व्यंजनों के कितने वर्ग होते हैं?
यह क से म तक होते हैं, इनकी संख्या 25 होती है, जिन्हें 5 वर्गों में बाटा गया है।
व्यंजनों के वर्गीकरण के कुल कितने आधार है?
व्यंजनों का वर्गीकरण प्रधान रूप से स्थान और प्रयत्न के आधार पर किया जाता है । उ पुपध्मानीयानाम् औष्ठौ । ञ म ङ ण ना नां नासिका च । उ,प्,फ्,ब्,भ्,म्, उपध्मानीय विसर्ग (:) - ओष्ठ्य ध्वनियाँ हैं ।
व्यंजनों के वर्गीकरण का क्या आधार है?
घोष और अघोष
व्यंजनों के वर्गीकरण में स्वर-तंत्रियों की स्थिति भी महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। इस दृष्टि से व्यंजनों को दो वर्गों में विभक्त किया जाता है - घोष और अघोष। जिन व्यंजनों के उच्चारण में स्वरतंत्रियों में कंपन होता है, उन्हें घोष या सघोष कहा जाता हैं। दूसरे प्रकार की ध्वनियां अघोष कहलाती हैं।
व्यंजन शब्द कौन कौन से हैं?
वर्णों को स्पर्श व्यंजन कहते हैं । कवर्ग- क, ख, ग, घ, ङ चवर्ग-च, छ, ज, झ, ञ टवर्ग- ट, ठ, ड, ढ, ण तवर्ग-त, थ, द, ध, न पवर्ग-प, फ, ब, भ, म । अन्तस्थ व्यंजन कहते हैं।