चाँद लेखक को क्या सीख देता था ? - chaand lekhak ko kya seekh deta tha ?

नेहरू जी ने चाँद को अपना सहचर क्यों कहा? उन्हें वह क्या सीख देता प्रतीत होता है?

जेल में रहते हुए उन्हें चाँद ही अपना साथी इसलिए लगा क्योंकि वह प्रतिदिन निश्चित समय पर आकर उन्हें एक-एक दिन का अहसास करवाता था।

साथ ही यह सीख भी देता था कि अंधकार के बाद प्रकाश अर्थात् दुख के बाद सुख के दिन भी अवश्य आते हैं।

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लेखनी उठाने का प्रमुख उद्देश्य क्या था?

  • जेल की कमियाँ लिखकर देना 

  •  काव्य लेखन करना

  • भारतीय इतिहास पर प्रकाश डालना 

  • भारतीय इतिहास पर प्रकाश डालना 

C.

भारतीय इतिहास पर प्रकाश डालना 

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यह नेहरू जी की कितनी बार की जेल यात्रा थी?

  • आठवीं 
  •  दूसरी 

  • नौवीं 

  • नौवीं 

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अतीत का दबाव’ शब्दों से क्या तात्पर्य है?

  • पुरानी बातें

  • प्राचीन वस्तुएँ

  • मनुष्य के मानस पटल पर प्राचीन सभ्यता व संस्कृति का प्रभाव

  • मनुष्य के मानस पटल पर प्राचीन सभ्यता व संस्कृति का प्रभाव

C.

मनुष्य के मानस पटल पर प्राचीन सभ्यता व संस्कृति का प्रभाव

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नेहरू जी ने बंदी जीवन में कलम क्यों उठाई?

  • भारत का गुणगान करने हेतु 

  • भारतीयों में राष्ट्रप्रेम जागृत करने हेतु

  •  भारतीयों का मार्गदर्शन करने हेतु

  •  भारतीयों का मार्गदर्शन करने हेतु

B.

भारतीयों में राष्ट्रप्रेम जागृत करने हेतु

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‘अहमदनगर का किला’ पाठ कब व किसके द्धारा लिखा गया?

  • 13 अप्रैल 1944 में जवाहरलाल नेहरू द्धारा 
  • 14 अप्रैल 1933 में जवाहरलाल नेहरू द्धारा 

  • 13 अप्रैल 1944 में महात्मा गाँधी द्धारा 

  • 13 अप्रैल 1944 में महात्मा गाँधी द्धारा 

A.

13 अप्रैल 1944 में जवाहरलाल नेहरू द्धारा 

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लेखक को चाँद क्या संदेश देता है?

रंग बिरंगे फूल खिलते हैं फूलों पर भँवरे, तितलियाँ मँडराती प्रकृति के सौदंर्य में चार चाँद लगाती है। प्रात: कालीन भ्रमण तो अनूठा आनंद देता है।

लेखक की यह कौन सी जेल यात्रा थी?

भारत की खोज (अंग्रेज़ी: Discovery of India) की रचना 1944 में अप्रैल-सितंबर के बीच अहमदनगर की जेल में जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई थी। ... .

अहमदनगर के KILE में लेखक की दिनचर्या क्या थी?

दूसरी जेलों की तरह, यहाँ अहमदनगर के किले में भी मैंने बागवानी करना शुरू कर दिया। मैं रोज़ कई घंटे तपती धूप में भी फूलों के लिए क्यारियाँ बनाने में बिताने लगा। मिट्टी बहुत खराब थी - पथरीली और पुराने मलबे और अवशेषों से भरी हुई। चूँकि यह इतिहास - स्थल है इसलिए अतीत में इसने कई युद्ध और राजमहलों की दुरभिसंधियाँ देखी हैं।

भारत के संबंध में लेखक ने कैसे जाना था?

लेखक तक्षशिला (पाकिस्तान) के पौराणिक खंडहर देखने गया था। वहाँ वह धूप में भूख-प्यास से बेहाल होकर होटल की तलाश कर रहा था कि उसे हामिद खाँ की दुकान पर जाना पड़ा। यहाँ हामिद खाँ ने जाना कि लेखक भारत से आया है।

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