सोयाबीन में क्या पाया जाता है - soyaabeen mein kya paaya jaata hai

सोया प्रोटीन और आइसोफ्लेवोंस से भरपूर डाइट महिलाओं में हड्डियों को कमजोर होने की ओस्टियोपोरोसिस के खतरे से बचा सकता है. एक अध्ययन में यह दावा किया गया है. इंग्लैंड के हुल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, सोयाबीन से बनी चीजों में आइसोफ्लेवोंस नामक रसायन होता है जो कि इस्ट्रोजन हार्मोन जैसा होता है और महिलाओं को ओस्टियोपोरोसिस के खतरे से बचा सकता है.

अध्ययन के दौरान प्रारंभिक रजोनिवृत्ति की अवस्था वाली 200 महिलाओं को छह महीनों तक आइसोफ्लेवोंस सहित सोया प्रोटीन युक्त डाइट दी गई. उसके बाद शोधकर्ताओं ने महिलाओं के ब्लड में कुछ प्रोटीनों की जांच करके हड्डियों में हुए परिवर्तन का अध्ययन किया.

शोधकर्ताओं ने पाया कि केवल सोया प्रोटीन लेने वाली महिलाओं की तुलना में आइसोफ्लेवोंस युक्त सोया आहार लेने वाली महिलाओं में हड्डियों के कमजोर होने की रफ्तार धीमी पड़ गई और उनमें ओस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो गया. केवल सोया लेने वाली महिलाओं की तुलना में आइसोफ्लेवोंस के साथ सोया लेने वाली महिलाओं में हृदय रोग का खतरा भी कम पाया गया.

आइए जानें, सोयाबीन खाने के ये 5 और फायदे...

1. यदि आपको कोई मानसिक रोग है तो आप सोयाबीन को अपनी डाइट में शामिल करें. सोयाबीन मानसिक संतुलन को ठीक करके दिमाग को तेज करता है.

2. दिल के रोग होने पर सोयाबीन खाने की सलाह दी जाती है. आप ऐसे भी सोयाबिन खाना शुरू कर देंगे तो आपको दिल की बीमारियां नहीं होगी.

3. यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है तो रोजाना सोयाबीन खाएं. यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होता है.

4. सोयाबीन में लेसीथिन पाया जाता है जो लीवर के लिए फायदेमंद है.

5. सोयाबीन की छाछ पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं.

नोट: गर्भधारण करने वाली स्त्रियों को सोयाबीन का उपयोग डॉक्टर की सलाह ले कर ही करना चाहिए.

सोयाबीन में कई बीमारियों और इंफेक्शन का इलाज छिपा है। सोयाबीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है। इसमें मिनरल्स के अलावा, विटमिन बी कॉम्प्लेक्स और विटमिन ए की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसलिए आम लोगों से लेकर जिम करने वाले लोग भी प्रोटीन के सेवन के लिए सोयाबीन को तरजीह देते हैं। इसे लोग तरह-तरह से खाते हैं। सोयाबीन को सब्जी या परांठे के रूप में भी खाया जाता है तो इसके कटलेट या फिर दूध में मिक्स करके भी खाया जा सकता है। सोयाबीन स्नैक्स के रूप में भी काफी हेल्दी होता है।आज हम आपको सोयाबीन के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं:

1- सोयाबीन में प्रोटीन के अलावा फाइबर, मिनरल्स और फाइटोएस्ट्रोजन्स होते हैं। इसके अलावा इसमें सैचरेटेड फैट की मात्रा भी कम होती है। साथ ही इसमें न तो कलेस्ट्रॉल होता है और न ही लैक्टोस। इस लिहाज से सोयाबीन सेहत के लिए फायदे की चीज है। सोयाबीन में आयरन, मैंगनीज, फॉसफोरस, कॉपर, पोटेशियम, जिंक और सेलेनियम भी प्रचुर मात्रा में होता है।

2- सोयाबीन हेल्दी वेट गेन और वेट लूज में भी मदद करता है, बशर्ते उसे सीमित मात्रा में खाया जाए तो। सोयाबीन में फाइबर और प्रोटीन अत्यधिक मात्रा में होता है। इसलिए यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो वजन घटाना चाहते हैं और उन लोगों के लिए भी जो बढ़ते वजन को कम करना चाहते हैं।

3- सोयाबीन डायबीटीज और हार्ट डिजीज की रोकथाम करने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद अनसैचरेटेड फैट्स बैड कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

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4- इसके अलावा यह कई प्रकार के कैंसर से भी बचाव करता है। अमेरिका के कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट के अनुसार, सोयाबीन में मौजूद फाइबर कोलोरेक्टल और कोलोन कैंसर के रिस्क को कम करता है।

5- सोयाबीन हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है। अकसर महिलाएं घुटनों और कमर के दर्द की शिकायत करती हैं। ऐसा कमजोर हड्डियों या फिर नसों पर दबाव की वजह से होता है। चूंकि सोयाबीन में विटमिन, मिनरल के अलावा कैल्शियम, मैग्निशियम और कॉपर जैसे पोषक तत्व होते हैं, इसलिए यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

6- सोयाबीन बर्थ डिफेक्ट्स को भी दूर करता है। इसमें मौजूद विटमिन बी कॉम्प्लेक्स और फॉलिक ऐसिड प्रेगनेंट महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। साथ ही यह भ्रूण के मानसिक विकास में भी मदद करता है। हालांकि सोयाबीन का सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।


सोयाबीन से नुकसान
हालांकि सोयाबीन से कुछ एलर्जी और नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे कि सोयाबीन में कुछ ऐसे कम्पाउंड होते हैं जो फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन की नकल कर लेते हैं। इससे महिलाओं में हॉर्मोन संबंधी गड़बड़ी हो सकती है। वहीं पुरुषों में इसके अत्यधिक सेवन से नपुंसकता और स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है। इसलिए सोयाबीन का सेवन हर किसी को एक सीमित मात्रा में करना चाहिए।

(डिस्क्लेमर: जिन लोगों को सोयाबीन से एलर्जी हो, वे इसके सेवन से बचें। इसके अलावा अगर किसी को किडनी संबंधी समस्या या डायबीटीज है तो वे भी सोयाबीन के अत्यधिक सेवन से बचें। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ज्यादा सोयाबीन खान से मितली और चक्कर आ सकते हैं। सोयाबीन के सेवन को लेकर डॉक्टर या फिर न्यूट्रिशनिस्ट से जरूरी सलाह लें।)

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सोयाबीन से कौन सा विटामिन मिलता है?

सोयाबीन में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, यह अंडे, दूध और मांस में पाए जाने वाले प्रोटीन से भी ज्यादा होता है. इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन ई, मिनरल्स और एमीनो एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर की विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने के अलावा कई तरह के रोगों के उपचार में काफी कारगर होता है.

सोयाबीन में क्या ज्यादा पाया जाता है?

सोयाबीन एक महत्वपूर्ण खाद्य स्रोत है। इसके मुख्य घटक प्रोटीन, कार्बोहाइडेंट और वसा होते है। सोयाबीन में 42 प्रतिशत प्रोटीन, 22 प्रतिशत तेल, 21 प्रतिशत कार्बोहाइडेंट, 12 प्रतिशत नमी तथा 5 प्रतिशत भस्म होती है।

सोयाबीन में कौन से तत्व पाए जाते हैं?

1 सोयाबीन में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन ई, बी कॉम्लेक्स, थाइ‍मीन, राइबोफ्लेविन अमीनो अम्ल, सैपोनिन, साइटोस्टेरोल, फेनोलिक एसिड एवं अन्य कई पोषक तत्व होते हैं जो फायदेमंद होते हैं

सोयाबीन भिगो के खाने से क्या फायदा?

सोयाबीन के फायदे – Benefits of Soybean in Hindi.
मधुमेह के लिए सोयाबीन के फायदे Save. ... .
हड्डियों के लिए सोयाबीन खाने से हड्डियां मजबूत होती है। ... .
हृदय के लिए सोयाबीन के फायदे Save. ... .
वजन घटाने के लिए Save. ... .
कैंसर के लिए ... .
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