दूध पीने से भी तुरंत पेट में गैस बनती है ऐसा क्यों होता है?...
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कभी भी दूध खाली पेट ना पिए नंबर वन की खाली पेट दूध पीने से गैस बनेगी एसिडिटी बनेगी और कब्ज रहेगी खाना बचेगा नहीं तो दूध अगर पीना है तो रात को पिए वह भी वह व्यक्ति जिसको रियली में दूध की जरूरत है क्योंकि दुनिया में ऐसा कोई जानवर नहीं है कोई स्पेशल नहीं है दूसरी जो दूसरे की मां का दूध पीता हूं भाई अपनी मां का दूध जितना उतरता है सिर्फ लोगों का ही दूध पीते हैं उसके बाद दूध नहीं पीते बाकी सब जानवर भी तो ऐसे ही जिंदा रहते हैं क्या उनको अगर हम देखे हैं तो मन की जो है हमारे पूर्वज है जिनसे हम लोग आए हैं तो वह तो उतने ही दिन पीते हैं और वह तो ना तो नमक अलग से खाते ना तेरे लाड लगा सकते कुछ भी पका हुआ नहीं खाते सब कुछ कच्चा खाते हैं वही भोजन और उसी तरह की लाइफ स्टाइल हमारी होनी चाहिए कायदे में जो अब धीरे-धीरे होती जा रही है सो आप जब भी कुछ खाने की सोच है आप उस टाइट को सोच लेना थैंक यू
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सही समय पर दूध पीना होता है सेहतमंद, नहीं तो हो सकते हैं ये नुकसान।
पिछले कुछ सालों में हमने पाया है कि हम क्या खाते हैं, उसके बराबर ही हम कब खाते हैं वो भी जरूरी होता है। हेल्दी खाना और सही समय दोनों ही शरीर को भरपूर पौषक तत्व देते हैं। अपने डाइट की प्लानिंग अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करनी चाहिए। शरीर स्वस्थ तभी रहता है जब सही खाना सही समय पर खाया जाए।
रात को दूध पीना लाभदायक नही होता है, न ही इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। दूध अपने
आप में पूरा एक भोजन है जिसमे सभी तरह के पौषक तत्व होते हैं। अगर आपकी पाचन क्रिया कमजोर है तब दूध पीने से गैस की समस्या हो सकती है। रात को खाना खाने के बाद फिर दूध पीना यानि एक भोजन के बाद उतने ही पौषक तत्व लेने से कोई लाभ नहीं होता है बल्कि समस्याएं ही खड़ी होती हैं। हम में से कई लोग सुबह उठते ही चाय और कॉफी बिना कुछ खाए हुए पीते हैं, क्या ये करना हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है. यही बताने के लिए आज हम लेकर आए हैं कि दूध आपके लिए कब फायदेमंद हो सकता है और कब नुकसानदेह हो जाता है।
सुबह
दूध पीने के लाभ-
दूध अपने आप में एक पूरी डाइट होती है। हम में से कई लोग अपने दिन की शुरूआत दूध से करते हैं। जिनकी पाचन शक्ति मजबूत होती है उनके लिए सुबह दूध पीना लाभदायक होता है। सुबह दूध पीने से पूरे दिन शरीर में पौषक तत्व रहते हैं। जिनका पेट कमजोर होता है उन्हें सुबह दूध नहीं पीना चाहिए। सुबह दूध में तुलसी मिलाकर पीने से कई बीमारियों में लाभ मिलता है। कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से भी बचा जा सकता है। जब दूध पीएं तो उसमे आधा चम्मच चीनी मिलाकर पीएं। दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों तक आसानी
से पहुंचता है जब दूध में मीठा मिला होता है।
खाली पेट दूध पीने के नुकसान-
अपने दिन की शुरूआत नींबू पानी या पानी में थोड़ा सेब का सिरका मिलाकर पीने से की जा सकती है। उसके बाद दूध में ओट्स मिलाकर या किसी और चीज के साथ उसका सेवन किया जा सकता है। जब आपका पेट खाली होता है तो किसी ऐसी चीज का सेवन करना चाहिए जिससे पेट साफ हो जाए। खाली पेट दूध पीने से आपको गैस की समस्या के साथ ही कब्ज जैसी समस्या भी हो सकती है। कई लोगों का मानना है कि रात को दूध पीना जहर जैसा हो सकता है। कई बार
ये बात सच हो जाती है क्योंकि जिन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर होती है वो रात को सोते वक्त इसे पचा नहीं पाते हैं जिससे गैस की समस्या हो सकती है। गैस की समस्या कई बार दिमाग तक पहुंच कर उसे डैमेज भी कर देती है।
- September 21, 2020
अक्सर लोग दूध को जब मर्जी आया पी लेते है और अपच, गैस(Gas and indigestion) बनना, पेट भारी होना और भूख न लगना जैसी समस्याओ से परेशान हो जाते है। आज हम आपको बतायेंगे की दूध को कब और किस तरह से पिएं ताकि आपको ये समस्या बिल्कुल भी न हो।आयुर्वेद के अनुसार दुध को रात में ही पीना चाहिए क्योकि रात्रि का प्रथम प्रहर
कफ धातु के प्रभाव में रहता है।रात्रि में कफ की प्रधानता होने के कारन ही हमे नींद आती है।आपने बहुतो बार देखा होगा की दूध पीने वाले छोटे बच्चो को नींद बहुत आती है क्योकि दूध पीने से उनकी कफ धातु बढ़ती है और कफ के प्रभाव में नींद बहुत आती है। अब ये रात में हो तो बहुत बढ़िया है…क्योकि उस समय हमे सोना भी है पर कई लोग दूध को सवेरे या दिन में भी पी लेते है।सवेरे या दिन में अगर दूध आप लेते है तो निश्चित है की आपके शरीर में कफ धातु की वृधि होगी,क्योकि
सवेरे सवेरे हमारा शरीर कफ धातु के प्रभाव में होता है उस समय हमे कफ धातु को बढ़ाने वाली कोई भी चीज अपने शरीर में नही डालनी है। सवेरे सवेरे जो दूध पीयेगा उसके शरीर में आलस बहुत आएगा नींद बहुत आएगी,आप अपने काम के प्रति एक्टिव नही रह पाएंगे ।आप ऐसे समज लीजिये की सवेरे सवेरे शरीर में कफ धातु का प्रभाव दिन में पित्त धातु का प्रभाव और शाम को वाट धातु का प्रभाव हमारे शरीर में होता है। और फिर ऐसे ही रात्रि का प्रथम प्रहर कफ और द्वितीय प्रहर पित्त धातु के प्रभाव में होता
है...अब जब भी हमारा शरीर जिस भी धातु के प्रभाव में रहे उस समय हमे उसी धातु को बढ़ाने वाली चीजो का सेवन अधिक नही करना है। इस बात को आप अवश्य याद रखिये ।
रात में पिया गया दूध शरीर में कफ को बेशक बढ़ाएगा क्योकि उस समय का बढ़ा हुआ कफ अच्छी नींद लाने में मददगार साबित होगा। पर 80% लोगो को ये दूध रात में हजम नही होता जिसके कारण रात में उनका पेट फुल जाता है और उन्हें ऐसा लगता है की जैसे अन्दर गैस भर गई हो…जिसके कारण रात में उठकर कई बार डकारे लेते है या पाद आने की इच्छा होती
है,साथ ही पेट में भारीपन महसूस होता है।
ये वो लक्षण है जिससे ये पता लगता है कि जो आपने जो खाया या पिया उसका पाचन ठीक से नही हुआ।
दूध के बारे में ये कहा जाता है की ये एक सम्पूर्ण आहार है यानि एक पूरा भोजन फिर से करना,ये पचने में भारी होता है।
अब इसमे ये भी मायने रखता है की आप किस जानवर का दूध पी रहे है।
तो चलिए अब बात करते है की किस तरह हम दूध को पचाने योग्य बनाये ।