रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर पूरी दुनिया की नजर है. रूस लगातार यूक्रेन पर हमले किए जा रहा है. इस हमले से दुनिया स्तब्ध है. इस वॉर को तीसरा विश्व युद्ध भी कहा जा रहा है. रूस अपने सैन्य बल से युक्रेन को तबाह कर रहा है. रूस जैसे देश की मिलिट्री युक्रेन को पूरी तरह बर्बाद कर सकती है. रूस शक्तिशाली देशों में शामिल है. शक्तिशाली देश की जब बात आती है जो ऐसे कई देश हैं जिनकी मिलिट्री काफी पावरफुल है. इसी बीच ग्लोबल फायरपावर ने दुनिया की सबसे पावरफुल मिलिट्री की लिस्ट जारी की है. आइए जानते हैं उन शक्तिशाली देशों के नाम जो इस लिस्ट में शामिल है.
इस लिस्ट में सबसे पहले स्थान अमेरिका का है. अमेरिका की मिलिट्री दुनिया की सबसे पावरफुल मिलिट्री में मानी जाती है. कई फैक्टर पर खरे उतरने के बाद अमेरिका को पहला स्थान मिला है. अमेरिका ने अपने डिफेन्स के लिए सात सौ बिलियन डॉलर यानी 5,25,38,78,00,00,000.01 रुपये का बजट रखा था. दूसरे नंबर पर रूस का नाम आता है. रूस की मिलिट्री भी बहुत ही पावरफुल है. इसका पावर इंडेक्स 0.0501 है और इस देश की मिलिट्री में करीब 9 लाख एक्टिव सैनिक हैं.
वहीं तीसरे नंबर पर चीन की मिलिट्री है, इसमें करीब 20 मिलियन एक्टिव सैनिक हैं. इस देश की मिलिट्री से सबसे ज्यादा काम लिया जाता है. चीन का पावर इंडेक्स 0.0511 है. चौथे स्थान पर भारत का नाम है. भारत की मिलिट्री लिस्ट में चीन से नीचे आती है. ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं, जिसमें भारत ने चीन को अच्छा सबक सिखाया है. भारत का पावर इंडेक्स 0.0979 है.
पांचवे नंबर पर जापान की मिलिट्री है. इसका पावर इंडेक्स 0.1195 है. वहीं छठे और सातवे नंबर पर साउथ कोरिया और फ्रांस है. फ्रांस का इंडेक्स 0.1283 है. नॉर्थ कोरिया को लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है क्योंकि देश का तानाशाह मिलिट्री की जानकारी दुनिया से छिपाकर रखता है. इस लिस्ट में नौवां नंबर पाकिस्तान को दिया गया है. वहीं दसवें नंबर पर ब्राजील है जिसका पावर इंडेक्स 0.1695 है.
News Reels
ये भी पढ़ें -
प्लास्टिक सर्जरी ने बिगाड़ा ब्यूटी क्वीन का खिताब जीतने वाली महिला का फेस, अब होने लगी ये परेशानी
प्रेमी से बनवाए रिज्यूम को लड़की ने कर दिया फॉरवर्ड, HR ने पढ़ ली पर्सनल चैट, सोशल मीडिया पर शेयर किया स्क्रीनशॉट
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, जापान और चीन के बाद चौथा सबसे ताकतवर देश भारत कोविड महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। इसकी स्थिति कोविड से पूर्व विकास के स्तरों के मुकाबले डगमगाई है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में भारत को कूटनीतिक प्रभाव और आर्थिक संबंधों जैसे अहम पैरामीटर्स में रैंकिंग का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक जहां शीर्ष एशियाई देशों की प्रभावशीलता घटी है वहीं अमेरिका बेहतर
कूटनीति के दम पर अपना रुतबा बढ़ाने में कामयाब रहा है। इसी के साथ वह क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभावशील देशों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है।
एशिया के सबसे ताकतवर देशों की सूची में भारत को चौथा स्थान मिला है। सिडनी के लोवी इंस्टिट्यूट ने एशिया पावर इंडेक्स 2021 में अमेरिका को लिस्ट में टॉप पर रखा है। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण इस साल एशिया पैसिफिक क्षेत्र में चीन और भारत दोनों की पकड़ ढीली पड़ी है। रिपोर्ट में अमेरिका, चीन और जापान के बाद भारत का नंबर है। भारत को 2020 की अपेक्षा इस
साल 2 अंकों का नुकसान भी उठाना पड़ा है, जबकि चीन को 1.5 का।
नकारात्मक पावर गैप स्कोर के कारण भारत को नुकसान
लोवी इंस्टीट्यूट ने बताया कि भारत अपने नकारात्मक पावर गैप स्कोर के कारण इस क्षेत्र में पहले की अपेक्षा कम प्रभाव डाल रहा है। संस्थान के पावर गैप इंडेक्स में भारत का स्थान नेपाल और श्रीलंका से नीचे है। इसके बावजूद भारत ने भविष्य के संसाधनों के माप पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। कोरोना
वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण 2030 के लिए कम आर्थिक पूर्वानुमान के बावजूद भारत सिर्फ अमेरिका और चीन से ही पीछे है। हालांकि र्थिक क्षमता, सैन्य क्षमता, लचीलापन और सांस्कृतिक प्रभाव के मामले में चौथे नंबर पर है।
एशिया में शक्तिशाली 10 देशों की सूची देखें
क्रम | देश | कुल पॉइंट |
1 | अमेरिका | 82.2 |
2 | चीन | 74.6 |
3 | जापान | 38.7 |
4 | भारत | 37.7 |
5 | रूस | 33 |
6 | ऑस्ट्रेलिया | 30.8 |
7 | दक्षिण कोरिया | 30 |
8 | सिंगापुर | 26.2 |
9 | इंडोनेशिया | 19.4 |
10 | थाईलैंड | 19.2 |
लोवी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश अब मध्य शक्ति वाली सूची में चला गया है। हालांकि, आने वाले वर्षों में यह देश फिर से इस सूची में शामिल हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडो-पैसिफिक के सभी देशों के बीच भारत ने कोरोना वायरस के कारण विकास की क्षमता को खो दिया है।
भारत के पड़ोसी देशों का क्या हाल?
इस लिस्ट में चीन को छोड़कर भारत
के सभी पड़ोसी देश पहले की ही तरह नीचे बने हुए हैं। पाकिस्तान 14.7 अंकों के साथ इस सूची में 15वें नंबर पर काबिज है, जबकि बांग्लादेश 9.4 अंकों के साथ 19वें नंबर पर है। 20वें नंबर पर उपस्थिति दर्ज करवा रहे श्रीलंका के 8.6 नंबर है। 21वें नंबर पर म्यांमार के 7.4 और 25वें नंबर पर काबिज नेपाल के 4.5 अंक है।
कैसे ताकत मापता है लोवी इस्ंटीट्यूट
ऑस्ट्रेलिया का लोवी इंस्टीट्यूट हर साल
दुनिया के प्रमुख देशों की आर्थिक क्षमता, सैन्य क्षमता, आंतरिक स्थिति, भविष्य की प्लानिंग, दूसरे देशों से आर्थिक संबंध, डिफेंस नेटवर्क, राजनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव और सांस्कृतिक प्रभाव का अध्ययन कर इस सूची को जारी करता है।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें