धनराम के पिता का नाम क्या था? - dhanaraam ke pita ka naam kya tha?

धनराम के पिता का क्या नाम …

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धनराम के पिता का क्या नाम था?

  • Posted by Sourav Yadav 9 months, 3 weeks ago

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    एक दिन गंगाराम अचानक चल बसे। धनराम ने सहज भाव से उनकी विरासत सँभाल ली। इधर मोहन ने छात्रवृत्ति पाई। इससे उसके पिता वंशीधर तिवारी उसे बड़ा आदमी बनाने का स्वप्न देखने लगे।

    Posted by Rahul Kumar 1 month ago

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    Posted by Daksh __ 15 hours ago

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    Posted by Mohd Sahil 1 month, 3 weeks ago

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    Posted by Mohd Sahil 1 month, 3 weeks ago

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    Posted by Rudraksh Pawar 3 weeks, 2 days ago

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    Posted by Rudraksh Pawar 3 weeks, 2 days ago

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    Posted by 10_Harshvardhan _Singh_X-B 1 week, 4 days ago

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    Posted by Runu Bhatt 4 weeks, 1 day ago

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    Posted by Ayushi Pal 6 days, 7 hours ago

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    Posted by Harshit Rathi 1 week, 1 day ago

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    धनराम के पिता का क्या नाम?

    धनराम ने सहज भाव से उनकी विरासत सँभाल ली। इधर मोहन ने छात्रवृत्ति पाई। इससे उसके पिता वंशीधर तिवारी उसे बड़ा आदमी बनाने का स्वप्न देखने लगे।

    मोहन के गुरु का नाम क्या था?

    वह मास्टर त्रिलोक सिंह को बहुत प्रिय था। इस कारण मास्टर त्रिलोक सिंह ने उसे पूरे स्कूल का मॉनिटर बना कर रखा था। उन्होंने मोहन को कमजोर बच्चों को दंड देने का अधिकार भी दे दिया थामोहन के अनेक गुणों के कारण मास्टर त्रिलोक सिंह ने यह घोषणा कर दी थी कि मोहन एक दिन बड़ा आदमी बनेगा और उनके स्कूल का नाम भी रोशन करेगा।

    धनराम के पिता का व्यवसाय क्या था?

    ' यह सच है कि किताबों की विद्या का ताप लगाने की सामथ्र्य धनराम के पिता की नहीं थी। उन्होंने बचपन में ही अपने पुत्र को धौंकनी फूंकने और सान लगाने के कामों में लगा दिया था। वे उसे धीरे-धीरे हथौड़े से लेकर घन चलाने की विद्या सिखाने लगे। उपर्युक्त प्रसंग में किताबों की विद्या और घन चलाने की विद्या का जिक्र आया है।

    मोहन धनराम के आफर में क्यों गया था?

    1. मोहन धनराम के आफर पर अपने हँसुवे की धार तेज़ करवाने के लिए गया था। उस समय धनराम लोहे की एक मोटी छड़ को भट्टी में गलाकर उसे गोलाई में मोड़ने का प्रयास कर रहा था। 2.

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