चने की दाल खाने से क्या होता है? - chane kee daal khaane se kya hota hai?

चना खाने के फायदे के बारे में तो सभी लोग जानते हैं, लेकिन क्या आप चने की दाल के फायदों के बारे में जानते हैं, जी हां चने की दाल का सेवन सेहत को कई लाभ पहुंचाता है। क्योंकि चने की दाल पोषक तत्वों से भरपूर होता है। चने की दाल में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है, इसलिए चने की दाल का सेवन करने से शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होती है, साथ ही चने की दाल में विटामिन बी1, विटामिन बी5, विटामिन के, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। आइए जानते हैं चने की दाल के क्या-क्या उपयोग और फायदे होते हैं।

चने की दाल के 6 उपयोग, 8 फायदे

चने की दाल के उपयोग

1- चने की दाल का हलवा बनाया जा सकता है।

2- चने की दाल की पकौड़ी बनाई जा सकती है।

3- चने की दाल की पूरियां बनाई जा सकती है।

4- चने की दाल की नमकीन बनाई जा सकती है।

5- चने की दाल की चटनी बनाई जा सकती है।

6- चने की दाल में लौकी डालकर दाल बनाई जा सकती है।

चने की दाल के फायदे

1- चने की दाल का सेवन हड्डियों (Bones) को स्वस्थ बनाए रखने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि चने की दाल में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है, इसलिए इसका सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है, जिससे गठिया जैसी बीमारी का खतरा कम होता है।

2- शरीर में आयरन की कमी के कारण एनीमिया (Anemia) यानि खून की कमी की शिकायत हो जाती है। लेकिन अगर आप चने की दाल का सेवन करते हैं, तो इससे खून की कमी दूर होती है। क्योंकि चने की दाल में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

3- चने की दाल प्रोटीन से भरपूर होती है, इसलिए अगर आप नियमित रूप से चने की दाल का सेवन करते हैं, तो इससे रोग प्रतिरोधक (Immunity) क्षमता मजबूत होती है, जिससे आपका शरीर वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आने से बच सकता है।

4- चने की दाल का सेवन कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है। क्योंकि चने की दाल में फाइबर मौजूद होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मददगार साबित होता है।

5- चने की दाल का सेवन वजन (Weight) कम करने में भी काफी मददगार साबित होता है। क्योंकि चने की दाल में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, इसलिए इसका सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा लगता है, जिससे जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है।

6- कमजोरी (Weakness) की शिकायत होने पर चने की दाल का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि चने की दाल में जिंक, कैल्श‍ियम, प्रोटीन, फोलेट जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने में मददगार साबित होते हैं।

7- चने की दाल का सेवन डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि चने की दाल का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।

8- चने की दाल का सेवन पाचन (Digestion) संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होता है। क्योंकि चने की दाल में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ पाचन से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में मददगार साबित होता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

चना दाल फायदे, लाभ, नुकसान, बनाने का तरीका, उपयोग, गुण [Chana Dal Benefits (Fayde) in Hindi] (Side Effects, Uses, Making Dishes, Gun)

हमारे देश में तरह तरह की दालें पाई जाती है, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर, चना आदि इनमें से चने की दाल स्वास्थ की द्रष्टि से बहुत फायदेमंद है| इसमें बहुत से पोषक तत्व होते है जो हमारे शरीर को फायदा देते है| भारतीय घरों में चना दाल को बहुत से तरीके से उपयोग में लाया जाता है| चने की दाल चना का आधा हिस्सा है जिसे साफ करके पोलिश किया जाता है| चना दाल को पीस कर बेसन बनाया जाता है जिसमें पोषक तत्व की कमी नहीं होती है, इस बेसन का उपयोग तरह तरह से किया जाता है|

Table of Contents

  • चना की दाल के फायदे एवं नुकसान
    • चने की दाल में मौजूद पोषक तत्व –
    • चना दाल में मौजूद पोषक तथ्य (आधा कप पकी हुई) –
    • चने की दाल के लाभ (Chana Dal Benefits in Hindi)
    • चना दाल का उपयोग (Chana Dal Use) –
    • चना दाल को कैसे रखें –
    • चना दाल बनाने एवं खाने का तरीका
  • FAQ

चना की दाल के फायदे एवं नुकसान

भारत में अलग अलग स्थान में दाल का उपयोग अलग तरह से होता है, इससे बना बेसन खाने के अलावा सौंदर्य को निखारने में भी काम आता है| इसमें कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसके काई फायदे है. आइये इस लेख में हम आपको चने की दाल के फायदे, नुकसान एवं अन्य जानकारियां देते हैं.

चने की दाल में मौजूद पोषक तत्व –

  • कैल्शियम
  • प्रोटीन
  • विटामिन
  • आयरन
  • फाइबर
  • रेशे

दाल का स्वाद स्वीट कॉर्न की तरह होता है जिसका उपयोग सूप, सलाद, स्नैक में किया जाता है| चने की दाल प्रोटीन की खदान होता है जिसे रोज अपने खाने में शामिल करना लाभकारी होता है|

चना दाल में मौजूद पोषक तथ्य (आधा कप पकी हुई) –

कैलोरी350सोडियम398 mgटोटल फैट12 gmकार्बोहाइड्रेट60 gmफाइबर22 gmशुगर8 gmप्रोटीन22 gmविटामिन A2%कैल्सियम2%आयरन20%

चने की दाल के लाभ (Chana Dal Benefits in Hindi)

  1. चने की दाल में फाइबर की अधिकता होती है जिससे ये बड़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम करता है|
  2. चना दाल जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम व फोलेट का सोर्स होती है|
  3. डायबटीज को कंट्रोल करने के लिए चना दाल बहुत अच्छी मानी जाती है|
  4. दाल में फैट कम होता है जिससे वजन कम करने वालों को ये ज्यादा से ज्यादा खाना चाइये|
  5. चने की डाल स्वाद में बहुत अच्छी होती है, पोष्टिकता से भरी ये दाल आसानी से पच जाती है|
  6. चना की दाल से कब्ज की परेशानी दूर होती है|
  7. पीलिया होने पर चने की दाल खाना चाहिए इससे जल्दी रिकवरी होती है|
  8. चना दाल खाने से शरीर में एनर्जी आती है. इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर में एक तरह से फ्यूल का कार्य करता है, जो तुरंत एनर्जी देता है.
  9. चना डाल में मौजूद अमीनो एसिड, शरीर को कोशिकाओं को मजबूत करता है.
  10. चना दाल खाने से अधिक गुलुकोस शरीर में अवशोषित होता है, जो डायबटीज के मरीज के लिए बहुत अच्छा होता है.
  11. आपका पाचनतंत्र अच्छे से कार्य नहीं कर रहा हैं और आपको कब्ज, उलटी, डायरिया की परेशानी है. चना दाल इसको ठीक कर सकता है.
  12. आयरन की कमी से शरीर में बहुत सी परेशानी होती है, जैसे एनीमिया. चना दाल में आयरन, प्रोटीन होता है, इसके खाने से शरीर में हेमोग्लोबिन बढ़ता है.

चना दाल का उपयोग (Chana Dal Use) –

  • दाल को कुछ देर भिगो कर बनाने से ये जल्दी पकती है|
  • दाल से बने बेसन से हजारों तरह की डिशेज बनती है जिसमें लड्डू, पकोड़े अत्यधिक प्रसिद्ध है| बेसन के फायदे और उसकी रेसिपी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें. बेसन का पेस्ट चेहरे बालों दोनों के लिए अच्छा होता है.
  • गुजरात में चना दाल का उपयोग बहुत अधिक होता है| वो लोग इससे ढोकला, हांडवा, थेपला, फाफडा और भी बहुत सी चीजें बनाते है|
  • चने की दाल को उबालकर उसका पानी निथार दें, अब प्याज टमाटर के साथ सब्जी बनालें| ये पराठे रोटी के साथ बहुत अच्छी लगती है|
  • बेसन सौदर्य के लिए बहुत अच्छा होता है| दही हल्दी के साथ मिलाकर लगाने से निखार आता है| बेसन से उपटन बनाया जाता है जो हर लड़की अपने सौन्दर्य को निखारने के लिए उपयोग करती है|
  • बेसन सबसे पुराना और इफेक्टिव सौदर्य प्रोडक्ट है|

चना दाल को कैसे रखें –

  • दाल को हमेशा ठन्डे व सूखे स्थान पर रखना चाहिए|
  • दाल को बनाकर तुरंत उपयोग करना चाइये, बासा नहीं खाना चाइये|

चना दाल बनाने एवं खाने का तरीका

चना दाल को आप सब्जी के तौर पर बना सकते हैं, साथ ही आप इसका इस्तेमाल डोसा बनाने में कर सकते हैं। इसका सेवन आप हर किसी व्यंजन में कर सकते हैं। जिससे आप अलग- अलग स्वाद के व्यंजन खा सकते हैं। साथ ही आप लड्डू, पकोड़े भी बनाकर खा सकते हैं।

चने की दाल के फायदे पढकर आप इसकी उपयोगिता जान गए होंगें| अगर आप इसका किसी और तरह से उपयोग करते है तो हमारे साथ शेयर करें ताकी दुसरे भी आपसे कुछ सीख सकें|

चना की दाल भिगोकर खाने से क्या होता है?

चने की दाल में जिंक, कैल्श‍ियम, प्रोटीन, फोलेट आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को आवश्यक और जरूरी ऊर्जा देने में मदद कर सकते हैं. Soaked Chickpea Benefits: भीगे चने शरीर को बना देंगे फौलाद जैसा मजबूत, मिलेंगे हैरान करने ...

चने की दाल गर्म होती है क्या?

चने की दाल- चने की दाल की तासीर भी मूंग की दाल की तरह ठंडी होती है। इसमें पाया जाने वाला हाई प्रोटीन शरीर में एनर्जी लेवल को बनाए रखता है।

चने की दाल को खाने से क्या होता है?

1 चने की दाल आपके शरीर में आयरन की कमी को पूरा करती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करती है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड शरीर की कोशिकाओं को मजबूत करने में मददगार है। 2 डाइबिटीज पर नियंत्रण के लिए चने की दाल का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। यह ग्लूकोज की अधि‍क मात्रा को अवशोषित करने में काफी मददगार है।

चने की दाल को कैसे खाना चाहिए?

चने की दाल के तीन चम्मच रात को पानी में भिगो दें सुबह के समय इसका सेवन करें और इसके बाद गर्म दूध पीएं। ... .
भूख बहुत लगने लगती है और खाया-पिया हज़म हो जाता है। ... .
इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, आयरन और फाइबर अधिक मात्रा में होने के कारण शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है।.

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