तीज के व्रत में क्या क्या लगता है? - teej ke vrat mein kya kya lagata hai?

पटनाः Hartalika Teej Samagri: हरतालिका तीज सनातन परंपरा में मनाया जाना वाली एक महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार है. खास तौर पर सुहागिन महिलाओं द्वारा किए जाने वाले इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है. इस व्रत को देवी पार्वती और महादेव के मिलन के तौर पर मनाया जाता है. सावन मास के शुक्ल पक्ष की तीज को मनाए जाने वाले इस व्रत में महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान शिव की पूजा करती हैं. इस व्रत में क्या-क्या सामग्री लगेगी जानिए यहां. 

ये है हरितालिका तीज के लिए सामग्री लिस्ट
हरितालिका तीज व्रत के सामान व्रत से कम से कम दो दिन पहले ही जुटा लेने चाहिए. इसके लिए जरूरी है, मिट्टी का एक कलश, रेत या काली मिट्टी, लकड़ी का एक पाटा, लाल या पीला कपड़ा, नारियल, माता पार्वती के लिए चुनरी, सुहाग का सामान, काजल, मेंहदी, चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, बिछिया, महावर, कंघी, शीशा की आवश्यकता होगी.  इसके अलावा पूजा के लिए बेलपत्र, केले का पत्ता, शमी पत्र, धतूरा फल, धतूरा पुष्प, तुलसी, मंजरी, कलेवा, नए वस्त्र, जनेऊ, फल, फूल, गाय की घी, सरसों तेल, अबीर, चंदन, कुमकुम, कपूर, दीपक और पंचामृत. 

काली मिट्टी से बनाएं प्रतिमा
इसमें काली मिट्टी से माता पार्वती और शिव जी की मूर्ति बनाकर पूजा करते हैं. पूजा के समय हरतालिका तीज व्रत कथा का पाठ या श्रवण अवश्य करें. पूजा के समापन पर माता पार्वती और शिव जी की आरती करें. ध्यान रखें कि व्रत के दिन प्रत्येक पहर में भगवान शंकर की पूजा और आरती की जाती है. इस दिन घी, दही, शक्कर, दूध, शहद का पंचामृत चढ़ाया जाता है. हरतालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, काजल सहित सुहाग-पिटारा दिया जाता है. इस‍ दिन विवाहित महिलाओं के व्रत रखने से उनके पति की आयु लंबी होती है. ऐसा करने पर उनके दाम्‍पत्‍य जीवन में खुशहाली आती है. तीज व्रत पूरे मनोयोग से करना चाहिए, इसके व्रत पालन में किसी तरह की गलती नहीं करनी चाहिए.

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हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत रखा जाता है। इस साल 30 अगस्त 2022 को मंगलवार के दिन यह व्रत रखा जाएगा।

नई दिल्ली

Updated: August 27, 2022 05:16:28 pm

Hartalika Teej Vrat 2022: हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत कुंवारी कन्याओं और सुहागिनों के लिए बहुत शुभ माना गया है। यह व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस साल हरतालिका तीज व्रत मंगलवार, 30 अगस्त 2022 को रखा जाएगा। मान्यता है कि इस व्रत के दिन हस्त नक्षत्र में भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन बिना पानी पिए निर्जल व्रत रखा जाता है और फिर रात्रि में चंद्र दर्शन के बाद ही अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है। वहीं इस सुखी वैवाहिक जीवन की मनोकामना के लिए रखे जाने वाले इस व्रत के दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। इसलिए हरतालिका तीज के व्रत में पूजा की सामग्री में कुछ खास चीजों का होना जरूरी है जिनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। तो अब आइए जानते हैं इस व्रत की पूजन थाली में क्या-क्या चीजें होनी चाहिए...

Hartalika Teej 2022: 30 अगस्त को रखा जाएगा हरतालिका तीज का व्रत, पूजा की थाली में अवश्य शामिल करें ये सामग्री

हरतालिका तीज पूजन सामग्री
कलश
गंगाजल
बेलपत्र
सुपारी
सूखा नारियल
शमी और केले का पत्ता
धतूरा
दूर्वा
मंजरी
चंदन
अक्षत
घी
शहद
गुलाल
धूप-दीप
कपूर
पांच फल
कलावा और जनेऊ

पत्रिका डेली न्यूज़लेटर

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Hariyali Teej Puja Vidhi Aur Samagri महिलाएं इस व्रत से अपने वैवाहिक जीवन में खुशियों भरने तथा पति के दीर्घायु के लिए रखती हैं। हरियाली तीज में महिलाएं माता पार्वती और महादेव की श्रद्धा भाव से पूजा करती हैं।

Teej Vrat Puja Vidhi: महिलाएं अपने दांपत्य जीवन को खुशहाल रखने के लिए बहुत सारे व्रत का पालन करती हैं। उन्हीं में से एक हरियाली तीज है, जो सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ती है। सावन में पड़ने की वजह से इसे हरियाली तीज का नाम दिया गया है। आज हरियाली तीज है। महिलाएं इस व्रत से अपने वैवाहिक जीवन में खुशियां भरने तथा पति के दीर्घायु के लिए रखती हैं। हरियाली तीज में महिलाएं माता पार्वती और महादेव की श्रद्धा भाव से पूजा करती हैं, जिनके आशीर्वाद स्वरूप दांपत्य जीवन में खुशहाली, मधुरता और परस्पर प्रेम का आगमन होता है। आइये जानते हैं कि इस व्रत की पूजा विधि और कौन कौन सी सामग्री लगती है।

हरियाली तीज पूजा विधि

इस दिन सुहागन महिलाओं को सुबह-सुबह स्नान आदि से निवृत होकर अपने मायके से आई साड़ियां और श्रृंगार के समान का उपयोग करना चाहिए। इसके बाद शुभ मुहूर्त के अनुसार माता पार्वती और भगवान शिव के साथ गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित करें। सबसे पहले गणेश पूजा करते हैं। इसके बाद माता पार्वती को 16 श्रृंगार के सामग्री के साथ साड़ी, अक्षत्, दीप, धूप, गंध आदि अर्पित करते हैं। उसके बाद भगवान शिव को भांग, धतूरा, श्वेत फूल, बेल पत्र, धूप और गंध आदि समर्पित करते हैं। हरियाली तीज की कथा सुनते हैं और उसके बाद तीनों लोगों की आरती करते हैं। अंत में सभी भक्तजनों में प्रसाद और पंचामृत का वितरण करते हैं।

हरियाली तीज की पूजा और श्रृंगार सामग्री

हरियाली तीज व्रत में शुद्ध मिट्टी, पीले रंग का कपड़ा, केले के पत्ते, बेल पत्र, शमी के पत्ते, धतूरा, आंकड़े के पत्ते, तुलसी, श्रीफल, कलश, अबीर, चंदन, तेल और घी, कपूर, जनेऊ,धागा, जटा नारियल, चुनरी और साड़ी होना आवश्यक है। इसके अलावा माता पार्वती के श्रंगार में चूडियां, महावर, नथ, कुमकुम, सिंदूर, बिंदी, मेहंदी, बिछुआ, कंघी, नेलपॉलिश आदि सामग्री चाहिए होता है। पंचामृत के लिए दही, चीनी, शहद ,दूध आदि सामग्री होनी चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Edited By: Ritesh Siraj

तीज की पूजा में क्या क्या सामान चाहिए?

हरितालिका तीज व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है और सुहाग की सामग्री चढ़ाई जाती है। जिसमें मेहंदी, चूड़ी, बिछिया, काजल, बिंदी, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, माहौर, श्रीफल, कलश, अबीर, चंदन, घी-तेल, कपूर, कुमकुम और दीपक शामिल है।

तीज व्रत में क्या क्या रहता है?

हरतालिका तीज व्रत को सबसे कठिन व्रत में से एक माना जाता है। इस दिन बिना खाए और पीए पूरे दिन रहते हुए पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। हरतालिका तीज व्रत में मां गौरा और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

क्या तीज में पानी पी सकते हैं?

भूलकर भी ना पिएं पानी यह त्योहार इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जाला व्रत रखकर भगवान से पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. इस बार तीज का व्रत 30 अगस्त यानी कि मंगलवार को पड़ रहा है.

तीज की पूजा कैसे की जाती है?

इस तीज में महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। तीज की शाम के समय महिलाएं श्रृंगार करते हुए भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की पूजा करती हैं। हरतालिका तीज व्रत रखने और पूजा करने से सौभाग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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