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- नौ बार परीक्षा दे 10वीं व 12वीं कर सकते हैं पास
भास्कर न्यूज. किशनगढ़/हरमाड़ा.
राजस्थान स्टेट ओपन से 10 वीं और 12वीं पास करना आसान है। अभ्यर्थियों को 5 साल के लिए एक बार रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। फिर 9 बार परीक्षा दे सकते हैं। यानि अभ्यर्थियाें को एक क्लास पास करने के लिए 9 चांस मिलेंगे। इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि परीक्षा साल में दो बार होगी और जिस विषय में उत्तीर्ण कर ली उसकी दाेबारा परीक्षा देनी नहीं पड़ेगी।
अभ्यर्थियों को पढ़ाई के लिए पाठ्यपुस्तकें भी स्टेट ओपन की ओर से ही उपलब्ध कराई जाती हैं। परीक्षा साल में दो बार अप्रैल-मई और अक्टूबर-नवंबर में होती हैं। अप्रैल-मई में मुख्य परीक्षा और अक्टूबर-नवंबर में सप्लीमेंट्री परीक्षा होगी। फार्म जुलाई से 31 अक्टूबर तक एक बार ही भरे जाते हैं। 10 वीं के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की उम्र 14 साल होनी चाहिए। जबकि 12 वीं में आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु 15 साल है। अधिकतम आयु की सीमा नहीं है।
राजस्थान स्टेट ओपन की 10 वीं कक्षा में 15 विषय और 12 वीं में 20 विषय हैं। इनमें से 1 भाषा यानी हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत आदि और 4 अन्य विषय लेना जरूरी है। 10 वीं और 12 वीं दोनों की क्लास में कुल 5 सब्जेक्ट लेने पड़ेंगे और पास करने के लिए 5 साल में 9 बार परीक्षा दे सकते हैं।
न्यूनतम उत्तीर्ण मार्क्स 33 फीसदी जरूरी है। सभी विषयाें की परीक्षा पास करने के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा। राजस्थान स्टेट ओपन से क्लास 10 व 12 की परीक्षा पास करना आसान है। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद 5 साल में परीक्षा देने के 9 चांस मिलते हैं। परीक्षा साल में दो बार अप्रैल-मई और अक्टूबर-नवंबर माह में परीक्षा लगती है।
इसके लिए ऑनलाइन फार्म जुलाई माह से 31 अक्टूबर तक भरे जाते हैं। इस बार परीक्षा 5 अप्रैल से शुरू होगी, जिसका टाइम टेबल जारी कर दिया गया है।
ऑनलाइन आवेदन 31 अक्टूबर तक
स्टेट ओपन से परीक्षा देने के इच्छुक अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा। अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन जुलाई से 31 अक्टूबर भर सकते है। शहर में कईं स्कूल है। जानकारी के अनुसार हर साल 35 से 40 फीसदी अभ्यर्थी पास होते है।
सुविधा ऐसी...घर बैठे तैयारी कर दे परीक्षा
आप कामकाजी हैं या आपकी परिस्थितियां अच्छी नहीं है, लेकिन आप 10 वीं और 12वीं की
परीक्षा देना चाहते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। राजस्थान स्टेट ओपन से आप दोनों क्लास की परीक्षा दे सकते है। इसके िलए आपको अपना कामकाज छोड़ना नहीं पड़ेगा। घर बैठे तैयारी कर परीक्षा में बैठ सकते हैं। स्टेट ओपन परीक्षा ऐसे सरकारी कर्मचारियों के लिए भी मील का पत्थर साबित हो रही है, जो नौकरी में आने से पहले क्लास 10 पास नहीं कर सके।
नकल माफियाओं पर लगेगी लगाम
यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा के लिए होने वाले इस बदलाव के बाद स्कूलों में नकलमाफियाओं पर भी लगाम लग जाएगी। अभी तक यूपी बोर्ड की ओर से दसवीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए आयु को लेकर कोई नियमावली नहीं थी, जिसे अधिक उम्र के छात्र-छात्राएं आसानी से परीक्षा पास कर लेते थे। यूपी बोर्ड के पास इस संबंध में लगातार शिकायतें आ रही थी। इसके बाद ही यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल के परीक्षार्थी के लिए न्यूनतम 14 वर्ष और अधिकतम 18 वर्ष की आयुसीमा तय करने का प्रस्ताव बनाया गया।
इन बोर्ड में पहले से लागू है यह नियम
यूपी बोर्ड द्वारा ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस प्रस्ताव को शासन की ओर से जल्द ही हरी झंडी मिल जाएगी। बता दें कि सीबीएसई की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होने के लिए 14 वर्ष, दिल्ली बोर्ड में 14 वर्ष, बिहार बोर्ड में 14 वर्ष से अधिक की आयुसीमा पहले से ही निर्धारित है। आईसीएसई की ओर से पहली कक्षा में प्रवेश के समय साढ़े छह वर्ष न्यूनतम आयुसीमा तय की गई है। फिलहाल आईसीएसई की ओर से जिस राज्य में स्कूल होता है, उस राज्य के शिक्षा बोर्ड का नियम लागू किया जाता है।
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।
अपनी गांड दसवीं की परीक्षा के लिए आयु सीमा क्या-क्या कीजिए न्यूनतम आयु सीमा 14 वर्ष की परीक्षा में शामिल नहीं किया जा सकता और अधिकतम सीमा जो है वह 18 वर्ष 18 साल के ऊपर के बच्चे को भी परीक्षा में शामिल होने से रोका जा
Romanized Version
विषयसूची
इसे सुनेंरोकें10 वीं के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की उम्र 14 साल होनी चाहिए। जबकि 12 वीं में आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु 15 साल है। अधिकतम आयु की सीमा नहीं है। राजस्थान स्टेट ओपन की 10 वीं कक्षा में 15 विषय और 12 वीं में 20 विषय हैं।
हाई स्कूल में बच्चे की उम्र कितनी होनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंयूपी बोर्ड ने हाईस्कूल की परीक्षा में बैठने वालों की उम्र सीमा अब तय कर दी है। रेगुलर स्टूडेंट जिनकी न्यूनतम 14 और अधिकतम 18 की आयु होगी, वही हाईस्कूल का इग्जाम दे सकेगा। प्राइवेट यानी व्यक्तिगत परीक्षार्थी की कोई उम्र सीमा नहीं है। ये निर्णय बुधवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय पर यूपी बोर्ड की अहम बैठक में हुआ।
हाई स्कूल में पूर्णांक कितना होता है?
इसे सुनेंरोकेंइनके आधार पर वर्ष 2021 के इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के अंक तय फार्मूले से निर्धारित किये जाएंगे। जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नहीं होती हैं और जिनका पूर्णांक 100 अंकों का होता है, उनमें परीक्षाफल के अंकों के निर्धारण करने के लिए कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत निकाला जाएगा।
हाईस्कूल का पेपर कितने नंबर का होता है?
इसे सुनेंरोकेंजिसमें बोर्ड की परीक्षा 70 अंकों की होती है और कुछ सब्जेक्ट ऐसे हैं जिसमें बोर्ड की परीक्षा 80 अंकों की होती है। 70 अंको वाले सब्जेक्ट में छात्र को कम से कम 23 अंक लाना अनिवार्य होता है और 80 अंक वाले सब्जेक्ट में छात्रों को 26 अंक लाना अनिवार्य होता है। यदि आप इन से कम नंबर लाते हैं।
हाई स्कूल में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंछात्रों द्वारा कक्षा 10 वीं और कक्षा 12 वीं की बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक प्राप्त करना आवश्यक है और सीबीएसई ने यह अंक 33% के रूप में निर्धारित किया है। सीबीएसई पासिंग मार्क्स 2022 (CBSE Passing marks 2022) कक्षा 10, 11 और 12 टर्म 1 और 2 के लिए समान ही होंगे।
10th क्लास में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंछात्र ध्यान रखें कि सीबीएसई 10 वीं बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए कुल मिलाकर 33% अंक हासिल करना जरूरी है और साथ ही उन्हें थ्योरी और प्रैक्टिकल/इंटरनल असेसमेंट दोनों में अलग-अलग 33 फीसदी अंक हासिल करने होंगे।
10वीं में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए 2022 UP Board?
इसे सुनेंरोकेंविद्यार्थियों को पास होने के लिए 100 अंक में से 33% अंक ही पास होने के लिए चाहिए।