Short Note
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए−
चाजीन ने कौन-सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी कीं?
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Solution
चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, तौलिए से पोछ कर चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण, अच्छे व सहज ढंग से कीं।
Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B)
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Chapter 2.7: पतझर में टूटी पत्तियाँ - लिखित (क) [Page 122]
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NCERT Class 10 Hindi - Sparsh Part 2
Chapter 2.7 पतझर में टूटी पत्तियाँ
लिखित (क) | Q 2 | Page 122
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चाजीन ने टी-सेरेमनी से जुड़ी सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की। यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूर्ण हुई। चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग, अच्छे व सहज ढंग से की।
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निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर 25 30 शब्दों में लिखिएचाजीन ने कौन सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी कीं?
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Solution
चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, तौलिए से पोछ कर चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण, अच्छे व सहज ढंग से कीं।
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Q.
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए -
उनके गीत भाव-प्रवण थे − दुरूह नहीं।
Q.
निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −
लेखक की पत्नी को खिड़की मे जाली क्यों लगवानी पड़ी?
Q.
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए −
सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से कीं कि उसकी हर भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूँज रहे हों।
Q.
एक दिन जब गुल्ली-डंडा खेलने के बाद छोटे भाई बड़े भाई साहब के सामने पहुँचा तो उनकी क्या प्रतिक्रिया हुई?
Q.
बड़े भाई की डाँट-फटकार अगर न मिलती, तो क्या छोटा भाई कक्षा में अव्वल आता? अपने विचार प्रकट कीजिए ।
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Solution : लेखक और उसके मित्र को देखकर चाजीन खड़ा हुआ, कमर झुकाकर उसने प्रणाम किया। दो.........झो.....(आइए, तशरीफ लाइए) कहकर स्वागत किया। बैठने की जगह दिखाई। चाय चढ़ाई, तौलिए से बरतन साफ किए। चाय प्यालों में डाली। यह सभी क्रियाएँ उसने गरिमा पूर्ण ढंग से पूरी की।
चाजीन ने टी-सेरेमनी से जुड़ी सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की। यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूर्ण हुई। चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, दूसरे कमरे से चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग अर्थात् बड़े ही आराम से, अच्छे व सहज ढंग से की।
चाजीन ने टी-सेरेमनी से जुड़ी सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की। यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूर्ण हुई। चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग, अच्छे व सहज ढंग से की।
विषयसूची
चाजीन ने क्या क्या काम किया?
इसे सुनेंरोकेंलेखक देखता है कि वहाँ की सभी क्रियाएँ अत्यंत गरिमापूर्ण ढंग से की गईं। चाजीन द्वारा लेखक और उसके मित्र का स्वागत करना, अँगीठी जलाना, चायदानी रखना, बर्तन लगाना, उन्हें तौलिए से पोंछना, चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ मन को भाने वाली थीं।
चाजीन ने कौन कौन सी क्रियाएँ गरिमा पूर्ण ढंग से कीं?
इसे सुनेंरोकेंचाजीन ने टी-सेरेमनी से जुड़ी सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से की। यह सेरेमनी एक पर्णकुटी में पूर्ण हुई। चाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग, अच्छे व सहज ढंग से की।
चाजीन ने लेखक और उसके मित्रों का स्वागत क्या कहकर किया?
इसे सुनेंरोकेंचाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, दूसरे कमरे से चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग अर्थात् बड़े ही आराम से, अच्छे व सहज ढंग से की।
झेन परंपरा से जापानियों को क्या लाभ हुआ है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: मानसिक शांति बनी रहती है । अपने ऊपर पहले से ज्यादा नियंत्रण होता हैं। लेकिन जापानियों के लिए झेन परम्परा योगिक के साथ साथ धार्मिक भाव का प्रदर्शन भी करती है जिससे वे जापानियों की भावनाओ से जुड़ी हुई है और उनके लिए ये उनकी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है ।
टी सेरेमनी में कितने आदमियों को प्रिेश ददया जाता है और क्यों?
इसे सुनेंरोकें’टी-सेरेमनी’ में कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता था और क्यों? इसमें केवल तीन ही लोगों को प्रवेश दिया जाता है। इसका कारण यह है की भाग दौड़ से भरी जिन्दगी से दूर कुछ पल अकेले बिताना है और साथ ही जहाँ इंसान भूतकाल और भविष्यकाल की चिंता से मुक्त हो कर वर्तमान में जी पाए।
इसे सुनेंरोकेंचाजीन द्वारा लेखक और उसके मित्र का स्वागत करना, अँगीठी जलाना, चायदानी रखना, बर्तन लगाना, उन्हें तौलिए से पोंछना, चाय डालना आदि सभी क्रियाएँ मन को भाने वाली थीं।
चाजीन ने कौन सी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग से पूरी की?
इसे सुनेंरोकेंचाजीन द्वारा अतिथियों का उठकर स्वागत करना, आराम से अँगीठी सुलगाना, चायदानी रखना, चाय के बर्तन लाना, उन्हें तौलिए से पोंछना व चाय को बर्तनों में डालने आदि की सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण ढंग, अच्छे व सहज ढंग से की।
टी सेरेमनी से क्या क्या लाभ हैं स्पष्ट कीजिए L?
इसे सुनेंरोकें’टी सेरेमनी में केवल तीन आदमियों को प्रवेश दिया जाता था। क्योंकि एक तो यह स्थान बहुत छोटा होता है दूसरा इस सेरेमनी का उद्देश्य है-शांतिमय वातावरण । दौड़-धूप भरे जीवन से हटकर भूत और भविष्य की चिंता छोड़कर वर्तमान पल को शांति से बिताना ही ‘टी सेरेमनी’ का उद्देश्य होता है।
चेस्तनत क्या है पाठ बचपन?
इसे सुनेंरोकेंबचपन से लेकर अब तक उनके पहनावे में बहुत परिवर्तन आए। बचपन मे वह रंग बिरंगे कपड़े पहनती थीं जैसे नीला ,जामुनी, ग्रे, काला, चॉकलेटी परन्तु अब वह सफ़ेद रंग के कपड़े पहनती हैं। पहले वे फ्रॉक, निकर-वॉकर, स्कर्ट, लहँगे, गरारे पहनती थीं लेकिन अब चूड़ीदार और घेर दार कुर्ते पहनती हैं। बचपन के कुछ फ्रॉक अभी भी उन्हें याद हैं।
बचपन पाठ में आए सभी मुहावरे छाँटकर उनके अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग करें?
2. बचपन में हमें अपने मोजे खुद धोने पड़ते थे। 3. हम बच्चे इतवार की सुबह इसी में लगाते।…9. संस्मरण में आए अंग्रेज़ी के शब्दों को छाँटकर लिखो और उनके हिंदी अर्थ जानो। उत्तर:-
फ्रॉक | लड़कियों के पहनने का घेरदार झबला |
लेमन कलर | नींबू जैसा रंग |
आलिव आयल | जैतून का तेल |
ग्रामोफ़ोन | गाने सुनने का यंत्र |