कई देशों के लोग कुवैत में काम करने का मन रखते हैं लेकिन उन्हें इस बात की जानकरी नहीं होती कि कुवैत में न्यूनतम वेतन क्या है। वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, कुवैत की न्यूनतम मजदूरी, जो किसी कामगार को उसके काम के लिए कानूनी रूप से दी जा सकती है। अधिकांश देशों में एक राष्ट्रव्यापी न्यूनतम वेतन है जो सभी कामगारों को भुगतान किया जाना चाहिए। कुवैत का न्यूनतम वेतन 60 कुवैती दीनार प्रति माह ($216) है।
वहीं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में कुवैत का वार्षिक न्यूनतम वेतन $12,341.00 है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा 2009 में संयुक्त राज्य डॉलर के मूल्य के आधार पर मुद्रा का एक उपाय है। कुवैत की तुलना में उच्च न्यूनतम मजदूरी वाले 12 देश हैं, और कुवैत वार्षिक न्यूनतम मजदूरी दर के आधार पर सभी देशों के शीर्ष 6 प्रतिशत में है।
इसी के साथ कुवैत के श्रम कानून के अनुसार, एक वयस्क कामगार के लिए प्रतिदिन आठ घंटे और प्रति सप्ताह 48 घंटे आवश्यक कार्य घंटे हैं। एक कर्मचारी को लगातार पांच घंटे काम करने के बाद एक घंटे का आराम या ब्रेक लेने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह एक घंटे का विश्राम या विराम कार्य घंटों की गणना में शामिल नहीं है।
वहीं फाइनेंसियल, कमर्शियल और इन्वेस्टमेंट सेक्टर के कामगार को आठ घंटे ही कम करना निर्धारित किया गया है। वहीं MSA&L केस-दर-मामला आधार पर इन मानक कार्य घंटों को संशोधित कर सकता है – या तो बढ़ा या घटा सकता है। एक होटल में काम करने वाले कर्मचारी उन लोगों का एक उदाहरण हैं जिनके पास काम के घंटे से कम या अधिक है।
आपको बता दें, कुवैत में कई सारे प्रवासी काम के सिलसिले में यहाँ जाते हैं और ये लोग यहाँ पर ज्यादा पैसा कमाने के लिए जाते हैं।
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- Sheour कुवैत में नौकरी करने श्योपुर से हर साल जा रहे 300 युवक
साल 2018 में अब तक करीब 300 युवक कुवैत के लिए रवाना
भास्कर संवाददाता | श्योपुर
श्योपुर शहर में एक हजार से अधिक घर कुवैत में कमाए जा रहे रुपयों से चल रहे हैं। महज 75 हजार की आबादी के इस शहर में औसतन साल में तीन सौ से अधिक युवक कुवैत जाने के लिए पासपोर्ट बनवा रहे हैं। एक वर्ग विशेष से जुड़े युवक कुवैत को नौकरी का सही ठिकाना मानकर इस होड़ में शामिल हो गए हैं। यह जानकर आश्चर्य होगा कि गुजरे पांच साल में दो हजार से अधिक युवक कुवैत में जा बसे हैं। कुवैत में हर रोज 3 से पांच हजार तक कमाने वाले यह युवा श्योपुर में अपने घरों के लिए भी पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं।
दरअसल, दीनार के देश कुवैत में श्योपुर से युवाओं के जाने की होड़ गुजरे कुछ साल में ही शुरू हुई है। कुवैत में हाथ से जुड़े रोजगार, छोटी नौकरियों की असीम संभावनाओं और भारतीय मुद्रा रुपए के मुकाबले दीनार की कई गुना अधिक कीमत के कारण युवक कुवैत की ओर आकर्षित हो रहे हैं। कोतवाली टीआई सुनील खेमरिया के मुताबिक, इस साल अब तक वह करीब तीन सौ से अधिक युवकों के पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरीफिकेशन कर चुके हैं। साल-दर-साल यह तादात बढ़ रही है। कुवैत जाने के लिए युवक लोकल रोजगार को भी छोड़ रहे हैं। विशेष तौर पर 20 से 30 आयु वर्ग के युवाओं में कुवैत के लिए दीवानगी है।
वहीं न सिर्फ कुवैत में रोजगार के लिए अविवाहित युवक आगे आ रहे हैं बल्कि विवाहित युवकों में भी इसके प्रति दीवानगी है। आप यह जानकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि कुवैत जाने के लिए युवक प|ी और बच्चों से भी दो-दो साल तक की दूरी बना रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुवैत से लौटने के बाद बीबी-बच्चे दो साल बाद संभाल लेंगे। यदि समय गुजर गया तो पैसा नहीं कमा पाएंगे।
कंस्ट्रक्शन के लिए भारतीय मजदूरों की डिमांडकुवैत में मजदूरों की बेतहाशा कमी है। विशेष तौर पर बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन, रोड डवलपमेंट जैसे प्रमुख कार्यों के लिए कुवैत में मजदूर नहीं हैं। भारत में मजदूर न सिर्फ अधिक हैं बल्कि सस्ते भी हैं। इसलिए भारतीय औसत शिक्षित व अशिक्षित युवकों की डिमांड कुवैत में सर्वाधिक है। इसलिए श्योपुर के अनपढ़ युवक भी कुवैत में जाकर मजदूरी कर अपनी गुल्लक भर रहे हैं।
एक दीनार 212.16 रुपए का : कुवैत की मुद्रा दीनार है। वर्तमान में एक दीनार की भारतीय रुपए में कीमत 212.16 रुपए है। इस लिहाज से कुवैत में 50 दीनार रोजाना कमाने वाला शख्स भारतीय रुपए के मान से 10 हजार रुपए से भी अधिक कमा सकता है।