सरपंच बनने के लिए क्या-क्या चाहिए - sarapanch banane ke lie kya-kya chaahie

Sarpanch Kaise Bane – Gaon Ka Sarpanch Banne Ke Liye Kya Kare – Jane Yahan Eligibility, Documents, Work, Rights – इस लेख में आप सरपंच कैसे बने? गांव का सरपंच बनने के लिए क्या करे? इसके बारे में जानेंगे.

दोस्तों गांव का सरपंच बनना कौन नहीं चाहता है. लेकिन सरपंच बनने के लिए गांव के प्रति अच्छी सोच और अच्छे विचार होने चाहिए. तभी तो हमारे देश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में गांव विकास के लिए, सरकार ने सरपंच का पद बनाया है. जिसे ग्रामीण के लोगों द्वारा किसी न किसी व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है. जिसका मुख्य काम सरकार की सभी योजनाओं को गाँव में लागू करना तथा गाँव का विकास करना और ग्रामीण के लोगों की मद्दत करना है.

अगर आप भी अपने गांव के लिए कुछ करने के बारे में सोचते हैं और साथ ही गांव के विकास के साथ-साथ लोगों के भलाई के बारे में सोचते हैं और आपने गांव के लिए अच्छा काम किया है, तो आप सरपंच के पद के लिए खड़े हो सकते हैं. यदि आप सोच रहे हैं कि Sarpanch Kaise Bane इसके लिए जानकारी तलाश रहे हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं.

क्योंकि इस लेख में हम आपको बताएंगे कि Sarpanch Kaise Bane – Gaon Ka Sarpanch Banne Ke Liye Kya Kare इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? साथ ही दस्तावेज़ उनके काम, अधिकार और वेतन से जुड़ी जानकारी बताने वाले हैं, तो इस लेख के साथ अंत तक बने रहें –

Sarpanch Kaise Bane

सरपंच क्या होता है? (What is Sarpanch Details in Hindi)

गांव के मुखिया या प्रधान को गांव का सरपंच कहा जाता है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्राचीन काल से ही पंचायतों ने भारत के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. स्थानीय लोकतंत्र में सरपंच का पद बहुत प्रतिष्ठित होता है.

सरपंच ग्राम सभा द्वारा निर्वाचित ग्राम पंचायत का सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है. जिसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों को विकास के पथ पर ले जाने की होती है.

आपको बता दें कि 1992 में संविधान के 73वें संशोधन से इसे और मजबूती मिली है. इसके तहत पंचायतों को कई तरह के अधिकार दिए गए हैं. केंद्र और राज्य सरकार भी गांवों के विकास के लिए पंचायत निधि में करोड़ों रुपये मुहैया कराती हैं.

Eligibility to Become Sarpanch

अगर आप गांव के सरपंच बनना चाहते हैं तो आपके पास कुछ जरूरी योग्यता होनी चाहिए. जो निम्नलिखित है.

  • जिस ग्राम पंचायत से सरपंच पद के लिए खड़े है उसका मूल निवासी होना आवश्यक है.
  • आप भारत का नागरिक होना चाहिए.
  • सरपंच बनने के लिए कम से कम 21 साल का होना जरूरी है. अधिक कितनी भी हो सकती है.
  • नाम उस ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में होना चाहिए जिसमें सरपंच चुनाव पद का दावा कर रहे है.
  • अगर आप शादीशुदा हैं तो आपके दो से ज्यादा बच्चे नहीं होने चाहिए.
  • सरकारी कर्मचारी सरपंच का चुनाव नहीं लड़ सकते.
  • आपकी संपत्ति का विवरण होना चाहिए.
  • सुरक्षा राशि पंचायत के अनुसार देनी होगी.
  • सरपंच बनने के लिए अनपढ़ कई राज्यों में सरपंच भी बन सकते हैं. लेकिन कई राज्यों में 8वीं पास योग्यता तय की गई है.
  • इन नियमों को पूरा करने वाला उम्मीदवार सरपंच पद के चुनाव में खड़ा हो सकता है.

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गाँव का सरपंच बनने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट (Documents Required to Become a Village Sarpanch)

  • Aadhar Card जन्म तारीख सहित
  • मतदाता पहचान पत्र
  • दो बच्चो का शपथ पत्र
  • पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र
  • मूल निवास
  • जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate)
  • पैन कार्ड
  • शौचायल का शपथ पत्र (अगर आपके घर में शौचालय नहीं है तो आप चुनाव नहीं लड़ सकते)
  • Passport साइज फोटो
  • आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
  • NOC यह आपको अपनी पंचायत से मिल जायेगी

Sarpanch Kaise Bane बनने के लिए क्या करें

सरपंच गांव का एक आम व्यक्ति होता है, जिसे सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए सरपंच का पद बनाया है. सरकार द्वारा हर 5 साल में गांव के मुखिया के पद के लिए चुनाव कराए जाते हैं. जिसमें कई लोग अपने फॉर्म भरवाते हैं और एक निश्चित तारीख को वोटिंग होती है.

मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतों की गिनती की जाती है. सबसे अधिक वोट पाने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है और उस व्यक्ति को गांव का सरपंच बना दिया जाता है.

जिस गांव से उन्होंने चुनाव लड़ा था, सरपंच पद के लिए चुनाव हर 5 साल के बाद सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है, क्योंकि सरपंच का कार्यकाल केवल 5 साल का होता है.

अगर आपको गांव का सरपंच बनना है तो आपको अपने आप में कुछ बदलाव करने होंगे, जैसे अपने गांव के सामाजिक कार्यों में मदद करना, गांव के लोगों से अपना मेलजोल बढ़ाना, गांव के प्रति कुछ अच्छा काम करना, गांव के समस्याएं का समधान करना आदि.

यदि आपके अपने गांव के प्रति अच्छे विचार और सोच हैं, तो गांव के लोग आपके अच्छे काम को देखकर सरपंच पद के लिए आपको वोट जरूर देंगे. जिसके बाद आपके अधिक वोटिंग के आधार पर आपको गांव का सरपंच घोषित किया जाएगा.

Sarpanch बनने के लिए चुनाव प्रक्रिया (Selection Process to Become Sarpanch)

सरपंच के चुनाव से पहले सरकार द्वारा सीटें तय की जाती हैं, जैसे महिला सीट है, तो इसमें केवल सरपंच महिला SC, ST, OBC आदि के नाम से चुनाव प्रतिनिधि बन सकता है.

यदि पुरुष सीट है तो फिर पुरुष के नाम पर सरपंच का चुनाव प्रतिनिधि बन सकते हैं. सीटों के जारी होने के बाद जिस वर्ग की सीट घोषित की गई है, वह चुनाव के लिए खड़े हो सकते है. हालांकि ये सीटें हर क्षेत्र में अलग-अलग तय की गई हैं. तो चलिए आगे हम आपको सरपंच की चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं.

  • सर्वप्रथम अपने गाँव के सरपंच के लिए गांव के सरपंच पद का चुनाव के दिनों में उसमें अपना फॉर्म दर्ज करना होता है.
  • इसके बाद आपको अपने जरूरी दस्तावेज तैयार करने होंगे. अब एक निश्चित दिन पर आपका गांव जिस ब्लाक के अंतर्गत आता है, उस ब्लाक में जाकर अपना नामांकन ग्राम प्रधान के चुनाव के लिए करे.
  • नामांकन करने के बाद, उम्मीदवार को एक चुनाव चिन्ह दिया जाता है और एक निश्चित दिन पर सरकार द्वारा गाँव के स्कूल या किसी सार्वजनिक स्थान पर मतदान किया जाता है.
  • इस मतदान में मतदान अधिकारी द्वारा प्रत्येक व्यक्ति के पहचान पत्र की जांच करने के बाद ही उसे वोट देने के लिए दिया जाता है. कई जगहों पर मतदान के बीच में पुलिस या सीआरपीएफ भी तैनात रहती है ताकि कोई चुनाव में खलल न डाले या हिंसा न कर सके.
  • मतदान समाप्त होने के बाद शाम को चुनाव अधिकारी मतपेटी को प्रखंड में ले जाते हैं और वहां मतपेटी को एक सीलबंद कमरे में रखा जाता है, जिसकी निगरानी सीआरपीएफ के जवानों द्वारा मतों की गिनती होने तक की जाती है.
  • मतगणना के दिन सबसे अधिक मत प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है.
  • इसके बाद 5 से 10 दिनों के भीतर विजयी उम्मीदवार को ब्लॉक में जाकर सरपंच पद की शपथ लेनी होती है, जिसके बाद वह सरपंच बन जाता है.
  • सरपंच बनने के बाद उसे मुखिया बनाने के लिए ब्लॉक द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाते हैं.

सरपंच चुनाव कैसे होता है? (How is Sarpanch Election Conducted)

ग्राम पंचायत कई गाँवों का समूह भी हो सकता है या एक गाँव भी एक ग्राम पंचायत हो सकता है, ग्राम पंचायत का गठन जनसंख्या के आधार पर किया जाता है और इसके लिए प्रत्येक राज्य में अलग-अलग जनसंख्या निर्धारित की गई है.

इन ग्राम पंचायतों में कई वार्ड हैं, ऐसे लोग हैं जिनके प्रतिनिधि वार्ड पंच कहलाते हैं और इन वार्डपंचों का एक मुखिया होता है, सरपंच, जो उस ग्राम पंचायत का प्रधान होता है, वार्डपंच और सरपंच का चुनाव हर पांच साल में एक बार होता है और जिसे अधिक वोट मिलते हैं वह सरपंच होता है.

सरपंच के कार्य (Work of Sarpanch)

  • गांव के सरपंच को गांव वालों के समस्याओ का समाधान करना
  • गांव में सड़कों का रखरखाव करना
  • गरीब बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करना
  • सरकारी योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना
  • पशुपालन, बागवानी को बढ़ावा देना
  • स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाना
  • ग्रामीण में सिंचाई के साधन की व्यवस्था करना
  • दाह संस्कार और कब्रिस्तान का रखरखाव करना
  • प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना
  • आंगनवाड़ी केंद्र को सुचारु रूप से चलाने में मदद करना
  • खेल का मैदान व खेल को बढ़ावा देना
  • छात्रों को आवश्यक डॉक्यूमेंट के लिए दाखला प्रदान करना
  • गांव के विकास के लिए फंड में जमा हुए पैसों का सही इस्तेमाल करना
  • गांव में हागनदारी मुक्त गांव योजना लागु करना
  • पंचायत में सही निर्णय लेना

सरपंच के अधिकार (Powers of Sarpanch)

सरपंच के पास पंचायत में कई शक्तियाँ होती हैं. स्थानीय शासन में उनके पास कार्यपालिका और न्यायपालिका जैसी कई शक्तियाँ हैं. ग्राम प्रधान यानी सरपंच को गाँव में छोटे-छोटे विवादों को निपटाने, ग्राम पंचायत के लिए ग्राम स्तर पर कुछ कर लगाने का अधिकार है.

Sarpanch ग्राम सभा की बैठकों की अध्यक्षता करता है. सरपंच हर साल ग्राम सभा की कम से कम 4 बैठकें आयोजित कर सकता है. सरपंच को सभी वर्गों के लोगों, विशेषकर एससी/एसटी/ओबीसी और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए.

सरपंच की सैलरी (Sarpanch Salary)

अलग-अलग राज्यों में सरपंच का वेतन अलग-अलग तय होता है. लोकसभा और विधानसभा के प्रतिनिधियों की तरह पूरे देश में वेतन और भत्तों की मांग होती रही है. लेकिन कुछ राज्यों में सरपंच के वेतन के स्थान पर कुछ मानदेय और भत्ता दिया जाता है. पंचायती राज व्यवस्था में अभी तक सरपंच को किसी भी प्रकार के वेतन का प्रावधान नहीं है. लेकिन ज्यादातर राज्यों में सरपंचों को 5000 से 8 हजार रुपये तक का मानदेय वेतन के रूप में दिया जाता है.

Sarpanch से जुड़े FAQs

Question – सरपंच बनने के लिए कितनी उम्र चाहिए?
Answer –  Sarpanch बनने के लिए कम से कम 21 साल का होना जरूरी है. अधिक कितनी भी हो सकती है.

Question – सरपंच के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
Answer – सरपंच बनने के लिए 8वीं पास होना जरूरी है और पंचायत समिति व जिला परिषद का सदस्य बनने के लिए 10वीं पास होना जरूरी है. हालांकि आदिवासी क्षेत्रों में सरपंच के लिए शैक्षणिक योग्यता 5वीं पास होना प्रस्तावित है. पंचायती राज विभाग ने यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजा है. मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद कैबिनेट की मंजूरी ली जाएगी. इसके बाद इसे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा. वहां से अध्यादेश जारी होते ही पंचायती राज अधिनियम की धारा 19 संशोधन लागू हो जाएगा. अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो जनवरी में होने वाले पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों के लिए शैक्षणिक योग्यता की शर्त अनिवार्य कर दी जाएगी. हालांकि, वार्ड पंच के लिए किसी शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य करने का कोई प्रस्ताव नहीं है.

Question – ग्राम सभा किसे कहते हैं?
Answer – जिस गांव में 200 या 200 से ज्यादा लोग रहते हैं उसे ग्राम सभा कहा जाता है और जिस गांव में 200 से कम लोग रहते हैं उसे आसपास के गांव से जोड़ा जाता है.

Question – सरपंच को शपथ कौन दिलाता है?
Answer – Sarpanch को एक निश्चित दिन पर ब्लॉक में बुलाया जाता है और सरपंच और उसके साथी सदस्यों को Presiding Officer or Panchayat Secretary द्वारा सरपंच को पद की शपथ दिलाई जाती है.

Question –  सरपंच को पद से कैसे हटाया जा सकता है?
Answer – अगर आपके गांव का सरपंच सरकार के पैसे का दुरूपयोग कर रहा है या भ्रष्टाचार कर रहा है तो आप इसकी शिकायत अपने ब्लॉक के प्रखंड विकास अधिकारी से कर सकते हैं, जिसके लिए सरपंच के भ्रष्टाचार को लेकर एक लिखित एप्लीकेशन देना होगा. खंड विकास अधिकारी जांच दल का गठन करेगा और वह जांच दल आपके गांव में जांच करेगा और यदि आरोप सही साबित होते हैं तो सरपंच को उनके पद से भी हटाया जा सकता है.

Question –  सरपंच का कार्यकाल कितने साल का होता है?
Answer – Sarpanch का कार्यकाल 5 साल का होता है.

Conclusion

दोस्तों इस लेख में Sarpanch Kaise Bane – Gaon Ka Sarpanch Banne Ke Liye Kya Kare इससे जुडी जानकारी बताई है. जो इस प्रकार है –

  • सरपंच क्या होता है?
  • सरपंच बनने के लिए योग्यता
  • गाँव का सरपंच बनने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट
  • Sarpanch Kaise Bane सरपंच बनने के लिए क्या करें?
  • Sarpanch बनने के लिए चुनाव प्रक्रिया
  • सरपंच चुनाव कैसे होता है?
  • Sarpanch के कार्य
  • सरपंच के अधिकार
  • सरपंच की सैलरी
  • Sarpanch से जुड़े FAQs

दोस्तों इस लेख में मैंने Sarpanch Kaise Bane – Gaon Ka Sarpanch Banne Ke Liye Kya Kare इससे संबंधित जानकारियों से रूबरू कराया है. मुझे उम्मीद है की आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.

अगर आपको यह जानकारी Sarpanch Kaise Bane इसके बारे में जानने के लिए उपयोगी लगती है, तो इस लेख को अपने दोस्तों तथा अन्य लोगों के साथ जितना हो सकें अधिक से अधिक शेयर करे. धन्यवाद.

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सरपंच कितने साल का होता है?

सरपंच का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।

उप सरपंच का चयन कौन करता है?

मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंच, सरपंच एवं सदस्य जनपद / जिला पंचायत के निर्वाचन की कार्यवाही के पश्चात् ग्राम पंचायत में उपसरपंच, जनपद / जिला पंचायत में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन सम्पन्न कराया जाता है.

सरपंच के पास आवेदन कैसे लिखें?

महोदय, सविनय निवेदन है कि मेरा नाम XXXX कुमार (यहां पर अपना नाम लिखें) है। मैं मोहनपुर गांव (यह अपना गांव का पता लिखे) का निवासी हूं। हमारे गांव में नाली की समुचित व्यवस्था न होने कार्ड लोगो के घरों के पानी निकासी नहीं हो पा रही है।

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