15 अगस्त को झंडा कितने बजे फहराया जाता है 2022 - 15 agast ko jhanda kitane baje phaharaaya jaata hai 2022

Independence Day 2022 Flag Hoisting Timings: भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारतीयों को ब्रिटिश राज से छुटकारा मिला था. आजादी के 75 साल होने पर भारत सरकार 'अमृत महोत्सव' मना रही है, जो विदेशी शासन से भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उत्सव का संकेत देता है. और हर घर तिरंगा अभियान इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा है. यह पहल देश भर के लोगों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को संबोधित करने के लिए लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को पारंपरिक संबोधन देंगे. आइए जानते हैं स्‍वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल-

स्वतंत्रता दिवस 2022: ध्वजारोहण का समय
गृह मंत्रालय के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के फहराने का समय घोषित कर दिया गया है. सुबह 7.30 बजे पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले ध्वजारोहण समारोह होगा. आप इस समारोह को नेशनल टेलीविजन चैनलों और प्रेस सूचना ब्यूरो के ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल पर लाइव देख सकते हैं. इसके अलावा, आप विभिन्न ऑनलाइन स्ट्रीमिंग चैनलों और टेलीविजन चैनलों पर अपडेट देख सकते हैं.
सुबह 7:06 बजे - प्रधानमंत्री मोदी, राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की समाधि राजघाट पर फूल चढ़ाएंगे
7:14 बजे राजघाट से लाल किले के लिए रवाना होंगे
7:18 बजे लाहोरी गेट पर आरएम, आरआरएम और डिफेंस सिक्योरिटी पीएम को लेने जाएंगे.
7:20 बजे - लाल किले पर गार्ड ऑफ ऑनर होगा
7:30 बजे - प्रधानमंत्री लाल किले की प्रचीर पर देश का तिरंगा झंडा फहराएंगे
संबंधित राज्यों की राजधानियों, जिला मुख्यालयों, अनुमंडलों, प्रखंडों, ग्राम पंचायतों और गांवों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की रस्म सुबह 9 बजे के बाद शुरू होगी.

स्वतंत्रता दिवस 2022: क्रमवार कार्यक्रम
सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार-

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  • सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सशस्त्र बलों और दिल्ली पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर होगा.
  • राष्ट्रगान बजाने के साथ-साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. पहली बार, 21 तोपों की औपचारिक सलामी में घरेलू होवित्जर तोप, ATAGS का इस्तेमाल किया जाएगा. यह गन पूरी तरह से स्वदेशी है, जिसे डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है.
  • भारतीय वायु सेना ने हेलीकॉप्टरों पर फूल बरसाए जाएंगे.
  • पीएम मोदी भाषण के बाद राष्ट्रगान गाया जाएगा.
  • बाद में समारोह के अंत में आसमान में तिरंगे रंग के गुब्बारे छोड़े गए.
  • अगला कार्यक्रम 'एट होम' रिसेप्शन राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया है.
  • एनसीसी स्पेशल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 14 विभिन्न देशों के 26 अधिकारी/सुपरवाइजर्स और 127 कैडेट/युवा लाल किले में पहली बार प्रवेश करेंगे.
  • इस बार आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, रेहड़ी-पटरी वालों, मुद्रा योजना के कर्जदारों, मुर्दाघर कार्यकर्ताओं को विशेष आमंत्रण दिया गया है.
     

लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री की अगवानी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार करेंगे. रक्षा सचिव, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, एवीएसएम से प्रधानमंत्री से मिलवाएंगे. इसके बाद जीओसी दिल्ली क्षेत्र नरेंद्र मोदी को सैल्यूटिंग बेस तक ले जाएगा जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे.

  प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से प्रत्येक में एक अधिकारी और 20 पुरुष शामिल होंगे. गार्ड ऑफ ऑनर की कमान विंग कमांडर कुणाल खन्ना संभालेंगे. प्रधानमंत्री गार्ड में वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह, सेना की टुकड़ी की कमान मेजर विकास सांगवान और नौसेना दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर अविनाश कुमार संभालेंगे. दिल्ली पुलिस दल की कमान अतिरिक्त डीसीपी (पूर्वी दिल्ली) अचिन गर्ग संभालेंगे.

  गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर के लिए रवाना होंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय करेंगे. नौसेना स्टाफ एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी. जीओसी दिल्ली क्षेत्र प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर मंच पर ले जाएगा.

बता दें कि राष्ट्रपति भवन में 'AT-HOME FUNCTION' शाम पांच बजे के बाद शुरू होगा. कार्यों में आमंत्रितों का एक समूह होता है इनमें- दिव्यांगजन, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां, वे लोग जिन्होंने समाज में अनुकरणीय योगदान दिया (कोविड के समय में समाज सेवा करने वाले लोग भी शामिल हैं), पर्यावरण-योद्धा (अनुकरणीय पर्यावरण संरक्षण करने वाले लोग), स्वच्छाग्रही, शहीदों के परिजन, ओलंपिक और राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय लेवल के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण खेल आयोजनों के विजेता, असाधारण शिक्षक, फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स, बाल बहादुरी पुरस्कार विजेता, महिला सरपंच आदि, छात्र टॉपर्स और सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता समेत लगभग 8000 लोगों को बुलाया जाता है.

स्वतंत्रता दिवस (Photo Credit: News Nation)

highlights

  • 15 अगस्त को प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा को फहराते हैं
  •  तिरंगे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है
  • और फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहते है

नई दिल्ली:  

भारत की आजादी के दो महत्वपूर्ण तिथियां-15 अगस्त और 26 जनवरी है. दोनों राष्ट्रीय पर्व पर तिरंगा फहराया जाता है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी भ्रम रहता है. जबकि दोनों पर्व दो अलग-अलग कारणों से मनाया जाता है, और दोनों में झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं. और दोनों के लिए अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल होता है. 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस को लाल किले पर झंडा फहराया जाता है. और प्रधानमंत्री तिरंगा को फहराते हैं. इस अवसर पर तिरंगे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है, और फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहते है. लालकिले पर ध्वजारोहण 15 अगस्त, 1947 की ऐतिहासिक घटना यानि स्वतंत्रता प्राप्ति को सम्मान देने के लिए किया जाता है. संविधान में इसे अंग्रेजी में ( flag Hoisting) कहा गया है. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. और शाम को राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं.

26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस पर देश का संवैधानिक प्रमुख यानि राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराता है. क्योंकि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज ऊपर ही लगा होता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है, संविधान में इसे ( Flag Unfurling)कहा जाता है. गणतंत्र दिवस पर देश की सैन्य ताकत व सांस्कृतिक समृद्धि की झलक देशवासियों के सामने झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत की जाती है. गणतंत्र दिवस पर दिनभर विदेशी मेहमानों की उपस्थिति में देश के विभिन्न राज्यों का सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाता है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम अपने प्रगति और विकास की झांकियां भी दिखाते हैं.

यह भी पढ़ें: पहली बार तिरंगा 1906 में फहराया गया, फिर इस तरह मिला हमें राष्ट्रीय ध्वज

इस वर्ष आजादी के 75 वर्ष पूरे होने वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है. स्वतंत्रता दिवस के मौके को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारत में जगह-जगह सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. 15 अगस्त, 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था. इसी दिन भारत को ब्रिटिश दासता की जंजीरों से आज़ादी मिली थी. इसके लिए भारत के हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी थी. वहीं, 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान अस्तित्व में आया था और भारत एक गणराज्य घोषित हुआ था.

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First Published : 14 Aug 2022, 08:39:04 PM

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झंडा फहराने का समय क्या है 2022?

पहले तिरंगे को केवल सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराने की अनुमति थी. अब हर घर तिरंगा अभियान के तहत सरकार ने 20 जुलाई 2022 को कानून में संशोधन करते हुए इस बार तिरंगे को किसी भी वक्त फहराने की अनुमति दी है. अब इसे दिन रात 24 घंटे फहराया जा सकता है.

15 अगस्त 2022 को झंडा कितने बजे फहराया जाएगा?

स्वतंत्रता दिवस 2022: ध्वजारोहण का समय सुबह 7:18 बजे लाहोरी गेट पर आरएम, आरआरएम और डिफेंस सिक्योरिटी पीएम को लेने जाएंगे.

राष्ट्रीय ध्वज कितने बजे फहराया जाता है?

तिरंगा सरकारी भवन पर रविवार और अन्य छुट्‍टियों के दिनों में भी फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है. वैसे राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जाना चाहिए.

झंडा कब तक फहराना है?

1- तिरंगा अगर आप फहरा रहे हैं तो ध्यान दें कि खुले इलाके में केवल 24 घंटे तक ही झंडा फहराया जा जा सकता है. साथ ही इसे फहराने के समय पूरे सम्मान के साथ झंडे को फहराना पड़ता है. यह ध्यान रखने योग्य बात है कि झंडा भीग न हो. नही किसी प्रकार की उसे क्षति हुई है.

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