और सुनहरे" सफर का लाभ उठा सकता है। हमारे देश के लोगों के पास बच्चों की एक नई पीढ़ी के लिए संभावनाएं होंगी जो 2032 में आगे बढ़ेंगी और युवाओं पर अभी और आगे की के लिए देश को सशक्त बनाने का सकारात्मक प्रभाव होगा। उदहारण के तौर पर कैथी फ्रीमैन की एक नई पीढ़ी इंतजार कर रही है।

ब्रिस्बेन एक विशेष स्थान है। ये एक यादगार और रोमांचक खेलों की मेजबानी करेगा और दुनिया का स्वागत किया जाएगा।

ओलंपिक में भारत की रैंक क्या है?

इस बीच हुए हुए बारह खेलों में से भारत ने ग्यारह पदक जीते जिनमें 8 स्वर्ण पदक थे और 1928-1956 तक छह स्वर्ण पदक लगातार जीते थेा भारत 18-07-2021 तक ओलिम्पिक पदक तालिका मे 54वें पायदान पर है।

पहले ओलंपिक में कितने देश भाग लेते हैं?

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल पहली बार साल 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में खेला गया था और तब से इसका आयोजन प्रत्येक चार साल पर किया जाता है। बता दें कि एथेंस ओलंपिक खेलों में 14 देशों के 200 एथलीटों ने 43 अलग-अलग मुकाबलों में हिस्सा लिया था और उसके बाद के ओलंपिक में अन्य देशों की भागीदारी और बढ़ने लगी।

पहला ओलंपिक कहाँ हुआ था?

आधुनिक ओलंपिक खेलों का पहला संस्करण ग्रीस में आयोजित हुआ

ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय कौन हैं?

सही उत्तर अभिनव बिंद्रा है। अभिनव बिंद्रा ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में भारत के लिए स्वर्ण पदक एकत्र किया। बिंद्रा ने निशानेबाजी में 10 मीटर एयर राइफल फाइनल मेन - बीजिंग में भारत का पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता।

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