नाभि में जलन हो तो क्या करें? - naabhi mein jalan ho to kya karen?

सेहत से जुड़ी छोटी-छोटी परेशानियों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. आमतौर पर लोग पेट दर्द, ऐंठन, सूजन, बार-बार पेशाब लगना और डायरिया जैसे लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं. छोटी लगने वाली ये परेशानियां किसी बड़ी और गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकती हैं. आइए जानते हैं कि पेट से जुड़ी किन बातों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

Belly button infection: नाभि शरीर का सबसे नाजुक अंग माना जाता है. चेहरे और शरीर की तरह नाभि की देखभाल भी बेहद जरूरी है. शरीर में नाभि सेंटर प्वाइंट होती है. ये जानने के बाद भी हममें से कई लोग इसकी साफ़ सफाई को बिलकुल इग्नोर कर देते हैं. इसी वजह से नाभि में कई तरह के इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है. नाभि में इन्फेक्शन होने की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है. यहां तक कि नवजात बच्चे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. नाभि में यीस्ट और बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है. जिससे कई बीमारियां शरीर को घेर सकती हैं. इससे बचने के लिए नेचुरल तरीके क्या हैं, चलिए जानते हैं.

लाइफस्टाइल डेस्कः नाभि शरीर का बहुत ही कोमल अंग होता है। इसकी देखभाल चेहरे और शरीर के बाकी हिस्सों जितनी ही जरूरी है। गर्भ में शिशु का विकास पूरी तरह नाभि द्वारा ही होता है, जिसे जन्म के बाद अलग किया जाता है। बॉडी का सेंटर प्वाइंट होते हुए भी ज्यादातर लोग इसकी सफाई को इग्नोर करते हैं, जिस वजह से कई प्रकार के इन्फेक्शन होने का खतरा बना रहता है। नाभि में इन्फेक्शन का खतरा किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है, यहां तक कि नवजात शिशुओं को भी। ये दो प्रकार का होता है- बैक्टीरियल और यीस्ट इन्फेक्शन।

नाभि का एरिया बहुत ही गहरा होता है। इसलिए वहां इन दोनों इन्फेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा होता है। पसीना, साबुन, पियर्सिंग भी बैक्टीरियल इन्फेक्शन को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा सफाई से न रहने की आदत, सर्जरी, डायबिटीज, सिस्ट जैसे और कई कारण भी जिम्मेदार होते हैं। कई मामलों में तो सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों और मोटापा भी इसका कारण बन जाता है। इन्फेक्शन होने के कारण हल्का दर्द, नाभि का लाल होना, हरा और सफेद डिस्चार्ज और सूजन की समस्या भी हो सकती है। इसे दूर करने के क्या उपाय हैं, इन्हें जानना जरूरी है, ताकि समस्या की पहचान कर उसे तत्काल दूर किया जा सके।

नाभि के इन्फेक्शन को दूर करने के अन्य घरेलू नुस्खों के बारे में विस्तार से जानने के लिए आगे की स्लाइड्स पर क्लिक करें..

नाभ‍ि में दर्द क्‍यों होता है? नाभि में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अपच, पेट में गैस, कब्‍ज की समस्‍या, इंफेक्‍शन, घाव, गंदगी आद‍ि। आपको भी नाभ‍ि में दर्द या जलन की श‍िकायत है तो ध्‍यान दें क‍ि कहीं इंफेक्‍शन तो नहीं पेट में परेशानी के कारण नाभ‍ि में दर्द तो नहीं क्‍योंक‍ि ज्‍यादातर केस में नाभ‍ि में दर्द के यही दो कारण होते हैं। आप इस समस्‍या को दूर करने के ल‍िए कुछ आसान घरेलू नुस्‍खों को अपना सकते हैं ज‍िनके बारे में हम इस लेख में बात करेंगे। इस व‍िषय पर ज्‍यादा जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थित प्रांजल आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से बात की।  

1. नाभ‍ि में दर्द या जलन हो तो इस्‍तेमाल करें टी ट्री ऑयल (Use tea tree oil to cure belly buttton pain)

टी ट्री की पत्‍त‍ियों में एंटीसेप्‍ट‍िक गुण होते हैं, ये टी ट्री की पत्‍त‍ियां या उसका तेल कई मायनों में स्‍क‍िन के ल‍िए फायदेमंद माने जाते हैं। अगर आपकी नाभ‍ि में दर्द है तो टी ट्री ऑयल की पत्‍त‍ियों को उबाल लें और उसमें नार‍ियल का तेल डालकर चलाएं अब इस तेल को नाभ‍ि पर लगा लें। अगर आपके पास टी ट्री ऑयल है तो आप उसे सीधा नार‍ियल के तेल के साथ म‍िलाकर नाभ‍ि पर लगा सकते हैं, सुबह तक दर्द दूर हो जाएगा।

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2. नाभ‍ि में दर्द होने पर इस्‍तेमाल करें गेंदे का फूल (Use marigold to cure belly buttton pain)

गेंदे के फूल में औषधीय गुण होते हैं, गेंदे के फूल के इस्‍तेमाल से नाभ‍ि में मौजूद बैक्‍टीर‍िया खत्‍म होते हैं और दर्द से आराम म‍िलता है। गेंदे के फूल से बैक्‍टीर‍िया और फंगी से होने वाला इंफेक्‍शन भी दूर होता है। आपको गेंदे के फूल को गरम पानी में डालना है जब पानी आधा हो जाए तो उसमें नार‍ियल या बादाम का तेल म‍िला दें, आप गेंदे के फूल की पत्‍त‍ियों को भी डाल सकते हैं। अगर आपके पास गेंदे के फूल का तेल है तो उसे लोशन या क्रीम में म‍िलाकर नाभ‍ि पर लगाएं। 

3. नाभ‍ि में दर्द और जलन दूर करे नार‍ियल का तेल (Use coconut oil to cure belly buttton pain)

नार‍ियल के तेल में एंटी-इंफ्लामेट्री और एंटी-माइक्रोब‍ियल गुण होते हैं। नार‍ियल तेल नाभ‍ि के ल‍िए फायदेमंद होता है। नार‍ियल तेल में मौजूद इन गुणों से न स‍िर्फ इंफेक्‍शन दूर होता है बल्‍क‍ि नाभ‍ि की जलन, सूजन भी कम होती है। आप नार‍ियल के तेल को उंगली की मदद से नाभ‍ि पर लगा लें और उसे लगाकर छोड़ दें ताक‍ि स्‍क‍िन एब्‍सॉर्ब कर लें। आप इस नुस्‍खे को द‍िन में कई बार इस्‍तेमाल क‍र सकते हैं।

4. पेट या नाभ‍ि में दर्द हो तो इस्‍तेमाल करें हींग (Use hing to cure belly button pain)

पेट में गैस बनने के कारण भी नाभ‍ि में दर्द हो सकता है। पेट में गैस की समस्‍या दूर करने के ल‍िए हींग का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। आपको हींग को नाभ‍ि पर लगाना है। अगर आपके घर में कोई बच्‍चा है तो आप ये नुस्‍खा उस पर आजमा सकते हैं। हींग को गुनगुने पानी में घोल लें और नाभ‍ि में लगा दें, इससे नाभ‍ि में दर्द की समस्‍या दूर हो जाएगी।

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5. नाभ‍ि में दर्द या जलन होने पर खाएं अजवाइन (Use ajwain to cure belly button pain)

अजवाइन पेट के ल‍िए फायदेमंद होती है। कई बार गैस, अपच या कब्‍ज की समस्‍या होने पर नाभ‍ि में दर्द उठता है औश्र उसे दूर करने के ल‍िए आप अजवाइन का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। अजवाइन में काला नमक मिलाएं और पानी के साथ म‍िश्रण को ब‍िना चबाए खा लें। इससे पेट शांत होगा और नाभ‍ि का दर्द भी ठीक हो जाएगा।

अगर इन उपायों से नाभ‍ि का दर्द दूर न हो तो आप डॉक्‍टर के पाए जाकर नाभ‍ि में दर्द होने का सही कारण जानें और इलाज करवाएं। 

नाभि में जलन क्यों होता है?

कई बार गैस, अपच या फिर कब्‍ज जैसी पेट से जुड़ी समस्‍याओं के कारण भी नाभि में जलन और दर्द हो सकता है और इसे दूर करने के लिए आप अजवाइन का सेवन कर सकते हैं। समस्या से राहत पाने के लिए आधी चम्मच से थोड़ी कम अजवाइन में थोड़ा काला नमक मिलाएं और फिर गुनगुने पानी के साथ इस मिश्रण की फंकी मारें।

नाभि के नीचे जलन क्यों होता है?

अगर आपको नाभि के नीचे दर्द होता है तो ये पेल्विक दर्द है ये कई तरह के इंफेक्शन और बीमारियों की वजह से हो सकता है. कई बार पीरियड्स में भी तेज दर्द होता है. इसके अलावा गैस होने पर भी पेट में दर्द की समस्या होती है. बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है.

नाभि का दर्द कैसे ठीक करें?

नाभि के आसपास दर्द की समस्या होने पर 1 कप पानी में 2 -3 चुटकी हींग मिलाकर पिएं. इससे नाभि में होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं. नाभि के ऊपर होने वाले दर्द को कम करने के लिए काला नमक और अजवाइन का सेवन करें. इससे दर्द को कम किया जा सकता है.

पेट की नाभि को कैसे ठीक करें?

अगर आपको कभी नाभि खिसकने की समस्या का सामना करना पड़े, तो एक चम्मच आंवला पाउडर में नींबू का रस मिलाकर इस पेस्ट को नाभि के आसपास लगाएं। पेस्ट लगाने के बाद कुछ देर के लिए लेट जाएं। इस पेस्ट को दिन में दो बार लगाने से नाभि वापस अपनी जगह पर आ जाएगी।

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