Show नाम व नामकरण की परिभाषाः-
कर्नल जेम्स टाॅड की पुस्तक तीन संस्करणो में प्रकाशित हुई- 1. ‘द एनाल्स एण्ड एन्टीक्विटीज आॅफ इण्डिया’ 1829 ई.। 2. ‘द सेन्ट्रल एण्ड वेस्टर्न राजपूत स्टेट आॅफ इण्डिया’ 1832 ई.। कर्नल जेम्स टाॅड की मृत्यु सन् 1835 में हुई थी। मत्यु के बाद प्रकाशित तीसरा संस्करण जारी हुआ था- 3. ‘द वेस्टर्न टेवल्र्स आॅफ इण्डिया’ 1839 ई.। नोट:- कर्नल टाॅड ने राजस्थान इतिहास के बारे में एवं राजस्थान में प्रचलित सामंतवादी प्रथा/जागीरदारी प्रथा के बारे में सर्वाधिक लेख लिखे। इस कारण
आकार व आकृति
राजस्थान का विस्तार
राजपूताना शब्द का प्रथम प्रयोग करता कौन है?मुख्य रूप से राजस्थान के क्षेत्र को राजपूताना कहा जाता था। 1797 में जियोग थॉमस हांसी के राजा थे। जॉर्ज थॉमस 1800 में पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पहली बार राजपुताना शब्द का इस्तेमाल किया था।
राजस्थान शब्द का प्रयोग कब हुआ?उन्होंने 1829 ई. में लिखित अपनी प्रसिद्ध ऐतिहासिक पुस्तक 'Annals & Antiquities of Rajas'than' (or Central and Western Rajpoot States of India) में सर्वप्रथम इस भौगोलिक प्रदेश के लिए राजस्थान शब्द का प्रयोग किया। 30 मार्च,1949 से हर वर्ष 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है।
राजपूताना शब्द का अर्थ क्या है?राजपूताना संज्ञा पुं॰ [हिं॰ राजपूत] राजस्थान नामक प्रदेश जो भारत के पश्चिम में और पंजाब के दक्षिणी भाग में है । जयपुर, जोधपुर, बीकानेर आदि राज्य इसी के अंतर्गत हैं ।
राजपूताना से पहले राजस्थान का क्या नाम था?राजस्थान का पुराना नाम राजपूताना था.
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