राय लोक नृत्य किस राज्य का है - raay lok nrty kis raajy ka hai

Free

15 Questions 15 Marks 15 Mins

Latest UP Lekhpal Updates

Last updated on Sep 22, 2022

The Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission, on 7th September 2022 had released the final answer key of the UP Lekhpal mains exam for advt no 01/2022. The UP Lekhpal Exam was conducted on 31st July 2022. The candidates can calculate their scores using the final answer key and the marking scheme of the exam. It is expected that the board will soon release the merit list. This cycle is ongoing for 8085 vacancies where candidates between the age of 21 to 40 years were eligible to apply. Know the UP Lekhpal Answer key details here.

राई मुख्य रूप से निम्नलिखित में से किस राज्य का लोक नृत्य है?

This question was previously asked in

RRB NTPC CBT 2 (Level-2) Official Paper (Held On: 13 June 2022 Shift 1)

View all RRB NTPC Papers >

  1. मणिपुर
  2. मध्य प्रदेश
  3. कर्नाटक
  4. आंध्र प्रदेश

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मध्य प्रदेश

Free

10 Questions 10 Marks 7 Mins

सही उत्तर मध्य प्रदेश है।

Key Points

  • बुंदेलखंड का एक प्रसिद्ध पारंपरिक नृत्य, राय नृत्य, पुरुषों द्वारा महिला भेष में ढोलक और नगाड़ों के साथ किया जाता है।
  • मध्य प्रदेश में बेदिया जनजाति इस लोक नृत्य को करती है।
  • वैश्य समुदाय में बच्चे के जन्म के अवसर पर यह अहीर जनजाति की महिलाओं द्वारा भी किया जाता है।

Additional Information

  • मध्य प्रदेश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण लोक नृत्य हैं:
  • कर्म:
    • यह स्वदेशी लोक नृत्य मध्य प्रदेश के गोंड और उरांव जनजाति का है।
    • इसे राज्य के सभी आदिवासी नृत्यों में सबसे पुराना माना जाता है।
    • यह वसंत के मौसम की शुरुआत पर किया जाता है।
  • जवारा:
    • बुंदेलखंड क्षेत्र के लोग समृद्धि का जश्न मनाने के लिए इस नृत्य को करते हैं।
    • जवारा अच्छी फसल काटने के बाद किया जाता है।
  • लेहंगी:
    • लहंगी मध्य प्रदेश के भोपाल कमिश्नरी के बंजारा और कंजर जनजाति का एक लोकप्रिय लोक नृत्य है और यह खिलते मानसून की अवधि के दौरान किया जाता है।
  • अहिरी नृत्य:
    • अहिरी नृत्य ग्वालियर के पशुपालकों का एक ट्रेडमार्क है।
    • इस नृत्य को करने वाले ग्वालियर के समुदाय भगवान कृष्ण के वंशज माने जाते हैं।
  • बरेदी:
    • बरेदी ग्वालियर जिले का एक महत्वपूर्ण लोक नृत्य है।
    • दिवाली से शुरू होकर 'कार्तिक पूर्णिमा' के दिन तक यह नृत्य किया जाता है।
  •  कुछ राज्यों के महत्वपूर्ण लोक नृत्य:
     
राज्य लोक नृत्य
मणिपुर डोल चोलम, थांग ता, लाई हराओबा, पुंग चोलोम, खंबा थाईबी, नुपा नृत्य, रासलीला, खुबक इशी, ल्हो शा।
कर्नाटक यक्षगान, हुत्तरी, सुग्गी, कुनिथा, कारगा, लंबी।

आंध्र प्रदेश

कुफीपुडी, विलासिनी नाट्यम, आंध्र नाट्यम, भामाकल्पम, वीरनाट्यम, दप्पू, टप्पेता गुल्लू, लम्बाडी, धीम्सा, कोलट्टम। 

Last updated on Sep 21, 2022

RRB NTPC Result, Cut Off for Pay Level 5 declared for RRB Chandigarh. For other RRBs, the results will be released soon.  Earlier, the RRB had  released the tentative schedule for the upcoming DV &Medical Examination for various posts..  The RRB NTPC exam is conducted to fill up a total number of 35281 vacant posts. Candidates who are qualified for the Computer Based Aptitude Test will be eligible for the next round, which will be Document Verification & Medical Exam. The candidates with successful selection under RRB NTPC will get a salary range between Rs. 19,900 to Rs. 35,400. here.

राई नृत्य बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है। यह नृत्य गुजरात के प्रसिद्ध गरबा नृत्य के समान ही प्रसिद्ध है। राई नृत्य बारहों महीने नाचा जाता है। बुंदेलखंडी जनमानस का हर्ष और उल्लास इस लोक नृत्य में अभिव्यक्त होता है।

  • राई नृत्य में बेड़नियाँ नाचती हैं और बेड़नी के अभाव में स्त्री-वेशधारी पुरुष नाचते हैं।
  • इस नृत्य के साथ फागें गाई जाती हैं। राई के गीत ख्याल, स्वाँग आदि और भी कई प्रकार के होते हैं।
  • मृदंग की थाप पर घुंघरुओं की झंकारती राई और उसके साथ नृत्यरत स्वांग न केवल अपढ़ और ग्रामीणों का मनोरंजन करते हैं, बल्कि शिक्षित और सवर्ण भी इसे देखकर आह्लादित हो जाते हैं।
  • नाचने वाली बेड़नी के साथ मृदंग बजाने वाला नाचता है और नाचते हुये बेड़नी के समीप जाकर नृत्य करता है।
  • राई नृत्य में राई जलती हुई मशाल को लेकर बेड़नी के मुख के पास किये रहता है, जिससे दर्शकों को उसका चेहरा, स्पष्ट भावभंगिमाओं के साथ दिखाई देता है।
  • इस कला के पुजारी बुंदेलखंड में बहुत हैं।[1]
  • राई नृत्य के साथ यहाँ विशेषतः सुप्रसिद्ध लोक कवि ईसुरी की फागें गाई जाती हैं। ईसुरी की फागों को प्रसिद्धि रंगरेजन नर्तकी और गायक धीरे पण्डा ने दिलाई थी। यहाँ के एक फाग का उदाहरण इस प्रकार है-

'बजरई आधी रात बैरन मुरलिया जा सौत भई।
बन से तू काटी गई, छेदी तोय लुहार।
हरे बांस की बांसुरी मनो निकारो ने सार।
बैरन मुरलिया जा सौतन भई।
पोर-पोर सब तन कटे, हटे न औगुन तौर।
हरे बांस की बांसुरी ले गई चित्त बटौर।
बैरन मुरलिया तू सौत भई।'

  • ईसुरी की फागों में न केवल श्रृंगार रस का प्राचुर्य है, अपितु लोकमंगल की भावना के अभिव्यंजक विविध रसों का भी समावेश है[1], जैसे शांत रस-

'बखरी रइयत है भारे की, दई पिया प्यारे की।
कच्ची भींत उठी माटी की, छाई पूस-चारे की।
बेबन्देज, बड़ी बेबाड़ा, जौ में दस द्वारे की।
एकउ नई किवार-किबरियाँ, बिना कुची तारे की।
’ईसुर’ चाये निकारो, जिदनाँ हमें कौन वारे की।'

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ↑ 1.0 1.1 आदिवासियों के लोक नृत्य (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 02 मई, 2014।

संबंधित लेख

देखें  वार्ता  बदलें

नृत्य कला
लोक नृत्य

कुम्मी नृत्य गरबा नृत्य चरकुला नृत्य चेरा नृत्य छाऊ नृत्य जात्रा नृत्य थबल छोंगबा नृत्य देवरत्तनम नृत्य पंथी नृत्य पोइक्‍कल कुदीराई अट्टम नृत्य वीरनाट्यम पावरा नृत्य लावणी लूर नृत्य बिहू नृत्य बमरसिया नृत्य कच्छी घोड़ी नृत्य भांगड़ा नृत्य डप्पू नृत्य भोरताल नृत्य गीदड़ नृत्य अग्नि नृत्य भगोरिया नृत्य मटकी नृत्य नवरता नृत्य गणगौर नृत्य तरफा नृत्य ककसार नृत्य दिंडी नृत्य झिझिया नृत्य लौंडा नृत्य गुस्साड़ी नृत्य कोली नृत्य खोडलिन नृत्य गंढार नृत्य ढिम्सा नृत्य गोरवारा कुनिथा नृत्य लांगुरिया नृत्य करिया झूमर नृत्य घुड़ला नृत्य गैर नृत्य करगा नृत्य धेबिया नृत्य ढोलु कुनिथा नृत्य कोरकू थापटी नृत्य थाली नृत्य छौलिया झरनी नृत्य नेजा नृत्य मौनिया नृत्य कोलिहा नृत्य शैताम नृत्य मांदल नृत्य जोगीड़ा नृत्य चंग नृत्य काठी नृत्य कालबेलिया नृत्य कठघोड़वा नृत्य धनगरी गजा नृत्य राई नृत्य पंवड़िया नृत्य बधाई नृत्य बागड़िया नृत्य गौरी नृत्य डांग नृत्य रावत नृत्य विदापत नृत्य भंवाई नृत्य तेरहताली नृत्य ढिमरया नृत्य ढोल नृत्य दिवारी नृत्य सैला कर्मा नृत्य सोंगी मुखौटा नृत्य सुआ नृत्य चरी नृत्य शंकरिया नृत्य डंडा नृत्य छपेली कांडरा नृत्य रावला नृत्य डोमकच नृत्य इण्डोणी नृत्य पनिहारी नृत्य सैरा नृत्य मुरिया नृत्य बालर नृत्य युद्ध नृत्य चक्री गौरी नृत्य यक्षगान नृत्य लेजिम नृत्य कर्मा नृत्य गैड़ी नृत्य लुड्डी नृत्य नाटी नृत्य घुरई नृत्य चकरी नृत्य हाथीमना नृत्य गौर माड़िया नृत्य झमाकड़ा नृत्य सिंघी छम नृत्य गडबा नृत्य रउफ नृत्य सरहुल नृत्य घूमर नृत्य पण्डवानी नृत्य विदेशिया नृत्य गिद्दा ख़्याल नृत्य हल्लीशक संघा कली कैकोट्टी कली मुदियाट्टू दप्पू कली कोलकल्ली पोकुलाउकली कोठामूरी पूराकल्ली पन्ना नृत्य सर्पम थुलाल अयूप्पम विलाकु परिचमुतु कली कावादियट्टम भद्रकाली थुलाई वेला काली पुराट्टु कामपाडवु काली अमनाट्टम थुक्कम अय्यर कली पडायानी थिवाटु भूतम थुलाई कोल्लम थुलाई थियम कुराथियट्टम थुम्पी थुलाई कुम्मी कदुवा कली कनियार कली पक्कनर अट्टम कुथियोट्टम थिरयाट्टम ओप्पना मरगम कली आदि वेदन अर्जुन नृथम कुमाट्टी कोथामूरियट्टम गरुड़नथूकम चूज्हीक्कली थालमकली थिदमबूनृथम थेय्यन्नम थेक्कनम थेक्कथियम · होलो नृत्य · मावलिया नृत्य · मोरिया नृत्य · वालर नृत्य · कूद नृत्य · गौर नृत्य · जवारा नृत्य · रायण नृत्य · गर्वा नृत्य · बेरीहाल नृत्य · द्विचक्की नृत्य · घूमरा नृत्य · सुकर का मुखौटा नृत्य · रमणी नृत्य · पालीनोच नृत्य साद नृत्य लाठी नृत्य गोसाईं नृत्य बरेदी नृत्य राउत नाचा गेड़ी नृत्य हिचकी नृत्य · रतबई नृत्य · रणबाजा नृत्य लूम्बर नृत्य धाकड़ नृत्य नट नृत्य · घूड़ला नृत्य · ढफ नृत्य · बिंदोरी नृत्य · मोहिनी नृत्य · हरणों नृत्य · डाँग नृत्य · चोगोला नृत्य · पेजण नृत्य · डाड़िया नृत्य · कीलियो-बारीयो नृत्य · लांगुरियां नृत्य · घूमर-गैर नृत्य · झांझी नृत्य · कानुड़ा नृत्य · खारी नृत्य · सूकर नृत्य · लहँगी नृत्य · शिकारी नृत्य ज्वालामुखी अगरही देवी नृत्य अहीरों का नाच शौरा नृत्य पासी नृत्य · घोड़ा नृत्य · धुरिया नृत्य · छोलिया नृत्य · छोलिया नृत्य, उत्तराखंड · कार्तिक नृत्य · कलाबाज नृत्य · मोरपंख व दीवारी नृत्य · ठडिया नृत्य · चौलर नृत्य · ढेढ़िया नृत्य · ढरकहरी नृत्य · कहरुआ नृत्य · कोलदहकी नृत्य · खटिकही नाच · गोड़उ नाच · जनजातीय इन्द्रवासी नृत्य · ब्रिता नृत्य · गंभिरा नृत्य · टुसू नृत्य · संथाल नृत्य · लाठी नृत्य, पश्चिम बंगाल · रवा नृत्य · खंबा थोईबी नृत्य · पुंग चोलोम नृत्य · माई नृत्य · नूपा नृत्य · सत्तरिया नृत्य · मणिपुरी रासलीला · वसंत रास · कुंजा रास · महारास · नित्य रास · दिबा रास · थड़िया · तांदी नृत्य · झुमैलो · सरौं नृत्य · पौंणा नृत्य · झोड़ा नृत्य · चांचरी नृत्य · हुड़का नृत्य · जागर नृत्य · पंडावर्त · मंडाण नृत्य · रणभूत नृत्य · भागनौली नृत्य

शास्त्रीय नृत्य

भरतनाट्यम नृत्य कथकली नृत्य पटाकोम नृत्य अष्टापडी अट्टम कथक नृत्य कोथू नृत्य ओडिसी नृत्य मणिपुरी नृत्य मोहिनीअट्टम कुची पुडी नृत्य कुट्टीअट्टम चाक्यारकूंतु नृत्य रामाअट्टम नृत्य थुलाल नृत्य ओट्टनतुल्ललू नृत्य कृष्णाट्टम नृत्य कूडियाट्टम नृत्य

लोक नाट्य

रासलीला महारास नौटंकी पाबूजी की फड़ भंडैती रहस स्वांग नरसिंह नृत्य गवरी रास नृत्य रामलीला तमाशा बहरूपिया कला

देखें  वार्ता  बदलें

आदिवासी संस्कृति
भील

टापरा · ढालिया · पाल · अटक · कू · झूमटी · दाजिया · चिमाता · फाइरे-फाइरे · हाथी मना · गमेती · ठेपाड़ा · पोत्या · पिरिया · भराड़ी · गैर नृत्य · राई नृत्य · द्विचक्की नृत्य · घूमरा नृत्य · नेजा नृत्य · सुकर का मुखौटा नृत्य · रमणी नृत्य · पालीनोच नृत्य साद नृत्य लाठी नृत्य गोसाईं नृत्य हिचकी नृत्य

गरासिया

फालिया · सोहरी · सेवा विवाह · खेवणा विवाह · मेलबो विवाह · आटा-साटा विवाह · आपणा करना · भील गरासिया · गमेती गरासिया · मोटी नियात · नेनकी नियात · निचली नियात · कोटेश्वर मेला · हुर्रे · घेर · सहलोत · चेतर विचितर मेला · मनखां रो मेला · गौर का मेला · मोरिया नृत्य · मांदल नृत्य · वालर नृत्य · लूर नृत्य · कूद नृत्य · गौर नृत्य · जवारा नृत्य · रायण नृत्य · गर्वा नृत्य · बेरीहाल नृत्य

सहरिया

गोपना · सहराना · सहरोल · इंद्रपरी नृत्य · कोडिया · लहँगी नृत्य · शिकारी नृत्य

कथौड़ी

खोलरा · होलो नृत्य · मावलिया नृत्य

कालबेलिया

पनिहारी नृत्य · शंकरिया नृत्य · बागड़िया नृत्य · इण्डोणी नृत्य

टोटम प्रथा

टोटम · गोत्र टोटम · पितृवंशीय टोटम · मातृवंशीय टोटम · व्यक्तिगत टोटम · लिंग टोटम · विभक्त टोटम · बहुसंख्यक टोटम · गर्भधारण टोटम

अन्य

धराड़ी प्रथा राउत नाचा गेड़ी नृत्य धाकड़ नृत्य नट नृत्य · सूकर नृत्य · ज्वालामुखी अगरही देवी नृत्य · गोड़उ नाच · जनजातीय इन्द्रवासी नृत्य

नागालैंड का नृत्य क्या है?

उदाहरण के लिए, नागालैंड के प्रमुख लोक नृत्यों में मोदसे, अग्रशिकुकुला, तितली नृत्य, आलुयाट्टू, सदल केकई, चंगाई नृत्य, कुकी नृत्य, लेशालापतु, खंबा लिम, मयूर नृत्य, मोन्योआशो, रेंगमा, सीचा और कुकुई कुचो, शंकई और मोयाशाई आदि शामिल हैं। हालाँकि, प्रमुख युद्ध नृत्य और जेलियांग नृत्य हैं।

बिहार का प्रसिद्ध नृत्य कौन सा है?

झिझिया बिहार का एक प्रसिद्ध लोक नृत्य है और पौराणिक शहर मिथिला में किया जाता है। यह नृत्य महिलाओं द्वारा ही किया जाता है।

तमिलनाडु का लोक नृत्य कौन सा है?

कुम्मी भारत में तमिलनाडु में लोकप्रिय एक लोक नृत्य है, जो ज्यादातर तमिल महिलाओं द्वारा एक मंडली में नृत्य किया जाता है। यह रंगीन साड़ियों, लयबद्ध ताली या ढोल की थाप सहित नृत्य का एक सरल रूप है।

उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध नृत्य कौन सा है?

कथक नृत्य - लयबद्ध बीट्स के साथ लयबद्ध कदम उत्तरी भारत का गौरव - कत्थक की उत्पत्ति उत्तर प्रदेश में हुई है और इसे शास्त्रीय नृत्य के 8वें रूप में महत्वपूर्ण नृत्यों में से एक माना जाता है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग