क्या आप दीर्घ स्वर का परिभाषा, कुल संख्या एवं उनके उदाहरण जानना चाहते हैं? अगर आप इन तीनों प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हैं तो आपके एक बेहतरीन वेबसाइट पर पहुंच चुके हैं. धैर्य बनाकर नीचे तक जरूर चेक करें.
दीर्घ स्वर किसे कहते हैं?
दीर्घ स्वर दूसरा नाम भी होता है आपको जरूर जान लेना चाहिए. दूसरा नाम द्विमात्रिक स्वर है.
जिन स्वरों के उच्चारण में हृस्व स्वरों से दुगुना समय लगता हो, उन स्वरों को दीर्घ स्वर कहते हैं.
दीर्घ स्वर कितने होते हैं?
हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के अनुसार, दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात होता है. जैसा कि आप जानते हैं हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर होता है उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (7) दीर्घ स्वर हैं.
- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (7)
याद रखे कि उच्चारण के आधार पर स्वर के तीन प्रकार होते हैं. ह्रस्व, दीर्घ और प्लुत स्वर. यही नहीं मूल एवं मात्रा स्वर के अन्य दो प्रकार हैं जो प्रयोग के आधार पर बांटा गया है.
दीर्घ स्वर के उदाहरण
आ का मात्रा ा जैसे काम. ई का मात्रा ी है जैसे खीर. ऊ का मात्रा ऊ ू है जैसे भूल. ए का मात्रा ए े है जैसे केश. ऐ का मात्रा ऐ ै है जैसे दैनिक. ओ का मात्रा ो है जैसे चोर. औ का मात्रा ौ जैसे चौखट.
ध्यान रखें कि इन शब्दों के उच्चारण करते समय ह्रस्व स्वर दुगुना समय दें. तभी आप का उच्चारण सही माना जा सकता है.
Conclusion
दीर्घ स्वर उस स्वर को बोला जाता है जिसे बोलने में ह्रस्व स्वर से दुगुना समय लगता हों. इस स्वर का कुल संख्या 7 हैं. आप पाठक से उम्मीद करता हूं कि, आप अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में जरूर लिखेंगे.