समष्टि अर्थशास्त्र व्यष्टि अर्थशास्त्र से कैसे भिन्न है समझाइए उत्तर? - samashti arthashaastr vyashti arthashaastr se kaise bhinn hai samajhaie uttar?

Wednesday, 8 September 2021

सवाल: समष्टि अर्थशास्त्र व्यष्टि अर्थशास्त्र से कैसे भिन्न है समझाइए?

व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र दोनों समान तत्वों का पता लगाते हैं, लेकिन विभिन्न दृष्टिकोणों से। उनके बीच मुख्य अंतर हैं। जैसे की समष्टि अर्थशास्त्र राष्ट्रीय स्तर पर एक सामान्य परिप्रेक्ष्य खोजने का प्रयास करता है , जबकि व्यष्टि अर्थशास्त्र उपभोक्ता स्तर पर व्यक्ति के परिप्रेक्ष्य पर केंद्रित है।

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समस्त अर्थशास्त्र व्यष्टि अर्थशास्त्र से कैसे भिन्न है समझाइए?

व्यष्टि अर्थशास्त्र का आधार कीमत तंत्र है जो मांग और पूर्ति की शक्तियों की सहायता से कार्य करता है। ये शक्तियां मार्किट में संतुलन कीमत निर्धारक करने में सहायक होती हैं। दूसरी ओर, समष्टि अर्थशास्त्र के आधार राष्टींय आय, उत्पादन रोजगार और सामान्य कीमत स्तर हैं जो कुल मांग और कुल पूर्ति द्वारा निर्धारित होते हैं।

समष्टि एवं व्यष्टि अर्थशास्त्र में क्या अंतर है?

समष्टि अर्थशास्त्र मे कुल आय, कुल रोजगार, कुल विनियोग, कुल उपभोग, कीमत स्तर, नियोजन आदि का अध्ययन किया जाता है। 1. व्यष्टि अर्थशास्त्र मे वैयक्तिक इकाइयों, जैसे, वैयक्तिक परिवार, फर्म, उद्योग आदि का अध्ययन किया जाता है। जबकि समष्टि अर्थशास्त्र मे संपूर्ण अर्थव्यवस्था का अध्ययन किया जाता है।

समष्टि अर्थशास्त्र से आप क्या समझते हैं इसके क्षेत्र की विवेचना कीजिए?

समष्टि अर्थशास्त्र में समस्त आर्थिक क्रियाओं का संपूर्ण रूप से अध्ययन किया जाता है। राष्ट्रीय आय, उत्पादन, रोजगार/बेरोजगारी , व्यापार चक्र, सामान्य कीमत स्तर, मुद्रा संकुचन, आर्थिक विकास, अंतरराष्ट्रीय व्यापार, आदि इसकी आर्थिक क्रियाएँ हैं जिनका विश्लेषण इसके अंतर्गत किया जाता है।

व्यष्टि अर्थशास्त्र से क्या तात्पर्य है?

सूक्ष्मअर्थशास्त्र (ग्रीक उपसर्ग माइक्रो - अर्थ "छोटा" + "अर्थशास्त्र") अर्थशास्त्र की एक शाखा है जो यह अध्ययन करता है कि किस प्रकार अर्थव्यवस्था के व्यक्तिगत अवयव, परिवार एवं फर्म, विशिष्ट रूप से उन बाजारों में सीमित संसाधनों के आवंटन का निर्णय करते हैं, जहां वस्तुएं एवं सेवाएं खरीदी एवं बेचीं जाती हैं।

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