कनुप्रिया को सिर्फ कौन सा शब्द सुनाई पड़ता है? - kanupriya ko sirph kaun sa shabd sunaee padata hai?

विषयसूची

  • 1 कानुप्रिया अर्थात राधा किसकी सखी है?
  • 2 कनुप्रिया क्या कल्पना करती है?
  • 3 1 पद्यांश के अनुसार कनु को कौन ले गया?
  • 4 कनु सबसे ज्यादा किसका है?
  • 5 कनुप्रिया कौन है * श्रीकृष्ण राधा अर्जुन इनमे से कोई भी नहीं?
  • 6 कनुप्रिया में कौन से वृक्ष का वर्णन किया है?

कानुप्रिया अर्थात राधा किसकी सखी है?

इसे सुनेंरोकेंधर्मवीर भारती की कृति ‘कनुप्रिया’, कनु अर्थात कृष्ण की प्रिया राधा की अनुभूतियों की गाथा है। ऐसा लगता है जैसे धर्मवीर भारती ने नारी के अंतर्मन की एक एक परत खोल कर देखी है। इस रचना में नारी के मन की संवेदनाओं और प्यार के नैसर्गिक सौन्दर्य का अप्रतिम चित्रण है।

कनुप्रिया क्या कल्पना करती है?

इसे सुनेंरोकेंकनुप्रिया के मन में मोह उत्पन्न हो गया है – (कनुप्रिया कल्पना करती है कि वह अर्जुन की जगह है।) क्योंकि कनु के द्वारा समझाया जाना उसे बहुत अच्छा लगता है।

नवनिर्माण के रचनाकार का नाम क्या है *?

इसे सुनेंरोकेंनवनिर्माण कविता रसास्वादन रचनाकार का नाम – नवनिर्माण। अपना इतिहास वही कहता है। पसंद आने के कारण – प्रस्तुत पंक्तियों में यह बात कही गई है कि एक बार अपने लक्ष्य का निर्धारण कर लेने के बाद मनुष्य को हर समय उसको पूरा करने के काम में जी-जान से लग जाना चाहिए।

कनुप्रिया को सिर्फ कौन सा शब्द सुनाई पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : कनुप्रिया के लिए वे अर्थहीन शब्द जो गली-गली सुनाई देते हैं – कर्म, स्वधर्म, निर्णय, दायित्व।

1 पद्यांश के अनुसार कनु को कौन ले गया?

इसे सुनेंरोकेंराधा कृष्ण के वर्तमान रूप से चकित है। वह उनके नायकत्व रूप से अपरिचित है। उसे तो कृष्ण अपनी तन्मयता के क्षणों में केवल प्रणय की बातें करते दिखाई देते हैं। (५) प्रतीक विधान : राधा कनु को संबोधित करते हुए कहती है कि मेरे प्रेम को तुमने साध्य न मानकर साधन माना है।

कनु सबसे ज्यादा किसका है?

इसे सुनेंरोकें➲ कनु यानि कृष्ण सबसे ज्यादा राधा का है।

कनुप्रिया को पथ से हटाना होगा क्योंकि?

इसे सुनेंरोकेंवह उनके नायकत्व रूप से अपरिचित है। उसे तो कृष्ण अपनी तन्मयता के क्षणों में केवल प्रणय की बातें करते दिखाई देते हैं। (५) प्रतीक विधान : राधा कनु को संबोधित करते हुए कहती है कि मेरे प्रेम को तुमने साध्य न मानकर साधन माना है। इस लीला क्षेत्र से युद्ध क्षेत्र तक की दूरी तटा करने के लिए तुमने मुझे ही सेतु बना दिया।

कनुप्रिया कविता में आज कौन सा वृक्ष खंड खंड हो जाएगा?

इसे सुनेंरोकेंइसका काव्य कृति में कनु अर्थात यानि भगवान श्री कृष्ण और उनकी प्रिया राधा की प्रेम अनुभूतियों की सुंदर गाथा का वर्णन किया है। इस काव्य ग्रंथ का प्रथम संस्करण 1959 में प्रकाशित हुआ था। यह काव्य ग्रंथ कई खंडों में विभक्त है, जिसमें से एक खंड ‘आम्र बौर का गीत’ है। जिसमें आम के वृक्ष का वर्णन किया गया है।

कनुप्रिया कौन है * श्रीकृष्ण राधा अर्जुन इनमे से कोई भी नहीं?

कनुप्रिया में कौन से वृक्ष का वर्णन किया है?

कनुप्रिया इन में से कौन है * A कृष्ण B राधा C रुक्मिणी D इन में से कोई नहीं?

कनुप्रिया को सिर्फ कौन सा शब्द सुनाई पडता है *?

कनुप्रिया - शब्द : अर्थहीन / धर्मवीर भारती

कनुप्रिया कविता में आज कौन सा वृक्ष खंड खंड हो जाएगा?

अब अशोक वृक्ष पर अमंगल की छाया पड़ चुकी है और यह युद्ध के परिणाम की भेंट चढ़ने वाला है—“और यह पथ के किनारे खड़ा/ छायादार पावन अशोक वृक्ष/ आज खंड-खंड हो जाएगा तो क्या—/ यदि ग्रामवासी, सेनाओं के स्वागत में/ तोरण नहीं सजाते/ तो क्या सारा ग्राम नहीं उजाड़ दिया जाएगा?”[v] इसी तरह पहले सर्ग के 'तीसरे गीत' में कदंब वृक्ष का ...

कनुप्रिया कविता की मूल विषय वस्तु क्या है?

इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

कानुप्रिया अर्थात राधा किसकी सखी है?

(३) कविता की केंद्रीय कल्पना : इस कविता में राधा और कृष्ण के तन्मयता के क्षणों के परिप्रेक्ष्य में कृष्ण को महाभारत युद्ध के महानायक के रूप में तौला गया है। राधा कृष्ण के वर्तमान रूप से चकित है। वह उनके नायकत्व रूप से अपरिचित है। उसे तो कृष्ण अपनी तन्मयता के क्षणों में केवल प्रणय की बातें करते दिखाई देते हैं।

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