Samudra Sameer Kya Hai
GkExams on 12-05-2019
समुद्र समीर-
स्थानीय समीर जो दोपहर के समय समुद्र से स्थल की ओर उस निम्नदाब की ओर चलता है जो भूमि के अपेक्षाकृत अधिक गर्म हो जाने के कारण उत्पन्न हो जाता है।
सम्बन्धित प्रश्न
Comments Samudr sameerkya h on 29-09-2022
Samudr sameer kya hai
Kheva on 10-06-2021
समुद्र समीर रात के समय बहती है या नहीं
Samundar samir kab Banti h on 23-04-2021
Samundar Samir kab banata h
Kaushar parween on 13-03-2021
Samundar Sameer .......ke sath nahati h
B on 12-03-2021
B रात के समय
Sandhya on 09-03-2021
Samudra sameer kab banati h
Piyush thakur on 27-11-2020
When does the sea breeze blows?
B on 22-10-2020
Aakash
. on 28-07-2020
Din ke samy
C on 11-06-2020
C
Rakesh shankar on 17-12-2019
Aaaasssss
Naina on 12-12-2019
B
Megha on 20-11-2019
Sea and land breeze kiss Kahte hai
Pradhyuman on 14-08-2019
A
Tamanna jaryal on 20-07-2019
Samudar Sameer ka din mein chalne ka reason kya hai
Pratiksha nagdawne on 12-04-2019
Dono
Alfisha on 30-11-2018
Its some more reason
Nadeem ahmad on 25-08-2018
समुद्र समीर बनती है?
A.दिन के समय
B.रात के समय
C.दोनों समय
D.मौसमी
आपका उत्तर:
ANS:
विषयसूची
थल समीर कब बनता है?
इसे सुनेंरोकेंवे रात के दौरान बनते हैं जब समुद्र का पानी और जमीन दोनों गर्मी खो देते हैं, समुद्र के पानी की तुलना में भूमि की विशिष्ट गर्मी क्षमता बहुत कम होती है, भूमि गर्मी ऊर्जा को तेजी से खो देती है और समुद्र की तुलना में अधिक तेजी से ठंडी होती है।
स्थलीय वायु Land Breeze से आप क्या समझते हो?
इसे सुनेंरोकेंसमुद्र के गर्म रहने से उसके ऊपर निम्नदाब का क्षेत्र तथा तटीय प्रदेश में उच्च दाब का क्षेत्र बनता है। इससे तटीय प्रदेश का ठंडा, लेकिन शुष्कपवन स्थल से समुद्र की , ओर चलने लगती है। स्थल से समुद्र की ओर आनेवाली पवन को स्थलीय समीर (land breeze) कहते हैं।
थल समीर क्या है 7th?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न – थल समीर क्या कहलाती है? उत्तर – समुद्र का जल, स्थल की अपेक्षा धीमी गति से ठंडा होता है। इसलिए, स्थल की ओर से ठंडी वायु समुद्र की ओर बहती है। यह थल समीर कहलाती है।
थल समीर के बहने का समय क्या है?
(छ)Q 5….
(क) थल समीर के बहने का समय | (iv) रात |
(ख) समुद्र समीर के बहने का समय | (iii) दिन |
(ग) गहरे रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (ii) सर्दियाँ |
जलीय समीर कब चलती है?
इसे सुनेंरोकेंसागरीय समीर ग्रीष्म ऋतु में दिन के समय जब समुद्र तथा उससे संलग्न तटवर्ती क्षेत्रों पर सूर्य चमकता है, तब धरातल जल की अपेक्षा शीघ्र और अधिक गर्म हो जाता है। धरातल के गर्म हो जाने के फलस्वरूप उसके ऊपर की वायु गर्म होकर फैल जाती है तथा हल्की होकर ऊपर उठने लगती है।
समुद्री समीर और स्थलीय समीर में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंसागरीय तथा स्थलीय समीर अन्तर स्थल की वायु गर्म होकर ऊपर उठ जाती है इसलिए स्थल पर वायुदाब कम और सागर स्थल पर वायुदाब अधिक होता है। परिणाम यह होता है कि सागर से पवनें स्थल की ओर चलने लगती हैं। इन पवनों को जल समीर या सागर समीर कहते हैं। स्थलीय समीर – ये रात के समय धरती से समुद्र की ओर चलती हैं।
समुद्री समीर बहने का समय कौन सा होता है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: (ब) शीत ऋतु समुद्र समीर बहने का समय।
तटीय क्षेत्रों में रात्रि के समय थल समीर चलती है ऐसा क्यों होता है?
इसे सुनेंरोकें➲ थल समीर से तात्पर्य रात के समय थल यानि भूमि से जल (समुद्र) की ओर बहने वाली स्थानीय हवाओं से है, जो रात के समय थल से जल की ओर चलती हैं। रात के समय थलीय भाग का दबाब कम हो जाता है, और समुद्र में न्यूनदाब होने के कारण ये हवायें थलीय भाग से समुद्र की ओर बह चलती है।
समुद्री समीर बहने का समय क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: (ब) शीत ऋतु समुद्र समीर बहने का समय। ( द) स्वेटर रात रेशम की फाइबर बनता।
भूगोल
Que : 18. जल एवं थल समीर में कोई तीन अंतर लिखिए।
Answer:
जल समीर | थल समीर | |
1 | समुद्रतटीय क्षेत्रों में दिन के समय जल से थल की ओर चलने वाली स्थानीय पवनों को जल समीर कहते हैं । | समुद्र तटीय क्षेत्रों में रात्रि के समय थल से जल की ओर चलने वाली स्थानीय पवनों को थल समीर कहा जाता है । |
2 | दिन के समय जल पर अधिक व थल पर न्यून दाब स्थापित होने से ये हवाएं केवल दिन में चलती हैं। | रात्रि के समय थलीय भाग पर अधिक व समुद्री जल पर न्यून दाब स्थापित होने से ये हवाएं थल से जलीय भाग की ओर चलती हैं |
3 | इन हवाओं से थल भाग का तापमान गिरकर कुछ वर्षा भी हो जाती है । | इन हवाओं से ऐसा नहीं होता है । |
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