दिवाली के अगले दिन क्या होता है? - divaalee ke agale din kya hota hai?

सार

 Diwali 2022 Do's And Don'ts:  शास्त्रों में दिवाली के दिन को बेहद शुभ माना गया है। इसलिए इस दिन कुछ बातों का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। यदि आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें।

दिवाली के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं - फोटो : iStock

विस्तार

Diwali 2022 Do's And Don'ts: 24 अक्टूबर को दिवाली का महापर्व मनाया जा रहा है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर महाराज की पूजा का विधान है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। दिवाली की रात मां लक्ष्मी को जिस भक्त का घर पसंद आता है वो वहीं निवास करती हैं। यही वजह है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं। शास्त्रों में दिवाली के दिन को बेहद शुभ माना गया है। इसलिए इस दिन कुछ बातों का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में यदि आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। चलिए जानते हैं दीपावली पूजा के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं... 

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दीपावली के दिन क्या करें?

  • शास्त्रों के अनुसार, दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन की तैयारी सूर्योदय से पहले ही स्नान आदि से निवृत्त होकर कर लेनी चाहिए। 
  • पूजा से पहले घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करनी चाहिए और घर को फूल, आम के पत्तों और रंगोली आदि से सजाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। 
  • घर के प्रवेश द्वार के दोनों ओर दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
  • दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी पूजा के दौरान लाल वस्त्रों को धारण करना शुभ माना जाता है।

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दीपावली के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

  • घर के प्रवेश द्वार पर या घर के अंदर कहीं भी गंदगी नहीं रहने देना चाहिए वरना मां लक्ष्मी का घर में आगमन नहीं होता है।
  • दिवाली के दिन किसी भी गरीब या जरूरतमंद को दरवाजे से खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए। ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है।
  • इस दिन शराब पीने और मांसाहारी भोजन लेने से बचें।
  • भगवान गणेश की ऐसी मूर्ति न रखें, जिसकी सूंड दाहिनी ओर हो।  
  • घर के अंदर आतिशबाजी या फुलझड़ी का प्रयोग करें।

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Diwali 2022: महालक्ष्मी का वरदान पाने की आज शुभ तिथि है. दीपावली की रात सबसे ज्यादा अंधेरी होती है. ऐसा कहते हैं कि दिवाली की रात महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा से पूरे साल धन और समृद्धि प्राप्त होती है. दीपावली के दिन किसी भी प्रकार की दरिद्रता को दूर किया जा सकता है. ज्योतिष के जानकार कहते हैं कि दिवाली पर किए गए दिव्य उपायों से जीवन की हर परेशानी, हर संकट का नाश हो सकता है, क्योंकि यह रात परम शुभदायी और कल्याणकारी होती है.

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- शाम 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक
प्रदोष काल- शाम 05 बजकर 43 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 16 मिनट तक
वृषभ काल- शाम 06 बजकर 53 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 48 मिनट तक

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दिवाली पर कैसे करें पूजा?
दिवाली की पूजा के लिए सबसे पहले पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें. चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं. पहले गणेश जी की मूर्ति रखें. फिर उनके दाहिने और लक्ष्मी जी को रखें. आसन पर बैठें और अपने चारों और जल छिड़क लें. इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें. एक मुखी घी का दीपक जलाएं. फिर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें. इसके बाद पहले भगवान गणेश, फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें.

आखिर में आरती करें और शंख बजाएं. घर में दीपक जलाने के पूर्व पहले थाल में पांच दीपक रखकर उन्हें फूल आदि अर्पित करके पूजा कर लें. तब जाकर घर के अलग-अलग हिस्सों में दीपक रखना शुरू करें. घर के अलावा, कुएं के पास और मंदिर में भी दीपक जलाएं.

पूजा के बाद ऐसे करें आरती
दिवाली पर मां लक्ष्मी की आरती बहुत ही शुभ और फलदायी मानी जाती है. माता लक्ष्मी की आरती 16 पंक्तियों में हैं. आरती के समय इन पंक्तियों का उच्चारण करें. ध्यान रहे कि आपका स्वर मध्यम होना जरूरी है. देवी की आरती में वाद्य यंत्र का भी प्रयोग किया जा सकता है. आरती का दीपक शुद्ध घी से प्रज्वलित किया जाना चाहिए. इन दीपों की संख्या 5, 9, 11 या 21 हो सकती है. ये दीप घड़ी के काटों की तरह लयबद्ध होने चाहिए.

महालक्ष्मी की पूजा में बरतें ये सावधानियां
मां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहन कर करनी चाहिए. काले, भूरे और नीले रंग के कपड़ों से परहेज करें. दिवाली पर मां लक्ष्मी के उस चित्र या प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए जिसमें वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी हों. साथ ही उनके हाथों से धन बरस रहा हो. मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम होगा. पूजा के लिए माता लक्ष्मी की नई मूर्ति की स्थापना करें. लक्ष्मी को स्थापित करने से पहले भगवान गणेश की स्थापना करें.

रुका हुआ धन पाने का उपाय
दीपावली की रात को मां लक्ष्मी को गुलाब का एक फूल और कुछ सिक्के अर्पित करें. अगले दिन सुबह सारे सिक्कों को किसी निर्धन को दान कर दें. गुलाब का फूल अपने धन स्थान पर रख लें. धीरे-धीरे आपका फंसा हुआ धन मिलने लगेगा.

नकारात्मक ऊर्जा से होगी रक्षा
दिवाली की रात एक बड़ा सा शुद्ध सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इसके ऊपर एक ओर दीपक तिरछा करके रख दें. रात भर दीपक को जलने दें. इसके अंदर काले रंग का काजल जम जाएगा. इस काजल को सुरक्षित रख लें. इस काजल का रोज प्रयोग करें. आप हर तरह के नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रहेंगे.

गणेश और मां लक्ष्मी के मंत्र
- "ॐ गं गणपतये नमः"
- "ॐ श्रीं श्रीयै नमः"
- "ॐ ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मयै नमः"

दिवाली के दूसरे दिन को क्या कहते हैं?

अब भाई दूज, गोवर्धन पूजन और अन्‍नकूट का पर्व कल यानी 26 अक्‍टूबर को मनाया जाएगा। आइए जानें इस संबंध में ज्‍योतिर्विद क्‍या कहते हैं। सूर्य ग्रहण के कारण आज कोई पर्व नहीं मनाया गया : दीपावली पर्व 24 अक्‍टूबर को थी। परंपरा के अनुसार दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा पर्व होता है।

दिवाली के बाद क्या होता है?

हालांकि यह त्योहार अकेले नहीं आता है, इसे हिंदू धर्म में पंच पर्व के रूप में मनाया जाता है। सबसे पहले धनतेरस फिर नरक या रूप चतुर्दशी फिर दिवाली, उसके बाद गोवर्धन पूजा और फिर भाई दूज।

दीपावली के तीसरे दिन क्या होता है?

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन दीपावली मनाई जाती है और इसके अगले ही दिन गोवर्धन पूजा होती है।

दिवाली से एक दिन बाद कौन सा पर्व आता है?

यह पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन आता है और इससे पहले धनतेरस व नरक चतुर्दशी (Dhanteras 2022 Date) का त्योहार आता है. ये सभी त्योहार अपना एक विशेष महत्व रखते हैं. दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2022 Date) और फिर भैया दूज का त्योहार मनाया जाता है.

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