आधुनिक काल में संचार के साधन कैसे थे? - aadhunik kaal mein sanchaar ke saadhan kaise the?

आधुनिक युग में संचार के साधन अथवा संचार के आधुनिक साधन पर निबंध | Essay on Means of Communication in the Modern Era in Hindi!

संचार मानव की प्रगति के लिए अति महत्वपूर्ण है । यह विश्व के एक देश में बैठे लोगों को दूसरे देशों से जोड़ता है । आज मानव सभ्यता प्रगति की ओर अग्रसर है । इसका प्रमुख श्रेय संचार के आधुनिक साधनों को जाता है ।

संचार के क्षेत्र में मनुष्य की उपलब्धियों ने विश्व की दूरियों को समेटकर बहुत छोटा कर दिया है । प्राचीन काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए ‘दूत’ भेजे जाते थे जो प्राय: आवागमन के लिए घोड़ों आदि का प्रयोग करते थे । पक्षियों द्‌वारा संदेश भेजने के भी अनेक उदाहरण मिलते हैं । उस काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने में महीनों लग जाते थे परंतु आज स्थिति पूर्णत: बदल चुकी है ।

तार की खोज के साथ ही संचार के क्षेत्र में क्रांति का प्रारंभ हो गया । इसके द्‌वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ‘इलेक्ट्रॉनिक’ यंत्रों की सहायता से तार के माध्यम से संकेत प्रेषित किए जाने लगे । इसके पश्चात् ‘दूरभाष’ के आविष्कार ने तो संचार जगत में हलचल ही मचा दी ।

इसके द्‌वारा व्यक्ति घर बैठे सैकड़ों मील दूर अपने सगे-संबंधियों व परिजनों से बात कर सकता है । इसके साथ ही संचार को और अधिक सुचारू एवं सक्षम बनाने हेतु अनुसंधान प्रारंभ कर दिए गए ।

वर्तमान में संचार के क्षेत्र में वैज्ञानिकों ने अद्‌भुत सफलताएँ अर्जित की हैं । कंप्यूटर के आविष्कार के बाद इस क्षेत्र में प्रतिदिन नए आयाम स्थापित हो रहे हैं । संचार जगत में ‘ई-मेल’ की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है । ई-मेल के उपयोग या इससे होने वाले लाभ बहुआयामी हैं ।

‘ई-मेल’ के माध्यम से विश्व के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से हम संपर्क स्थापित कर सकते हैं । सबसे महत्वपर्ण बात यह है कि इसमें होने वाला खर्च बहुत कम है । दूरभाष द्‌वारा स्थानीय बातचीत में उपभोक्ता को जो खर्च देना पड़ता है उतने ही खर्च में ई-मेल द्‌वारा विदेशों में बैठे व्यक्ति को संदेश भेजे जा सकते हैं ।

इलेक्ट्रॉनिक मेल द्‌वारा लोग द्‌विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं । ‘ई-मेल’ के माध्यम से एक संदेश को हजारों लोगों को एक साथ भेजा जा सकता है । इस प्रकार हम देखते हैं कि ‘ई-मेल’ ने विश्व संचार के क्षेत्र को कितना विस्तृत कर दिया है ।

संचार के क्षेत्र में ‘विडियो कांफ्रेंसिंग’ भी वैज्ञानिकों की एक अद्‌भुत देन है । इसके माध्यम से दो या दो से अधिक व्यक्ति एक दूसरे से मीलों दूर रहकर भी आपस में बातचीत कर सकते हैं तथा साथ ही परदे पर एक दूसरे को देख भी सकते है ।

इसके अतिरिक्त ‘फैक्स’ मशीन के द्‌वारा कागज पर लिखे संदेशों को दूरभाष लाइनों की सहायता से दूर बैठे व्यक्ति को केवल कुछ ही सैकेंडों में भेजा जा सकता है । ई-मेल को फैक्स का ही उत्तम रूप माना जा सकता है ।

इस प्रकार हम देखते हैं कि मनुष्य ने संचार के क्षेत्र में असीम सफलताएँ अर्जित की हैं । आज इन्हीं सफलताओं व उपलब्धियों के कारण विश्व के सभी देशों का आपसी संपर्क बढ़ा है ।

भारत में बैठे हुए भी दुनिया के दूसरे कोने जैसे अमरीका में होने वाली घटनाओं से हम तुरंत अवगत हो जाते हैं । संचार के क्षेत्र में मानव की उपलब्धियों के कारण ही आज संपूर्ण विश्व की दूरियाँ सिमटकर अत्यंत छोटी हो गई हैं ।

संचार के साधनों के विकास ने अन्य क्षेत्रों में वाणिज्यिक प्रगति को अपेक्षाकृत सरल बना दिया है । आज व्यापार से संबंधित कार्य संचार के साधनों के बदौलत घर या कार्यालय में बैठे-बैठे संपन्न किए जा सकते हैं ।

विषयसूची

  • 1 प्राचीन काल में संचार के कौन से साधन थे?
  • 2 पिछली शताब्दी में संचार के कौन कौन से साधन थे?
  • 3 संचार का सबसे प्राचीन साधन कौन सा है?
  • 4 आधुनिक काल में संचार के साधन कैसे थे?

प्राचीन काल में संचार के कौन से साधन थे?

इसे सुनेंरोकेंप्राचीनकाल में लोग कबूतरों के द्वारा अपने संदेशों का आदान-प्रदान करते थे। आज कल डाक, तार, टेलीफोन, रेडियो, टेलीविजन, समाचार पत्र- पत्रिकाएँ आदि संचार के मुख्य साधन हैं।

आज के समय में समाचार भेजने के कौन कौन से साधन है?

इसे सुनेंरोकेंवर्तमान समय में इंटरनेट द्वारा ई-मेल से हम अपना संदेश, फोटो आदि दुनिया के किसी भी कोने में तुरंत भेज सकते हैं। () डाकघर मनोरंजन का साधन ( ) टेलीफोन देश-विदेश की खबरें पढ़ने के लिए ( ) टेलीविजन पत्र ( ) समाचार पत्र एस.टी.डी .

पिछली शताब्दी में संचार के कौन कौन से साधन थे?

इसे सुनेंरोकेंतक संचार का साधन केवल हरकारे (रनर्स) या फिर तेज़ घोड़े रहे हैं। उसके बाद पहिए आए। पर रेलवे और तार से भारी बदलाव आया। तार ने रेलों से भी तेज़ गति से संवाद पहुँचाने का सिलसिला शुरू किया।

इसे सुनेंरोकेंप्राचीन काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए ‘दूत’ भेजे जाते थे जो प्राय: आवागमन के लिए घोड़ों आदि का प्रयोग करते थे । पक्षियों द्‌वारा संदेश भेजने के भी अनेक उदाहरण मिलते हैं । उस काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने में महीनों लग जाते थे परंतु आज स्थिति पूर्णत: बदल चुकी है ।

संचार की उत्पत्ति कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकें’संचार’ शब्द की उत्पत्ति ‘चर’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ है-चलना या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचना।

संचार का सबसे प्राचीन साधन कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंतार की खोज के साथ ही संचार के क्षेत्र में क्रांति का प्रारंभ हो गया । इसके द्‌वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ‘इलेक्ट्रॉनिक’ यंत्रों की सहायता से तार के माध्यम से संकेत प्रेषित किए जाने लगे । इसके पश्चात् ‘दूरभाष’ के आविष्कार ने तो संचार जगत में हलचल ही मचा दी ।

प्राचीन काल से सही संदेशों के आदान प्रदान का माध्यम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपहले के समय में पत्र ही संदेशों के आदान-प्रदान का एकमात्र माध्यम था। पत्र माध्यम जितना प्राचीन काल में लोकप्रियता था। उतना ही आज भी उसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। टेलीफोन, टेलीग्राम, कंप्यूटर यह तीनों संदेश प्रदान करने के तकनीक माध्यम हैं, जो आधुनिक समय में विकसित हुए हैं।

आधुनिक काल में संचार के साधन कैसे थे?

इसे सुनेंरोकेंटेलीफोन, रेडियो, समाचार पत्र, टेलिविज़न इत्यादि संचार के ऐसे ही साधन हैं. टेलीफोन ऐसा माध्यम हैं जिसकी सहायता से एक बार में कुछ ही व्यक्तियों से संचार किया जा सकता हैं., किन्तु संचार के कुछ साधन ऐसे भी हैं, जिनकी सहायता से एक साथ कई व्यक्तियों से संचार किया जा सकता हैं.

आधुनिक काल में संचार का माध्यम क्या है?

मूलभूत संकल्पनाएँ 1. संचार माध्यम – यह एक ऐसा शब्द है जिसमें आपस में और अन्य लोगों से मुद्रित और प्रसारित दोनों ही रूप में संप्रेषण शामिल हैं। ये सूचना के संग्रहण और संचार के साधन हैं।

आधुनिक युग में संचार के कौन कौन से साधन उपलब्ध हैं?

वर्तमान समय में संचार माध्यम और समाज में गहरा संबन्ध एवं निकटता है। इसके द्वारा जन सामान्य की रूचि एवं हितों को स्पष्ट किया जाता है। संचार माध्यमों ने ही सूचना को सर्वसुलभ कराया है। तकनीकी विकास से संचार माध्यम भी विकसित हुए हैं तथा इससे संचार अब ग्लोबल फेनोमेनो बन गया है।

आधुनिक युग में संदेश कैसे कैसे भेजे जा सकते हैं?

पते के बाद पिन कोड लिखने से गंतव्य स्थान का पता लगाने में डाक छाँटने वाले कर्मचारियों को मदद मिलती है और पत्र जल्दी बाँटे जा सकते हैं

प्राचीन काल में संचार के साधन क्या थे?

प्राचीन काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए 'दूत' भेजे जाते थे जो प्राय: आवागमन के लिए घोड़ों आदि का प्रयोग करते थे । पक्षियों द्‌वारा संदेश भेजने के भी अनेक उदाहरण मिलते हैं । उस काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने में महीनों लग जाते थे परंतु आज स्थिति पूर्णत: बदल चुकी है ।

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