अल्ट्रासाउंड में एक्स का मतलब क्या होता है? - altraasaund mein eks ka matalab kya hota hai?

अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट कैसे देखे इन हिंदी?

इसे सुनेंरोकेंअपने वोम्ब (womb) या कोख का पता लगाएं: आप अल्ट्रासाउंड इमेज के किनारों में वाइट या लाइट ग्रे लाइन से अपने गर्भाशय की आउटलाइन का पता लगा सकते हैं। इस एरिया के अंदर एक काला एरिया होगा। ये एमनियोटिक फ्लूइड (amniotic fluid) है। ये ध्यान रहे कि वोम्ब के किनारे शायद पूरी इमेज में न आएं।

अल्ट्रासाउंड में प्लस प्लस का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंप्लस मतलब लड़का, माइनस मतलब लड़की! Navbharat Times.

बेटा होने के लक्षण क्या है?

​गर्भ में बेटा होने के लक्षण

  • आपकी बेटी की धड़कनें एक मिनट में 140 बीट से ज्यादा है।
  • आपके पेट का आकार गोल है।
  • आपका चेहरा मुरझाने लगा है।
  • आपका बायां स्तन दाएं स्तन से बड़ा है।
  • गर्भावस्था में आपको मीठा जैसे जूस, मिठाई आदि खाने की चाह ज्यादा हुई है।

अल्ट्रासाउंड में EDD क्या है?

इसे सुनेंरोकेंडिलीवरी की अनुमानित तिथि या Expected due date एक शब्द है जो गर्भवती महिला के लिए अनुमानित या गणना की गई डिलीवरी की तारीख या समय का वर्णन करती है। EDD या Expected date of delivery नियत तारीख है जब डॉक्टर उस महिला के बच्चे की डिलीवरी का अनुमान लगाते हैं।

अल्ट्रासाउंड से क्या पता चलता है?

इसे सुनेंरोकेंअल्ट्रासाउन स्कैन (ultrasound scan) के ज़रिए दिल के नाप, आकार और दिल के संचालन की जांच की जाती है। उदाहरण के तौर पर, ये आपके दिल की संरचना, जैसे कि वॉल्व्स और दिल के चैम्बर्स सही तरह से काम कर रहे हैं या नहीं और आपका खून सामान्य रूप से प्रवाहित हो रहा है, इसकी जांच कर सकता है।

क्या अल्ट्रासाउंड खाली पेट होता है?

इसे सुनेंरोकेंबहुत अधिक तैयारी की आवश्यकता नहीं है, लोगों को कुछ भ्रांति ये होती है, कि यह जांच खाली पेट होती है, जिसकी बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं होती, महिलाएं हमारे पास सोनाग्राफी के लिए ज्यादातर खाली पेट आती हैं, जबकि वास्तव में तो गर्भाशय के अंदर विकसित हो रहे गेस्टेशनल सैक के अंदर का पानी ही सोनोग्राफी के लिए अच्छी छवि बनाने के …

अल्ट्रासाउंड में एक्स का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंजहाँ तक मुझे मालूम है सोनोग्रफी मे x और y दोनो चोरौमोसे होते है अगर बायोलॉजी के अनुसार देखें तो एक्स मतलब लड़की होता है और y मतलब लड़का होता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान आपके बेबी में सेक्स निर्धारण उसका पूरी तरीके से डेवलपमेंट होने के बाद ही किया जाता है इसलिए इस बात से यह नहीं पता लग सकता कि आपके गर्भ में पलने वाला …

PDF डाउनलोड करें।

PDF डाउनलोड करें।

अल्ट्रासाउंड (ultrasound) को बहुत से कारणों के लिए किया जाता है, लेकिन गर्भाशय में शिशु या बच्चे को देखना सबसे आम कारण है। अगर आपका भी हाल ही में अल्ट्रासाउंड हुआ है और आप जानना चाहते हैं कि उसकी तस्वीरें क्या कहती हैं, तो आपको अल्ट्रासाउंड इमेजिंग (imaging) की बेसिक बातों को सीखना होगा। आपको ये भी जानना होगा कि प्रेगनेंसी अल्ट्रासाउंड में फीचर्स को कैसे पहचाने जैसे कि बच्चे का सिर और हाथ। ये ध्यान में रखिएगा की अल्ट्रासाउंड को पढ़ना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए अच्छा होगा कि आप डॉक्टर की मदद से करें।

  1. 1

    स्कैन के ठीक ऊपर लिखे नंबरों पर ध्यान न दें: ज्यादातर हॉस्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेंटर इस जगह को आपका नाम, हॉस्पिटल रिफरेन्स नंबर, या फिर अल्ट्रासाउंड मशीन की सेटिंग लिखने के लिए इस्तेमाल करते हैं। चूंकि इस जानकारी का आपके अल्ट्रासाउंड से कोई रिश्ता नहीं है, इसपर ध्यान न दें।[१]

  2. 2

    इमेज या तस्वीर के ठीक ऊपर से शुरू करें: स्क्रीन या प्रिंटेड इमेज का ऊपरी हिस्सा दिखाता है कि अल्ट्रासाउंड प्रोब (probe) कहां रखा गया था। आसान शब्दों में, जो इमेज आपको दिख रही है वो दिखाती है कि ऑर्गन (organ) या टिश्यू (tissue) साइड से कैसे दिखता है।[२]

    • जैसे, अगर आप गर्भाशय (uterus) का अल्ट्रासाउंड देख रहे हैं, तो स्क्रीन या प्रिंटेड अल्ट्रासाउंड जे टॉप में गर्भशय के ऊपर के टिश्यू की आउटलाइन (outline) होगी। जब आप स्क्रीन के नीचे देखेंगे, तब आपको गहराई के टिश्यू दिखेंगे जैसे गर्भाशय की लाइनिंग, और गर्भाशय का अंदरूनी और पिछले हिस्सा।

  3. 3

    कलर में अंतर का ध्यान रखें: ज्यादातर अल्ट्रासाउंड इमेज ब्लैक एंड व्हाइट में होती हैं, लेकिन अल्ट्रासाउंड स्कैन में आप ब्लैक और व्हाइट के अलग-अलग शेड का अंतर बात सकते हैं। ये कलर में अंतर उन मटीरियल की डेंसिटी (density) के अंतर से आता है जिनसे साउंड होकर गुजरती है।

    • सॉलिड टिश्यू, जैसे कि हड्डियां, सफेद नजर आएंगी क्योंकि इनकी बाहर की सतह ज्यादा साउंड को रिफ्लेक्ट (reflect) करती है।
    • वो टिश्यू जिनके अंदर लिक्विड या तरल भरा हुआ होता है, जैसे कि गर्भाशय में एमनीओटिक फ्लूइड (amniotic fluid) डार्क या गहरे कलर के नजर आते हैं।[३]
    • अल्ट्रासाउंड इमेजिंग गैस के लिए बहुत अच्छे से काम नहीं कर पाती, जिन ऑर्गन या अंगों में गैस भरी होती है, जैसे कि लंग्स या फेफड़े, वो अल्ट्रासाउंड से नहीं जांचे जाते हैं।

  4. 4

    पता करें कि आप बॉडी की कौन सी साइड देख रहे हैं: ज्यादातर अल्ट्रासाउंड इमेजेस को मिरर (mirrored) किया जाता है, यानी कि बॉडी की लेफ्ट साइड इमेज की लेफ्ट साइड में दिखाया जाता है। अगर आपके पास ट्रांसवैजाइनल (transvaginal) अल्ट्रासाउंड है, तो ये आपको एक स्ट्रेट शॉट (straight shot) दिखाएगा। स्ट्रेट शॉट में बॉडी की लेफ्ट साइड इमेज के राइट साइड में दिखती है।[४]

    • अगर आपको नहीं पता कि किस टाइप का अल्ट्रासाउंड हो रहा है, तो अपने अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन से पूछें।

  5. 5

    एक जैसे विसुअल इफेक्ट्स (visual effects) पर नजर रखें: चूंकि अल्ट्रासाउंड बॉडी के अंदर के ढांचे की इमेज बनाने के लिए साउंड का इस्तेमाल करता है, सारी इमेज बहुत ज्यादा साफ नहीं होती। बहुत सारे अलग-अलग विसुअल इफ़ेक्ट अल्ट्रासाउंड की सेटिंग, एंगल, या जांचे टिश्यू की डेंसिटी की वजह से बनते हैं। ये रहे कुछ सबसे आम विसुअल इफ़ेक्ट जिनके लिए आपको नजर रखनी चाहिए:[५]

    • एनहांसमेंट (Enhancement). ये तब होता है जब बॉडी का कोई हिस्सा एक्स्ट्रा फ्लूइड की वजह से ज्यादा ही ब्राइट (bright) नजर आता है, जैसे किसी गांठ या सिस्ट (cyst) में।
    • अटेनुएशन (Attenuation): इसे शैडोइंग (shadowing) भी कहते हैं, ये इफ़ेक्ट तब होता है जब, स्कैन किया जा रहा एरिया जरूरत से ज्यादा डार्क नजर आता है।
    • एनिसोट्रॉपी (Anisotropy): ये इफ़ेक्ट प्रोब (probe) के एंगल की वजह से बनता है। जैसे प्रोब को किसी टेंडन के ठीक 90° डिग्री पर रखने से ये नार्मल से बहुत ज्यादा ब्राइट नजर आता है, इसलिए इस इफ़ेक्ट से बचने के लिए प्रोब के एंगल को एडजस्ट (adjust) करने की जरूरत होती है।

  1. 1

    अपने वोम्ब (womb) या कोख का पता लगाएं: आप अल्ट्रासाउंड इमेज के किनारों में वाइट या लाइट ग्रे लाइन से अपने गर्भाशय की आउटलाइन का पता लगा सकते हैं। इस एरिया के अंदर एक काला एरिया होगा। ये एमनियोटिक फ्लूइड (amniotic fluid) है।[६] [७]

    • ये ध्यान रहे कि वोम्ब के किनारे शायद पूरी इमेज में न आएं। हो सकता है कि टेक्नीशियन ने प्रोब को इस हिसाब से सेट किया हो कि बच्चा इमेज के बीच में दिखे। अगर आपको वाइट और ग्रे लाइन सिर्फ इमेज की एक या दो साइड में भी दिखे, ये वोम्ब की आउटलाइन हो सकती है।

  2. 2

    बेबी या बच्चे को खोजें: आपका बेबी भी ग्रे और व्हाइटिश लगेगा और एमनीओटिक फ्लूइड (amniotic fluid) के अंदर होगा जो वोम्ब के अंदर का डार्क एरिया है। अपने एमनीओटिक फ्लूइड (amniotic fluid) के अंदर के एरिया को देखें और बेबी की आउटलाइन और फीचर्स को ढूँढने की कोशिश करें।

    • इमेज में डिटेल्स इस बात पर निर्भर करेगी कि प्रेंग्नेंसी कौन सी स्टेज में है। जैसे, आठ हफ्तों के बाद, शिशु छोटे से भालू जैसा दिखेगा; 12 हफ्ते बाद आप बेबी का सिर ही देख पाएंगे; जबकि 20 हफ्ते बाद आप कमर की हड्डी, आंखें, पैर और दिल भी देख पाएंगे।[८]

  3. 3

    3D या 4D अल्ट्रासाउंड करने की सोचें: अगर आप अपने बेबी की नार्मल अल्ट्रासाउंड से ज्यादा डिटेल्स देखना चाहते हैं, तो आप डॉक्टर से 3D अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए बोल सकते हैं। 3D अल्ट्रासाउंड आपके बच्चे के चेहरे के फीचर्स कुछ डिफेक्ट्स भी दिखा सकता है, जैसे कि कटे होंठ या पैलेट (palate)।[९] एक 4D अल्ट्रासाउंड 3D स्कैन की ही तरह होता है, लेकिन 4D स्कैन में वोम्ब में आपके बेबी की एक छोटी सी वीडियो रिकॉर्डिंग बन जाती है।[१०]

    • अगर आप एक 3D या 4D अल्ट्रासाउंड करवाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे अच्छा वक्त है 26 से 30 हफ्तों के बीच।
    • ये ध्यान में रखें कि ये स्कैन काफी मेंहगे हो सकते और अगर आपके पास ऐसा करने की मेडिकल वजह नहीं है तो शायद आपके इन्शुरन्स में कवर न हो।

सलाह

  • ये याद रखें कि अल्ट्रासाउंड पढ़ना एक जटिल या कॉम्प्लिकेटेड (complicated) काम है और कुछ डिटेल्स को ट्रेंड (trained) प्रोफेशनल के बिना पढ़ना लगभग नामुमकिन होता है। अपने आपको घर में अल्ट्रासाउंड में कोई चिंता वाली बात दिखे तो उसे एक बार डॉक्टर को दिखाएं।
  • आपको अल्ट्रासाउंड की फोटोज घर ले जाने के लिए दी जातीं हैं। घर जाने से पहले अल्ट्रा-सोनोग्राफर (ultra sonographer) को इमेजेस को समझाने के लिए बोलें।

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १,८७,२९२ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?

एक्सरे अल्ट्रासाउंड क्या है?

एक्स-रे या एक्स-रे अध्ययन (जिसे रेडियोग्राफ़ भी कहा जाता है) एक प्रकार की चिकित्सा इमेजिंग (रेडियोलॉजी) जांच है जो आपकी हड्डियों और अंगों जैसे कोमल ऊतकों की तस्वीरें बनाता है। एक्स-रे मशीन इन चित्रों को बनाने के लिए सुरक्षित मात्रा में विकिरण का उपयोग करती है।

सोनोग्राफी में कैसे पता चलता है कि पेट में लड़का है?

अगर नब का कोण रीड की हड्डी से 30 डिग्री अधिक बनता है, तो यह गर्भ में लड़का होने की मौजूदगी का संकेत है। और इसी तरह अगर नव का कोण रीड की हड्डी से 30 डिग्री से कम बनता है, तो यह लड़की की मौजूदगी का संकेत है। अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी में बच्चा लड़का होने का संकेत और लड़की होने का संकेत है।

अल्ट्रासाउंड में लड़के की धड़कन कितनी होती है?

तथ्‍य : अध्‍ययनों की मानें तो पहली तिमाही में लड़के और लड़की के हार्ट रेट में कोई अंतर नहीं होता है। भ्रूण की सामान्‍य हार्ट रेट 120 से 160 बीपीएम होती है जो कि प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती चरण में 140 से 160 बीपीएम और गर्भावस्‍था के आखिरी चरण में 120 से 140 बीपीएम तक जा सकती है।

अल्ट्रासाउंड में सीआरएल का मतलब क्या होता है?

भ्रूण के क्राउन रंप लैंथ का पता लगाने के लिए सीआरएल स्‍कैन (क्राउन रंप लैंथ) किया जाता है। भ्रूण की लंबाई को सीआरएल कहते हैं। बेबी की सिर से लेकर कूल्‍हों तक की लंबाई इसमें मापी जाती है। यह लंबाई सेटीमीटर में होती है।

अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में AC क्या है?

आपके शिशु के पेट का घेरा, जिसे अंग्रेजी में एब्डोमिनल सर्कमफेरेंस (एसी) भी कहा जाता है, यह बताता है कि आपके शिशु वजन उम्मीद के अनुसार बढ़ा है या नहीं। अगर, बार-बार स्कैन कराने पर भी यही पता चलता है कि आपका शिशु गर्भावधि उम्र के अनुसार काफी छोटा या बड़ा है, तो डॉक्टर आपको जल्दी प्रसव करवाने की सलाह दे सकती हैं।

सोनोग्राफी की रिपोर्ट कैसे पढ़े?

जब भी आप Sonography report देखते है तब आपको उसमें काला-उजला रंग का धब्बा ही दिखाई देता होगा, लेकिन उसी के बीच में मरीज के अंदर मौजूद पीड़ा के बारें में पता लगाई जाती है। दरअसल ऐसा रंग हवा और बाहरी फ्लूइड से बन जाती है। साथ ही ग्रे रंग की दिखने वाली हिस्सा शरीर की कोशिका होती है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग