गोपाल कृष्ण गोखले का क्या नारा था? - gopaal krshn gokhale ka kya naara tha?

प्र. 4 “गोखले के रूप में रानाडे को जैसा शिष्य मिला था,वैसा उपयुक्त शिष्य कभी किसी गुरु को नहीं मिला होगा |” निम्न कथन किसका है ?
(अ) डॉ. जकारिया
(ब) रजनी कोठारी
(स) फिरोज शाह मेहता
(द) विलियम वैडरबर्न
 अ✔

प्र. 5 गोपाल कृष्ण गोखले कांग्रेस के किस अधिवेशन के अध्यक्ष बने ?
(अ) बनारस अधिवेशन
(ब)  मुंबई अधिवेशन
(स) कोलकाता अधिवेशन
(द) लाहौर अधिवेशन
 अ✔

प्र. 6 1904 ईस्वी में ब्रिटिश सरकार ने गोखले को कौनसा खिताब दिया ?
(अ) सर का
(ब)  c.i.e. का
(स) राय का
(द) C.I.A.का
 ब✔

प्र. 7 गोखले ने इंग्लैंड की यात्रा कितनी बार की  ?
(अ) 7  बार
(ब) 5 बार
(स) 3 बार
(द) 2बार
 अ✔

प्र. 8 गोखले को कौन “पूण्यात्मा गोखले ” कहा करते थे  ?
(अ) Subhash Chandra Bose
(ब) Ravindra Nath Tagore
(स) Bal Gangadhar Tilak
(द) Mahatma Gandhi
 द✔

प्र. 9 गोपाल कृष्ण गोखले की मृत्यु कब हुई  ?
(अ) 23 फरवरी 1915
(ब) 19 फरवरी 1915
( स) 28 फरवरी 1914
(द) 20फरवरी 1916
 ब✔

प्र. 10  गोखले के देहावसान इंग्लैंड की लॉर्ड सभा में बोलते हुए यह किसने कहा था कि “उन्हें कभी किसी भी राष्ट्र का ऐसा व्यक्ति नहीं मिला, जिसमें  उनसे ज्यादा संसदीय प्रतिभा हों ।”
(अ) Lord William
(ब) Lord Ripon
(स) Lord curzon
(द) Lord Cornwallis
 स✔

प्र. 11  गोखले ने भारत सेवक समाज की स्थापना कब की  ?
(अ) 5 जून 1905
( ब) 10 जून 1905
(स) 5 जून 1904
(द) 12 जून 1905
 द ✔

प्र. 12  गोखले ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद को कब सुशोभित किया था  ?
(अ) 1904
(ब) 1905
(स) 1906
(द) 1907
 ब ✔

प्र. 13  भारतीय राजनीति में गोखले के सबसे प्रमुख शिष्य कौन थे  ?
(अ) Jawaharlal Nehru
(ब) Mahatma Gandhi
(स) Bhagat Singh
(द) Subhash Chandra Bose
 ब✔

प्र. 14  गोपाल कृष्ण गोखले के राजनीतिक विचारों का प्रमुख स्वर है :-
(अ)  राष्ट्रवाद
(ब) सामाजिक न्याय
(स) भारतीयों के आत्म निर्णय के अधिकार  की उद्घोषणा
(द) उदारवाद
 द ✔

प्र. 15  “सर्वेंण्टस  ऑफ इंडिया सोसायटी”  की स्थापना के माध्यम से गोखले ने प्रतिष्ठित किया :-
(अ) सामाजिक सुधारों की आवश्यकता को
(ब) आर्थिक सुधारों की गंभीर आवश्यकता को
(स) भारतीयों में उनँके सांस्कृतिक गौरव को
(द)  राजनीति के आध्यात्मिककरण को
 द ✔

प्र 16  क्षमा-याचना प्रकरण में ब्रिटिश जनता से क्षमा मांगने के संबंध में गोखले के व्यक्तित्व का निम्नांकित पक्ष को उजागर हुआ :-
(अ) ब्रिटिश लोगों की श्रेष्टता में विश्वास
(ब) ब्रिटिश शासन के प्रति गहरी आस्था
(स) सार्वजनिक जीवन में नैतिक आग्रह में सदाश्यता
(द) सार्वजनिक गतिविधियों में व्यवहारीक  व कार्यसाधक दृष्टिकोण
 स ✔

प्र 17 वैल्वीआयोग के समक्ष अपनी गवाही में गोपाल कृष्ण गोखले ने निम्न बात का प्रतिपादन किया :-
(अ) भारत में व्यस्क मताधिकार को अपनाने की आवश्यकता
(ब) भारत में प्रशासन का पूर्णतया विकेंद्रीकरण
(स) भारत में आर्थिक व वित्तीय सुधारों की आवश्यकता
(द) भारत में राजनीतिक सुधारों की आवश्यकता
स  

प्र 18  उदारवादियों के शिरोमणि नेता के रुप में किसे जाना जाता है ?
(अ) फ़िरोज़शाह मेहता
(ब) Surendranath banerjee
(स) Ravindra Nath Tagore
(द) Gopal Krishna Gokhale
 द✔

नोट:- वित्त मामले की अद्वितीय समझ और उस पर अधिकार पूर्वक बहस करने की क्षमता रखने के कारण  गोपाल कृष्ण गोखले को “भारत का ग्लेडस्टोन” भी कहा जाता है |

गोपाल कृष्ण गोखले ✍️ गोपाल कृष्ण गोखले का जीवन परिचय            गोपाल कृष्ण गोखले भारत के स्वाधीनता संग्राम में जिन विभूतियों का प्रमुख सहयोग रहा है, उनमें श्री गोपाल कृष्ण गोखले का नाम अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है। आने वाली पीढ़ियों को उनके विषय में जानकारी देना वांछनीय समझ कर … Read more

ग्वालियर. ‘स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’। यह नारा बाल गंगाधर तिलक ने दिया था। ऐसा प्राइमरी स्तर की किताबों में ही लिखा है। लेकिन व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के विषय विशेषज्ञों की टीम इस सवाल का जवाब कभी गोपालकृष्ण गोखले, तो कभी लाला लाजपत राय बताती है।

संविदा शिक्षक वर्ग-1 की पात्रता परीक्षा हो या फिर मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा। प्रत्येक परीक्षा में व्यापमं यह प्रश्न जरूर पूछता है और हर बार मॉडल आंसरशीट में इसका जवाब गलत ही होता है। व्यापमं की इस गलती का खामियाजा नौकरी की आस में इन परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों को उठाना पड़ता है। व्यापमं द्वारा लगातार इस तरह की गंभीर गलतियां करने से उनकी विषय विशेषज्ञों की टीम तथा उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े होने लगे हैं।

एक ही प्रश्न के दो उत्तर दोनों ही गलत
गलतियों को सुधारा जाता है
गलतियां होती हैं, तो उन्हें सुधारा भी जाता है। मॉडल आंसरशीट वेबसाइट पर इसी लिए डाली जाती है कि अगर उम्मीदवार को कोई आपत्ति है, तो वह निर्धारित समय में व्यापमं को इस बारे में बताए। आपत्ति आने के बाद विषय विशेषज्ञों की टीम आपत्तियों पर विचार करती है तथा जरूरी होने पर संशोधन भी करती है।
पंकज त्रिवेदी, कंट्रोलर, व्यापमं

संविदा शिक्षक शाला पात्रता परीक्षा वर्ग-1
सेट बी, प्रश्न क्रमांक 115
‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’। यह बात किसने कही थी।
ए. गोपाल कृष्ण गोखले
बी.बीआर अंबेडकर
सी. लाला लाजपत राय
डी. बाल गंगाधर तिलक


व्यापमं ने बताया जवाब- गोपाल कृष्ण गोखले
सही जवाब- बाल गंगाधर तिलक
मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा


सेट बी, प्रश्न क्रमांक 34
‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’। यह बात किसने कही थी।
ए.बाल गंगाधर तिलक
बी. महात्मा गांधी
सी. लाला लाजपत राय
डी.सुभाष चंद्र बोस
व्यापमं ने बताया जवाब- लाला लाजपत राय
सही जवाब- बाल गंगाधर तिलक

तीन प्रश्नों के उत्तर गलत, लेकिन एक ही सुधारा
व्यापमं ने सात अप्रैल को पुलिस कांस्टेबल रिक्रूटमेंट के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा की मॉडल आंसरशीट जारी होने पर पता चला कि प्रश्न-पत्र के सी सेट में तीन सवालों को लेकर गफलत है। यह प्रश्न १, 16 तथा 28 नंबर के थे। आवेदकों ने जवाबों की प्रामाणिकता के लिए जब किताबों को टटोला, तो पता चला कि वाकई में तीन सवालों के सही उत्तरों को गलत कर दिया गया है।

छात्रों ने अपनी आपत्ति सबूत के साथ व्यापमं को भेजी। इसके बाद व्यापमं ने मॉडल आंसरशीट में संशोधन कर दिया, लेकिन इसमें सिर्फ एक नंबर के सवाल का जवाब सही किया है। बाकी अन्य दो प्रश्नों के उत्तर अभी भी पहले जैसे ही रखे गए हैं। ऐसे में आवेदक अब दोबारा अपनी आपत्तियां भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

गोपाल कृष्ण गोखले का नारा क्या है?

'स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा'। यह नारा बाल गंगाधर तिलक ने दिया था। ऐसा प्राइमरी स्तर की किताबों में ही लिखा है। लेकिन व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के विषय विशेषज्ञों की टीम इस सवाल का जवाब कभी गोपालकृष्ण गोखले, तो कभी लाला लाजपत राय बताती है।

गोपाल को सच्चा वाला क्यों कहा गया है?

उत्तर – अपनी सच्चाई बताने के कारण गोपाल को - सच्चा बालक कहा गया

गोपाल कृष्ण गोखले में क्या गुण थे?

प्र. 1 ” गोखले में अनेक गुण थे | उनमें से प्रधान गुण यह था कि बहुत ही छोटी उम्र में उन्होंने नि:स्वार्थ निष्ठापूर्वक अपने आप को देश सेवा के लिए पूर्णतया समर्पित कर दिया ।” निम्न कथन किसका है ?

गोपाल कृष्ण गोखले ने किसकी स्थापना की थी?

इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। इसकी स्थापना गोपाल कृष्ण गोखले ने 1905 में, पुणे महाराष्ट्र में की थी| इसका उद्देश्य नौजवानों को सार्वजनिक जीवन के लिए प्रशिक्षित करना था। इस सोसायटी के सदस्य आजीवन देश की सेवा करने का वचन लेते थे।

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