हाइलाइट्स
न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देश भारतीयों की फेवरेट डेस्टिनेशन
कतर सरकार बिजनेस और वर्क वीजा के नियमों में दे रही है ढील
विदेश में रहना और काम करना हर किसी का सपना होता है. हर कोई चाहता है कि उसके विदेश में रहने की ख्वाहिश सस्ते में भी पूरी भी हो जाए और और विदेश में अच्छी कमाई भी हो जाए. कुल 1.7 करोड़ से अधिक भारतीय विदेशों में रहते और काम करते हैं. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देश भारतीयों की फेवरेट डेस्टिनेशन हैं लेकिन, वीजा से जुड़े कड़े नियमों और वहां नौकरी ढूंढने में आने वाली दिक्कतों के कारण इन देशों में एंट्री पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको कुछ ऐसे देशों के बारे में बताने वाले हैं जो रहने और काम करने के लिए सही ऑप्शन हैं.
116,799 अमेरिकी डॉलर की सकल राष्ट्रीय आय वाला कतर भारतीयों के लिए रहने और काम करने योग्य देशों की फेहरिस्त में पहले नंबर पर आता है. फिलहाल लगभग 700,000 भारतीय कतर में काम करते हैं. कतर सरकार 2017 से भारतीय नागरिकों के लिए विजिट, बिजनेस और वर्क वीजा के नियमों में ढील दे रही है. कतर के लिए लगभग एक दर्जन भारतीय शहरों से एयरवेज दोहा की सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं.
संयुक्त अरब अमीरात
कतर की तरह संयुक्त अरब अमीरात पिछले तीन दशकों से विदेशों में काम करने के इच्छुक भारतीयों के लिए टॉप डेस्टिनेशन बना हुआ है. बता दें, संयुक्त अरब अमीरात हर तरह के कौशल भारतीयों को देश के विकास में आने और भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता रहता है. इसके अलावा, यूएई भारतीयों के लिए काम समय में और बहुत आसानी से विजिट, बिजनेस और वर्क वीजा भी जारी कर देता है.
ब्राजील
कुछ सालों पहले ही, ब्राजील सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा-ऑन-अराइवल की सुविधाएं देना शुरू कर दी थीं. ब्राजील उन भारतीयों को अपने देश में बुलाना चाहता है, जो देश के विकास में ब्राजील की मदद कर सकें. इसके अलावा कई भारतीय कंपनियां, विशेष रूप से फार्मास्युटिकल और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से, ब्राजील में आना चाहती हैं.
सिंगापुर
सिंगापुर यूं तो घूमने के लिए भारतीयों की पसंदीदा जगह है ही, भारतीयों के लिए रहने और काम करने के लिहाज से भी सिंगापुर सबसे अच्छे देशों में से एक है. सिंगापुर एशिया का व्यापार केंद्र है, इसलिए भारतीयों को सिंगापुर में नौकरी की कमी नहीं होती. यहां रहने की लागत ज्यादा है लेकिन यहां उसी के मुताबिक वेतन भी मिलता है. इस देश में विश्व स्तर की सारी सुविधाएं पर मौजूद हैं.
बेल्जियम
करीब 7,000 से अधिक भारतीय बेल्जियम में रहकर काम करते हैं. भारतीय यहां तीसरे सबसे अधिक संख्या में रहने वाले प्रवासी हैं. बेल्जियम प्रवासी भारतीय कामगारों को कुछ जरूरी चीजों को पूरा करने के बाद राष्ट्रीयता भी प्रदान करता है. दूसरी ओर बेल्जियम अपने पड़ोसी देशों की तुलना में ज्यादा किफायती है.
ये भी पढ़ें
- क्या है क्वाड, क्यों किया गया इसका गठन...बैठक से पहले आखिर क्यों भड़का चीन, जानिए सबकुछ
- तेरी आंखों के लिए कौन सा नाम अच्छा है...आंखों की इस तस्वीर को मिला 3 करोड़ का अवॉर्ड
विस्तार
आजकल विदेशों में नौकरी करने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है। सिर्फ भारत ही नहीं, दूसरे देशों के लोग भी अपना देश छोड़कर कहीं और नौकरी करना पसंद कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनियाभर में नौकरी के लिए लोगों की पहली पसंद कौन सा देश है। ये है स्विट्जरलैंड। हालांकि पिछले साल स्विट्जरलैंड इस सूची में आठवें स्थान पर था। लेकिन इस साल सिंगापुर को पीछे छोड़ते हुए यह नंबर-1 बन गया है।
यह बात एचएसबीसी द्वारा किये गये एक सर्वे में सामने आई है। दरअसल, एचएसबीसी ने विदेशियों के लिए सर्वश्रेष्ठ देशों की रैंकिंग जारी की है। यह रैंकिंग 163 जगहों के 18,059 विदेशी कर्मचारियों से बात के आधार पर तैयार की गई है। इसमें विदेशियों के लिए टॉप-33 देशों की सूची जारी की गई है।
इस बार भारत की रैंक 7 स्थान नीचे फिसली
पिछले साल एचएसबीसी द्वारा जारी इस सूची में भारत की रैंक 11वीं थी। लेकिन इस बार भारत इस रैंकिंग में सात स्थान फिसल गया है। इस बार नौकरी के लिए पसंदीदा देशों के मामले में भारत की रैंक 18वीं है। वहीं, 2018 में पहले स्थान पर रहे सिंगापुर को इस बार दूसरी रैंक मिली है। कनाडा तीसरे और स्पेन चौथे स्थान पर है।
गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड में विदेशियों को साल भर में मिलने वाली औसत सैलरी टॉप-33 देशों में दी जाने वाली औसत सैलरी से 47 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, चीन के कुछ शहर और दुबई में मिलने वाली सालाना सैलरी स्विट्जरलैंड से ज्यादा है। स्विट्जरलैंड में काम करने वाले विदेशी लोगों में से करीब 82 फीसदी ने कहा है कि वहां उनकी लाइफ क्वालिटी उनके अपने देश के मुकाबले बेहतर हुई है।
नौकरी के लिए विदेशियों की पसंद में ये हैं टॉप-10 देश