कवि के अनुसार फसल क्या है ?`? - kavi ke anusaar phasal kya hai ?`?

क कवि के अनुसार फसल क्या है?

कवि के अनुसार फसल ढ़ेर सारी नदियों के पानी का जादू, अनेक लोगों के हाथों के स्पर्श की गरिमा तथा बहुत सारे खेतों की मिट्टी के गुण का मिला जुला परिणाम है। अर्थात् फसल किसी एक की मेहनत का फल नहीं बल्कि इसमें सभी का योगदान सम्मिलित है।

फसल के कवि कौन है?

उत्तर: 'फसल' कविता में कवि नागार्जुन ने फसल की उत्पत्ति में सूरज और हवा का प्रमुख योगदान बताया है। नागार्जुन के अनुसार फसल अनेक तत्वों का मिश्रित रूप है। सूर्य की किरणों की ऊर्जा ही फसलों के रूप में परिवर्तित होती है और हवा और पानी फसलों को जीवन प्रदान करता है।

फसल कविता में कवि ने क्या संदेश दिया है?

Explanation: फसल कविता में कवि ने यह संदेश दिया कि हमें अपने मन और लगन से अपने काम पर ध्यान देना चाहिए किसी और की चीज पर नहीं देखना चाहिए अपना देखना चाहिए और हमें जितना मिले उसी में खुश रहना चाहिए!

फसल को हाथों के स्पर्श की गरिमा और महिमा कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहते हैं?

फसल को 'हाथों के स्पर्श की गरिमा, और 'महिमा' कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहता है ? Solution : इसमें कवि कहना चाहता है कि किसानों के हाथों का प्यार भरा स्पर्श पाकर ही ये फसलें इतनी फलती-फूलती हैं। यह किसानों के श्रम की गरिमा और महिमा ही है जिसके कारण फसलें इतनी अधिक बढ़ती चली जाती हैं।

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