पृथ्वी गोल है तो पानी नीचे क्यों नहीं गिरता? - prthvee gol hai to paanee neeche kyon nahin girata?

इसे सुनेंरोकेंअंतरिक्ष में जब पृथ्वी घूमती है तो पृथ्वी का पानी अंतरिक्ष में क्यों नहीं गिरता है? प्रत्येक आकाशीय पिंड अपने गुरूत्वाकर्षण बल से खुद को बांधकर रखता है। पृथ्वी का गुरूत्वाकर्षण बल उसके घूर्णन से उत्पन्न होने वाले अपकेंद्री बल से अधिक है।

बोरवेल में पानी कैसे देखते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजमीन के अंदर पानी का पता प्रो गुप्ता बताते हैं कि भू-गर्भीय जल का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक तरीका ‘मूर और बेली’ का भी है. इसमें वैज्ञानिकों ने मानक ग्राफ बनाए थे. इस प्रक्रिया में जमीन में एक केंद्र के समान दूरियों पर इलेक्ट्रॉड्स गाड़कर करंट छोड़ा जाता है, जिसमें पानी का बहाव देखा जाता है.

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कौन सा महाद्वीप सबसे ज्यादा जनसंख्या के कारण पानी की कमी से प्रभावित है *?

इसे सुनेंरोकेंदक्षिण अफ़्रीका का केपटाउन शहर जल्द ही आधुनिक दुनिया का पहला ऐसा बड़ा शहर बनने जा रहा है जहां पीने के पानी की भारी कमी होने वाली है.

पृथ्वी गोल क्यों नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंअब बात आती है कि पृथ्वी तो पूरी गोल ही नही है और दोनों ध्रूवों पर चपटी है, ऐसा क्यों। इसका कारण है Centrifugal Force जो पृथ्वी के अपनी अक्ष पर घूमने के कारण होता है। यह Force धरती को अपने अक्ष से दूर धकेलता है जिसके कारण पृथ्वी अपने दोनों ध्रुवो पर शेप में नही है और अंडाकार है।

जमीन में नारियल से पानी कैसे देखा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंजिस जगह पर ये नारियल अपने आप सीधा हो जाए, मतलब ज़मीन के उस हिस्से में पानी का स्रोत छिपा है. L के आकार वाली तांबे की दो छड़ें लेकर खेतों में घूमा जाता है. ज़मीन के जिस हिस्से में ये छड़ियां एक दूसरे को क्रास कर दें, वहां पानी मिलने की गारंटी मानी जाती है. खैर डाउज़िंग की इस तकनीक को बाद में समझेंगे.

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वाटर लेवल कितना है?

इसे सुनेंरोकेंभूगर्भ जल के इंजीनियर पीआर चौरसिया ने चिंता ज़ाहिर करते हुए बताया कि लगभग हर साल लखनऊ में 0 . 70 मीटर, कानपुर में 0.65 मीटर, वाराणसी में 0.68 मीटर, इलाहाबाद में 0.62 मीटर, मेरठ में 0.91 मीटर और गाज़ियाबाद में 0.79 मीटर का जल स्तर गिराव हो रहा है।

जल का बहुत बड़ा भाग क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंतरल सतह ताजा पानी में, 87% झीलों में निहित है, दलदल में 11%, और नदियों में केवल 2% है। यद्यपि भूजल की कुल मात्रा नदी के प्रवाह की तुलना में काफी अधिक है, इस भूजल का एक बड़ा हिस्सा नमकीन है और इसलिए उपरोक्त नमकीन पानी के साथ वर्गीकृत किया जाना चाहिए।

क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंएशिया एरियाऔर जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। पृथ्वी पर सबसे छोटा महाद्वीप कौन सा है? क्षेत्रफल के आधार पर –आस्ट्रेलिया महाद्वीप – 77 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ सबसे छोटा महाद्वीप हैं।

जब भी आपने पृथ्वी का मॉडल देखा होगा, तो आपने देखा होगा कि पृथ्वी पर अलग अलग देश दिखाई देते हैं. इन देशों के नक्शे के अलावा हर तरफ पानी पानी ही दिखाई देता है. इसके अलावा आप ये भी जानते हैं कि पृथ्वी अंतरिक्ष में है और सूर्य के चक्कर लगाने के साथ ही अपने अक्ष पर भी घूम रही है. ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल है कि जब पृथ्वी गोल होती है और अंतरिक्ष में घूमती रहती है तो पृथ्वी की सतह पर ये पानी कैसे टिका रहता है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर ये पानी स्पेस में गिरता क्यों नहीं है.

पृथ्वी पर मौजूद पानी के नीचे ना गिरने का कारण है गुरुत्वाकर्षण बल. दरअसल, गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से पृथ्वी हर चीज को अपनी ओर आकर्षित करता है.

ऐसे में होता है क्या है कि पृथ्वी का सेंटर पॉइंट हर सामान को अपने से चिपका कर रखता है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ गुरुत्वाकर्षण नीचे की तरफ काम करता है, बल्कि हर सिरे से पृथ्वी की ओर से सामान को आकर्षित करता है.

ये ही कारण है कि पृथ्वी के हर हिस्से में गुरुत्वाकर्षण काम करता है और हर चीज जमीन से टिकी रहती है. इस वजह से पानी भी जमीन से चिपका रहता है.

जमीन के अंदर आखिर कितना पानी है?- आपने ऊपर पढ़ा कि पानी का 97 फीसदी समंदर में है. प्रो गुप्ता ने आगे बताया कि 1.6 फीसदी पानी जमीन के नीचे है, जबकि 0.001 फीसदी हिस्सा वाष्प और बादलों के रूप में है. केवल तीन प्रतिशत पानी पीने योग्य है जिसमें से 2.4 फीसदी ग्‍लेशियरों और उत्तरी-दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है. उन्होंने बताया कि केवल 0.6 फीसदी पानी नदियों, झीलों और तालाबों में है, जिन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है.

 जय हिंद दोस्तों कैसे हैं आप लोग Hindimetalk.com पर आपका स्वागत है आज के इस लेख में हम जानेंगे कि पृथ्वी गोल है तो हम गिरते क्यों नहीं हैं या फिर लोग ऐसा सोचते हैं कि यदि पृथ्वी गोल है तो पृथ्वी के नीचे वाले हिस्से में रहने वाले लोग क्यों नहीं गिरते हैं आपके भी मन में यह सवाल जरूर आया होगा। 

लेकिन हमें आज तक इसका सही जवाब नहीं मिल पाया है या फिर यूं कहें कि लोग या फिर किताबें हमें समझा नहीं पाती हैं कि ऐसा कैसे होता है और क्यों होता है लेकिन हम आपको बता दें कि आज आप इस टॉपिक को इतनी अच्छी तरीके से समझ जाएंगे कि आप दूसरों को भी बहुत ही आसानी से समझा सकते हैं।

तो आइए जानते हैं कि पृथ्वी गोल है तो हम गिरते क्यों नहीं है।


पृथ्वी गोल है तो हम गिरते क्यों नहीं हैं।

पृथ्वी गोल है फिर भी हम लोग इसलिए नहीं गिरते हैं क्योंकि हमारे ऊपर गुरुत्वाकर्षण बल लगता है गुरुत्वाकर्षण बल एक ऐसा बल है जो पृथ्वी के केंद्र यानी कि ध्रुव से पृथ्वी के चारों ओर एक समान रूप से हर वस्तु पदार्थ पर लगता है। 

इसीलिए पृथ्वी पर उपस्थित पानी, पेड़ ,पौधे, कंकड़ ,पत्थर आदि चीजें भी नहीं गिरती हैं अपनी जगह पर बनी रहती हैं।

चुकी पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी के केंद्र से चारों ओर सभी वस्तुओं पदार्थों पर एक समान रूप से लागू होता है इसलिए आप पृथ्वी के ऊपरी हिस्से में हो या निचले हिस्से में हो या मध्य के हिस्से में हो कभी नहीं गिरेंगे।

पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ही हम लोगों को कभी यह एहसास नहीं होता है कि हम नीचे वाले हिस्से में हैं तो हमारा सर नीचे होगा यानी कि हमें उल्टा लटकने जैसा महसूस नहीं होता है।

पृथ्वी गोल है या नहीं। पृथ्वी कैसी है।

ऐसा कहा जाता है कि पृथ्वी एकदम गोल नहीं है यह अंडे के आकार का या आलू के आकार की है, आज भी दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो पृथ्वी को समतल मानते हैं नहीं की उनका ऐसा मानना है कि पृथ्वी चपटी है लेकिन उनका यह मानना बिल्कुल गलत है यह तो आपको भी पता होगा।

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पृथ्वी घूम रही है तो हम लोग क्यों नहीं घूम रहे हैं।

हर किसी के मन में यह सवाल जरूर आता है कि यदि पृथ्वी घूम रही है तो हम लोग क्यों नहीं घूमते हैं यह बहुत आसान बात है लेकिन समझाने वाले लोग सही से नहीं समझा नहीं पाता है लेकिन हमने बहुत ही आसान शब्दों में समझाया है।

यदि आपने ट्रेन में सफर किया है तो आपने देखा होगा कि जब ट्रेन एक समान चाल से चलती है तो उस समय आप बहुत ही आसानी से ट्रेन में खड़े हो सकते हैं और चल भी सकते हैं जब हम ट्रेन में होते हैं तो ट्रेन की खिड़कियों और दरवाजों से बाहर देख पाते हैं और ट्रेन के वाइब्रेशन से हमें पता चलता है कि ट्रेन चल रही है। यदि यह ट्रेन साउंड प्रूफ हो और साइज में बहुत बड़ी हो और इसमें किसी तरह का वाइब्रेशन ना हो तो आप नहीं बता पाएंगे कि ट्रेन चल रही है या नहीं।

 ठीक इसी तरह पृथ्वी भी है, पृथ्वी एक समान चाल से चल रही है और हम भी उसी के साथ उसी रफ्तार से घूम रहे हैं लेकिन पृथ्वी का आकार कितना बड़ा है कि हमें ठीक से पूरी पृथ्वी ही नहीं दिखाई देती है और साथ ही पृथ्वी में किसी प्रकार का वाइब्रेशन नहीं है इसलिए हमें पृथ्वी के घूमने का एहसास नहीं होता है।

और पृथ्वी का जो वायुमंडल है वह भी पृथ्वी के साथ उसी स्पीड से घूम रहा है जिस गति से पृथ्वी घूम रही है इसलिए हमें ऐसा महसूस ही नहीं होता है कि पृथ्वी घूम रही है। यही कारण है कि हमें पृथ्वी पर घूमने के लिए बाइक साइकिल ट्रेन का इस्तेमाल करना पड़ता है। 😇

हम पृथ्वी के अंदर या बाहर।

इसका एकदम सीधा साधा जवाब है कि हम लोग पृथ्वी के बाहरी हिस्से में हैं। या फिर हम लोग यूं कहे कि पृथ्वी के ऊपरी हिस्से पर है यहां ऊपरी हिस्सा पृथ्वी के चारों ओर के सरफेस को कहा गया है।


पृथ्वी कितनी बड़ी है। पृथ्वी की त्रिज्या।

पृथ्वी कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पृथ्वी की त्रिज्या 6371 km किलोमीटर है यानी कि इसका पूरा व्यास 12742 km किलोमीटर है।

इसका यह अर्थ है कि यदि पृथ्वी में आर पार एक छेद किया जाए तो इस छेद से एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जाने के लिए 12742 किलोमीटर की दूरी को तय करना होगा।

अगर आप इसे और भी अच्छे से समझना चाहते है तो आप खान सर का यह वीडियो देख लीजिए



निष्कर्ष!

आज के इस लेख में हमने जाना कि पृथ्वी गोल है तो हम गिरते क्यों नहीं या फिर यूं कहें कि पृथ्वी के नीचे वाले हिस्से में रहने वाले लोग क्यों नहीं मिलते हैं, हमने आज ही अभी जाना की पृथ्वी घूम रही है तो हम लोग क्यों नहीं घूमते हैं और पृथ्वी की त्रिज्या कितनी है पृथ्वी गोल है सपाट है यानी चिपटी हैं।


इन सभी सवालों का जवाब बहुत ही आसान शब्दों में हमने ऊपर जान लिया है यदि इसके अलावा भी आपके मन में कोई सवाल है या फिर इनमें से किसी सवाल का जवाब आपको समझ नहीं आया है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।


यदि आप इसी तरह का लेख किसी और टॉपिक पर पढ़ना चाहते हैं तो आप हमें उस टॉपिक के बारे में कमेंट करके बताएं हम उस पर भी एक लेख प्रकाशित कर देंगे।


हमारे इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए और अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए अपने दोस्तों और सहयोगी के साथ इस लेख को साझा करने के लिए आपका हृदय की गहराइयों से बहुत-बहुत धन्यवाद!

पृथ्वी गोल है तो पृथ्वी का पानी नीचे क्यों नहीं गिरता?

पृथ्वी पर मौजूद पानी (Water) के नीचे ना गिरने का कारण है गुरुत्वाकर्षण बल। दरअसल, गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से पृथ्वी हर चीज को अपनी ओर आकर्षित करता है। पृथ्वी का सेंटर प्वाइंट (Center Point) हर सामान को अपने से चिपका कर रखता है।

पृथ्वी गोल क्यों घूम रही है?

जैसे जल का कुछ भाग हम वातावरण में गिराते हैं तो वातावरणीय दबाव के कारण जल का वह छोटा - सा भाग छोटी - छोटी बूँदो का रूप ग्रहण या धारण कर लेता है । उसी प्रकार पृथ्वी भी वातावरणीय दबाव के कारण अपना आकार गोल ( लगभग ) कर लिया।

पृथ्वी में पानी के नीचे क्या है?

ये तो आप जानते ही हैं कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है. 1.6 प्रतिशत पानी ज़मीन के नीचे है और 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है. पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो नमकीन है और पीने के काम नहीं आ सकता.

पृथ्वी पर पानी कैसे रुका है?

एक ताजा रिसर्च के मुताबिक धरती पर पानी सौरमंडल के बाहरी किनारों से एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रहों के जरिए आया था. पानी लेकर उल्कापिंड और एस्टेरॉयड्स हमारी धरती से टकराए. जिसकी वजह से हमारी धरती पर पानी टिक गया.

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