केले की जड़ में डाइटरी फाइबर होते हैं जो फैट को घटाने में उपयोगी होते हैं। इसका प्रतिदिन 25 ग्राम सेवन करना लाभदायक होता है।
लेकिन आपको बहुत अधिक वज़न कम करना है तो आप इसका प्रतिदिन 40 ग्राम सेवन कर सकते हैं। यह अत्यधिक सस्ता होता है और आसानी से मिल जाता है जिसके कारण यह बहुत ही उपयोगी घरेलू उपाय माना जाता है।
विषय-सूचि
- केले की जड़ के
फायदे (banana roots benefits in hindi)
- केले की जड़ गुर्दे की पथरी की तकलीफ घटाए
- केला की जड़ खाने के फायदे पाचन के लिए
- केला की जड़ का पानी पेट की चर्बी घटाए
- केले की जड़ का रस एसिडिटी कम करे
- केले की जड़ का उपयोग मधुमेह के लिए
- केले की जड़ के गुण पाचन के लिए
- कम कैलोरी की मात्रा
- केले की जड़ मूत्र मार्ग में संक्रमण दूर करे
- केले की जड़ का रस एनीमिया के लिये
- मजबूत इम्युनिटी
- रक्तचाप नियंत्रण में उपयोग
- विषहरण
केले की जड़ के फायदे (banana roots benefits in hindi)
आइये आपको इसके लाभों के बारे में बताते हैं।
केले की जड़ गुर्दे की पथरी की तकलीफ घटाए
केले की जड़ और इलाइची का बहुत ही उपयोगी संयोजन होता है। इलाइची आपके ब्लैडर और मूत्रमार्ग की मांसपेशियों को आराम देती है।
गुर्दे की पथरी से पीड़ित लोगों के लिए भी इलाइची अत्यधिक फायदेमंद होती है।
केला की जड़ खाने के फायदे पाचन के लिए
यदि आप अपना वज़न तेज़ी से घटाना चाहते हैं तो केले की जड़ का प्रयोग करें। इसे आप कई तरह से पका सकते हैं या फिर इसके रस का सेवन कर सकते हैं।
केले की जड़ आपको कई तरह से वज़न घटाने में उपयोगी होती है। अत्यधिक फाइबर होने के कारण ये आपको तृप्त रखती है और आपकी भूख मिटाकर कब्ज़ की तकलीफ भी खत्म करती है।
केला की जड़ का पानी पेट की चर्बी घटाए
पेट के लिए अदरक बहुत लाभदायक होता है। पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए ये आयुर्वेद में बहुत इस्तेमाल किया जाता है। पेट की चर्बी कम करने वाले पदार्थों में इसका अत्यधिक प्रयोग होता है।
केले की जड़ का रस एसिडिटी कम करे
जिनको एसिडिटी की समस्या होती है उनके लिए केले की जड़ का रस बहुत लाभदायक होता है। ये छाती की जलन और तकलीफ से राहत देता है।
केले की जड़ का रस पीकर एसिडिटी की समस्या को कम किया जा सकता है।
केले की जड़ का उपयोग मधुमेह के लिए
केले की जड़ का रस मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत ही उपयोगी होता है। ये शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को नियंत्रित रखता है।
इसकी कडवाहट मधुमेह का इलाज होती है। मधुमेह का नियंत्रित रखना गुर्दे के लिए आवश्यक होता है।
केले की जड़ के गुण पाचन के लिए
यदि आप अपाचन की समस्या से पीड़ित हैं तो छांछ के साथ केले की जड़ का रस लेना फायदेमंद होता है।
छांछ में विटामिन सी, ई, के, ई, बी और कैल्शियम होता है। छंछ प्रोबिओटिक होती है और पेट का संतुलन बनाये रखती है।
कम कैलोरी की मात्रा
केले की जड़ के रस में कैलोरीज कम होती हैं। इसकी फाइबर की मात्रा पेट को भरा हुआ महसूस कराती है। यह वजन नियंत्रण का बहुत ही उच्च उपाय होता है।
केले की जड़ मूत्र मार्ग में संक्रमण दूर करे
मूत्रवधक होने के कारण यह आपके शरीर से विषैले पदार्थ निकाल देता है। उच्च परिणामों के लिए आप दिन में 2-3 बार केले का रस पीयें।
ये संक्रमणों के लक्षणों से निजात दिलाता है और मूत्र मार्ग की समस्याओं को दूर करता है।
केले की जड़ का रस एनीमिया के लिये
केले की जड़ में आयरन और विटामिन बी6 पाया जाता है जो रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ा देता है। यही कारण है कि एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए यह बहुत ही अच्छा उपाय होता है।
मजबूत इम्युनिटी
केले की जड़ में पोटैशियम पाया जाता है। इसे हफ्ते में तीन बार लेने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ जाती है और रोगों से लड़ने में सहायता मिलती है।
रक्तचाप नियंत्रण में उपयोग
यह रक्तचाप नियंत्रित करने में बहुत ही उपयोगी होता है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए ये अत्यधिक लाभकारी साबित होता है इसलिए उन्हें इसका नियमित सेवन करना चाहिए।
विषहरण
केले की जड़ मूत्रवधक के समान कार्य करती है इसलिए यह शरीर से विषैले पदार्थ निकाल देती है।
इसके रस को नीम्बू या इलाइची के साथ बनाना अत्यधिक लाभदायक होता है। यह गुर्दे की पथरी के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
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इन फूड्स को खाकर कभी ना पिएं पानी, सेहत पर पड़ सकता है भारी
खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए, ये बात आपने कई बार पढ़ी और सुनी होगी। इसके पीछे तर्क यह दिया जाता है कि इससे डाइजेस्टिव जूस डायल्यूट हो जाते हैं और खाना पचने में दिक्कत आती है।...
Kajal Sharmaटीम लाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीWed, 21 Apr 2021 05:50 PM
खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए, ये बात आपने कई बार पढ़ी और सुनी होगी। इसके पीछे तर्क यह दिया जाता है कि इससे डाइजेस्टिव जूस डायल्यूट हो जाते हैं और खाना पचने में दिक्कत आती है। न्यूट्रिशनिस्ट खाना खाने के आधे घंटे बाद पानी पीने की सलाह देते हैं। हालांकि कई एक्सपर्ट्स अब यह भी मानते हैं कि खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गुनगुना पानी पिया जा सकता है। सिर्फ खाना ही नहीं कई ऐसी खाने वाली चीजें हैं जिनके तुरंत बाद पानी पीना सेहत को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। यहां जानें ऐसे ही फूड्स के बारे में।
केला
आयुर्वेद के मुताबिक कुछ चीजें अगर एक साथ ली जाएं तो आपकी पाचन अग्नि असंतुलित होती है और शरीर में दोष का संतुलन भी बिगड़ जाता है। ऐसे ही कई फलों के बाद पानी पीना भी मना होता है, इनमें केला भी शामिल है।अगर आप केला खाने के बाद पानी पीते हैं तो डाइजेशन से जुड़ी समस्या हो सकती है। केला खाने के बाद कम से कम आधे घंटे तक पानी ना पीने की सलाह दी जाती है।
तरबूज
कई न्यूट्रशनिस्ट और आयुर्वेदाचार्य तरबूज के बाद भी पानी के लिए मना करते हैं। तरबूज में 90-95 फीसदी पानी होता है। तरबूज के बाद पानी पीने से डाइजेस्टिव जूस डायल्यूट हो जाते हैं। इससे आपका पेट फूल सकता है और अपच की समस्या हो सकती है।
खट्टे फल
खट्टे फल जैसे संतरा, मौसमी, आंवला खाने के बाद पानी ना पीने की सलाह दी जाती है। कुछ भी खाने के बाद डाइजेस्टिव सिस्टम कुछ एसिड निकालता है। खट्टे फल खाने के बाद आप पानी पीते हैं तो पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है जिससे फल ठीक से पच नहीं पाते इस वजह से एसिडिटी हो सकती है।
दूध
अगर आप दूध पीने के बाद पानी पीते हैं तो दूध के प्रोटीन का मेटाबॉलिजम धीमा हो जाता है। ऐसे में एसिडिटी और अपच की समस्या हो सकती है।
नोट: यहां दी गई जानकारी जनरल इन्फॉर्मेशन के लिए है। इसे मेडिकल या प्रोफेशनल एडवाइस के तौर पर ना लिया जाए। डायट से जुड़ा कोई भी बदलाव या हेल्थ से जुड़ी नई चीज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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