खेलों से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है? - khelon se shareer par kya prabhaav padata hai?

खेल एक शारीरिक क्रिया है, जिसके खेलने के तरीकों के अनुसार उसके अलग-अलग नाम होते हैं। खेल लगभग सभी बच्चों द्वारा पसंद किए जाते हैं, चाहे वे लड़की हो या लड़का। आमतौर पर, लोगों द्वारा खेलों के लाभ और महत्व के विषय में कई सारे तर्क दिए जाते हैं। और हाँ,  हरेक प्रकार का खेल शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। यह एक व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। नियमित रुप से खेल खेलना हमारे मानसिक कौशल के विकास में काफी सहायक होता है। यह एक व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक कौशल में भी सुधार करता है। यह हमारे अंदर प्रेरणा, साहस, अनुशासन और एकाग्रता लाने का कार्य करता है। स्कूलों में खेल खेलना और इनमें भाग लेना विद्यार्थियों के कल्याण के लिए आवश्यक कर दिया गया है। खेल, कई प्रकार के नियमों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है।

खेल पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on Sports in Hindi, Khel par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द)

प्रस्तावना

खेल बहुत अच्छे शारीरिक और मानसिक व्यायाम के लिए सबसे अधिक आसान और आरामदायक तरीका है। यह व्यक्तित्व के वृद्धि तथा विकास के साथ ही देश के लिए भी उपयोगी होता है। हम नियमित रुप से खेलने के लाभ और महत्व को कभी भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं। खेल एक व्यक्ति को अच्छी भावना प्रदान करता है और स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।

यह हमें हमेशा तंदुरुस्त और स्वस्थ रखने के साथ ही मादक पदार्थों की लत, अपराध और विकारों की समस्याओं से दूर रखता है। सरकार द्वारा बच्चों और विद्यार्थियों को खेलों में भाग लेने के लिए बढ़ावा देने और इनके माध्यम से लोकप्रियता प्रदान करने के लिए खेलों का राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी आयोजन किया जाता है। कई सारे खेल बहुत ही साधारण होते है हालांकि इनमें महारत हासिल करने के लिए नियमित रुप से अभ्यास, ध्यान और मेहनत करने की आवश्यकता होती है।

खेल का प्रभाव

आजकल, एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए खेल एक बहुत ही प्रभावी तरीका है क्योंकि यह सभी के लिए समान और अच्छी नौकरी के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करता है। इसके द्वारा खेल गतिविधियों का आयोजन करने वाले देश के अर्थव्यवस्था को बढ़ावा भी बढ़ावा मिलता है। अंतराष्ट्रीय खेल गतिविधियों में जीतने पर यह विजेता देश के नागरिकों को गर्वान्वित भी महसूस कराता है।

यह हमें प्रोत्साहित करने के साथ ही हममें देशभक्ति की भावना को भी जागृत करता है। खेल अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत से देशों के बीच तनावों का कम करने का भी एक कारगर तरीका है। यह व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक शक्ति को सुधारने में मदद करने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक मजबूती में भी सुधार लाता है।

निष्कर्ष

हमें बच्चों को खेलों के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और घर तथा स्कूली स्तर पर शिक्षकों और अभिभावकों की समान भागीदारी के द्वारा उनकी खेलों में रुचि का निर्माण करना चाहिए। आज के समय में खेल बहुत ही रुचिकर हो गए हैं और किसी के भी द्वारा किसी भी समय खेले जा सकते हैं हालांकि, पढ़ाई तथा अन्य लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए इनका बचपन से ही अभ्यास होना चाहिए।

निबंध 2 (400 शब्द)

प्रस्तावना

खेल शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती को सुधारने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और सरल तरीका हैं। आजकल सराकर के महत्वपूर्ण प्रयासों द्वारा खेल के क्षेत्रों में काफी सुधार आया है। हम खेलों द्वारा स्वास्थ्य और शरीर की तंदुरुस्ती को बनाए रखने के साथ ही खेलों में एक बेहतर भविष्य का निर्माण भी कर सकते हैं। यह सफलता और अच्छी नौकरी पाने का बहुत ही अच्छा तरीका है। यह नियमित रुप से मनोरंजन और शारीरिक गतिविधियों को प्राप्त करने का अच्छा साधन है। यह चरित्र और अनुशासन को बनाये रखने में भी काफी सहायक होता है, जो हमें पूरे जीवन भर थामे (पकड़े) रहती है। यह हमें सक्रिय बनाती है और हमें ऊर्जा और ताकत देती है।

खेल का मानसिक एवं शारीरिक वृद्धि पर प्रभाव

नियमित रुप से खेल खेलने से मानसिक और शारीरिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलता है। यह हमारे शारीरिक और मानसिक सन्तुलन को बनाए रखता है, इसके साथ ही यह हमारे एकाग्रता स्तर और स्मरण शक्ति को भी सुधारता है। खेल हमारे एकाग्रता को बढ़ाकर हमारे जीवन को शांतिपूर्ण बनाता है, इसके साथ ही यह हमें किसी भी कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए भी तैयार करता है।

खेल लोगों में मित्रता की भावना को विकसित करने में भी अहम योगदान निभाता है और दो लोगों के बीच के सभी मतभेदों को घटाता है। यह शरीर को आकार में रखता है, जो हमें मजबूत और सक्रिय बनाता है। इसके साथ ही  यह हमारे मस्तिष्क को शान्तिपूर्ण रखता है, जो सकारात्मक विचारों को लाता है और हमें बहुत सी बीमारियों और विकारों से दूर रखता रहता है।

खेल बहुत तरीकों से हमारे जीवन को पोषित करने का कारय करते हैं। ये हमें अनुशासन और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने लिए निरंतर कार्य और अभ्यास करना सिखाते हैं। इसके साथ ही यह हमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से स्वस्थ रखते हैं और इस प्रकार हम  सामाजिक, भावनात्मक, मानसिक और बौद्धिक रूप से फिट रखते हैं। इस तरह के  एक प्रदूषित और दबाव के माहौल में जहाँ हर कोई तनाव देने के लिए और एक दूसरे के लिए समस्या पैदा करने के लिए तैयार हो जाता है, ऐसे में खेल मनोरंजन और मन को एकाग्र करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह एकाग्रता स्तर और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है और मस्तिष्क को सकारात्मक विचारों से परिपूर्ण कर देता है।

नई दिल्ला, लाइफस्टाइल डेस्क। Sports And Mental Health: आपने ये बात कई बार सुनी होगी कि  खेलकूद का एक इंसान की ज़िंदगी में बड़ा महत्व होता है। खेल का सीधा मतलब होता है शारीरिक मशक्कत। खेल सभी बच्चों को पसंद होता है, चाहे वे लड़की हो या लड़का। चाहे क्रिकेट हो या फिर स्वीमिंग, फुटबॉस, टेनिस या बैडमिंटन। हर तरह का खेल शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। 

अगर एक्सपर्ट्स की मानें तो कोई भी खेल आपके शरीर को रोज़ाना खुराक के तौर पर मिलना चाहिए। हरेक तरह का खेल शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। यह एक व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। 

फिट रहने, वज़न कम करने और सेहत की रखरखाव में खेल मदद करते हैं। साथ ही शरीर का स्टैमिना भी बढ़ाता है। न सिर्फ वयस्कों, बल्कि बच्चों में खेल की आदत जीवनभर काम आती है। खेल आपको जीत के बाद हार को स्वीकार करना सिखाता है। 

एक टीम स्पिरिट पैदा करता है। बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसार, जो बच्चे खेल में अच्छे होते हैं वो डिप्रेशन का शिकार नहीं होतें। 

मानसिक तौर पर ऐसे मदद करते हैं खेल

मानसिक तौर पर खेल आपका मूड सुधारने, एकाग्रता, आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाने का काम करता है। जब आप कोई खेल खेलते हैं तो एंडोर्फिन नामक फील-गुड, मूड अच्छा वाले रसायन दिमाग़ में बनते हैं। खेल बच्चों को कई तरह की सीख देता है, जो जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं में काम आते हैं। रिसर्च में ये भी पाया गया है कि जो बच्चे बचपन से किसी न किसी खेल में हिस्सा लेते हैं, वो उनके बड़े होने पर सक्रिय और फिट रहने की संभावना अधिक होती है।

मानसिक तनाव भी दूर करता है खेल

खेलों को अच्छा स्ट्रेस बस्टर भी माना जाता है। ये मानसिक तनाव को दूर करने एक अच्छा साधन होता है। यानी खेलने से आपको तनाव के साथ-साथ कई बीमारियों से मुक्ति भी मिलती है। जो लोग नियमित रूप से खेलों में शामिल होते हैं, उनमें चिंता और अवसाद के लक्षणों का अनुभव कम होता है। 

#खेल आपकी शारीर और दिमाग की ऐसे करता है मदद 

1. डिप्रेशन और चिंता से दूर रखने के लिए शारीरिक मशक्कत ज़रूरी होती है। ऐसे में अपने आपको खेलों में  के ज़रिए यह काम बहुत अच्छे तरीके से हो सकता है। यह अवसाद के लक्षणों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

2. खेलों का आत्मसम्मान पर भी बड़ा असर पड़ता है। इंसान अपने बारे में बेहतर महसूस करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेत है। खेल में सक्रिय लोगों का दूसरों के साथ संबंधों में सुधार होता है।

3. रोज़ाना कोई न कोई खेल खेलने से तनाव भी कम होता है। आपको अंदर से काफी फ्रेश और तरोताज़ा महसूस होता है। आप बिना किसी दबाव के तनावपूर्ण ज़िंदगी जी सकते हैं। एक शोध में पता चला है कि जो लोग खेल में सक्रिय होते हैं वह  तनाव को बेहतर तरीके से से झेल लेते हैं।

खेल का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

आज खेल शिक्षा का एक जरूरी अंग समझा जाने लगा है। क्योंकि खेलों से मनुष्य का संपूर्ण विकास होता है। खेलों से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हम हर कार्य सही ढंग से कर पाते है हमारी सोचने की क्षमता भी बढ़ जाती है। खेल हमारे सभी तनावों को मुक्त कर देता है और हमें चुस्त बनाता है।

खेल हमारे शरीर में क्या करता है?

यह खेल मांसपेशियों का निर्माण, प्रदर्शन में वृद्धि, समन्वय में सुधार, आत्म अनुशासन और एकाग्रता का विकास करता है। इस खेल के दौरान आप एक घंटे में 630-750 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। यह शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है और इस प्रकार मन और दिमाग शांतिपूर्ण, तेज और बेहतर एकाग्रता के साथ सक्रिय रहता है।

खेल हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं?

विकास में खेल का महत्व.
खेल संज्ञानात्मक विकास को आगे बढ़ाता है ... .
पालनकर्ता की भूमिका ... .
खेल कल्पनाशीलता और सृजनात्मक को बढ़ावा देता है ... .
खेल शारीरिक और क्रियात्मक विकास को बढ़ावा देता है ... .
खेल भाषायी विकास में सहायक होता है ... .
खेल द्वारा बच्चे सामाजिक होना सीखते हैं ... .
खेल भावात्मक विकास में सहायक होता है.

खेल से क्या लाभ होता है?

खेल खेलने से बच्चों को होते हैं ये फायदे (pics).
सामाजिक कौशल का विकास जब आपका बच्चा खेलों में भाग लेता है तो उनमें सामाजिक कौशल का बहुत अच्छा विकास होता है। ... .
टीम वर्क ... .
मस्तिष्क का विकास ... .
खेलों से शारीरिक विकास ... .
इम्यूनिटी के लिए स्पोर्ट्स फायदेमंद हैं ... .
खिलाड़ी की भावना ... .
धैर्य ... .
सहनशीलता.

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