प्रश्न ३ इस कार्यक्रम में परेड की सलामी कौन लेते हैं? - prashn 3 is kaaryakram mein pared kee salaamee kaun lete hain?

गणतंत्र दिवस पर झंडा कौन फहराता है? जानिए ऐसे सवालों के जवाब

23 जनवरी 2021

अपडेटेड 25 जनवरी 2021

इमेज स्रोत, EPA

गणतंत्र दिवस क्या है और ये क्यों मनाया जाता है?

भारत 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ था और 26 जनवरी 1950 को इसके संविधान को आत्मसात किया गया, जिसके तहत भारत देश को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश घोषित किया गया. इसलिए लिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.

गणतंत्र दिवस मनाने की परंपरा किसने शुरू की थी?

देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. इसके बाद से हर साल इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है.

भारत ने अपना संविधान कब ग्रहण किया?

भारत राज्‍यों का एक संघ है. ये संसदीय प्रणाली की सरकार वाला गणराज्‍य है. ये गणराज्‍य भारत के संविधान के अनुसार शासित है जिसे संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को ग्रहण किया था और ये 26 जनवरी 1950 से प्रभाव में आया.

भारतीय संविधान में पंचवर्षीय योजना की अवधारणा किस संविधान से ली गई है?

भारतीय संविधान में पंचवर्षीय योजना की अवधारणा सोवियत संघ (यूएसएसआर) से ली गई थी.

गणतंत्र दिवस पर झंडा कौन फहराता है?

देश के प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेते हैं और राष्ट्रीय ध्वज भी वही फहराते हैं.

राज्यों की राजधानी में गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज कौन फहराता है?

संबंधित राज्यों के राज्यपाल राज्य की राजधानियों में गणतंत्र दिवस समारोह के मौक़े पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. भारत में दो राष्ट्रीय ध्वज समारोह होते हैं. एक गणतंत्र दिवस पर और एक स्वतंत्रता दिवस पर. स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौक़े पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं और राज्य की राजधानियों में मुख्यमंत्री.

वीडियो कैप्शन,

1952 के गणतंत्र दिवस की कुछ झलकियाँ

नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस की भव्य परेड की सलामी कौन लेता है?

भारत के राष्ट्रपति भव्य परेड की सलामी लेते हैं. वो भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ़ भी होते हैं. इस परेड में भारतीय सेना अपने नए लिए टैंकों, मिसाइलों, रडार आदि का प्रदर्शन भी करती है.

'बीटिंग रिट्रीट' नाम का समारोह कहां होता है?

बीटिंग रिट्रीट का आयोजन रायसीना हिल्स पर राष्ट्रपति भवन के सामने किया जाता है, जिसके चीफ़ गेस्‍ट राष्‍ट्र‍पति होते हैं. बीटिंग द रिट्रीट समारोह को गणतंत्र दिवस का समापन समारोह कहा जाता है. बीटिंग रिट्रीट का आयोजन गणतंत्र दिवस समारोह के तीसरे दिन यानी 29 जनवरी की शाम को किया जाता है. बीटिंग रिट्रीट में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन बजाते हुए मार्च करते हैं.

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज किसने डिज़ाइन किया था?

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को पिंगली वेंकैया ने डिज़ाइन किया था. पिंगली ने शुरुआत में जो झंडा डिज़ाइन किया था वो सिर्फ़ दो रंगों का था, लाल और हरा. उन्होंने ये झंडा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के बेज़वाडा अधिवेशन में गाँधी जी के समक्ष पेश किया था. बाद में गांधी जी के सुझाव पर झंड में सफ़ेद पट्टी जोड़ी गई. आगे चलकर चरखे की जगह राष्ट्रीय प्रतीक स्वरूप अशोक चक्र को जगह मिली. भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज को इसके वर्तमान स्‍वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था. भारत में "तिरंगे" का अर्थ भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज है.

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार कब दिए जाते हैं?

राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्कार भारत में हर साल 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर बहादुर बच्चों को दिए जाते हैं. इन पुरस्कारों की शुरुआत 1957 से हुई थी. पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है. सभी बच्चों को स्कूल की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है.

गणतंत्र दिवस परेड कहाँ से शुरू होती है?

गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होती है और इंडिया गेट पर ख़त्म होती है.

प्रथम गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति कौन थे?

प्रथम गणतंत्र दिवस पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के राष्ट्रपति थे. संविधान लागू होने के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने वर्तमान संसद भवन के दरबार हॉल में राष्ट्रपति की शपथ ली थी और इसके बाद पांच मील लंबे परेड समारोह के बाद इरविन स्टेडियम में उन्होंने राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराया था.

भारतीय संविधान कितने दिनों में तैयार किया गया था?

संविधान सभा ने लगभग तीन साल (2 साल, 11 महीने और 17 दिन सटीक) में भारत का संविधान तैयार किया था. इस अवधि के दौरान, 165 दिनों में 11 सत्र आयोजित किए गए थे.

A. Proficiency Level: Intermediate Mid (2X75 min.)  

B. Objectives: Students will be able to:

  • explain why and how Republic Day is celebrated
  • describe orally and in writing in a paragraph the parade of the Republic Day
  • recognize and use a few cliché phrases specific to the topic

Language:

  • use of passive in all tenses 
  • use of conjunct verbs with a noun —  X-की तैयारी करना, X-का आयोजन करना vs. X-को सम्मान देना, X-में हिस्सा लेना

C. Performance Assessment Task: Students are on an exchange program and live in Jaipur with a host family. They visit Delhi on Republic Day and go to the parade. Their host-family’s high school child has never been at the parade.

  • Heritage language students write a Facebook post on the FB page with photographs.
  • Foreign language students prepare a ppt with audiofile narrating their experience celebrating the Republic Day in Delhi. They send it to their host-family.
  • Rubrics for student work evaluation

D. Learning Scenarios (Steps 4 and 5 depend on the student level of understanding; might be used in next session):

1. In 3 pairs/groups students are given 1 paragraph (#1-3) from to:

a) scan for passive forms — they circle the passive form they find in their excerpt.

b) read it again for the gist.

#1. भारत मजबूत लोकतंत्र है। यह गर्व करने लायक उपलब्धि है। बहुत सारे विदेशी प्रेक्षकों का मानना था कि भारत एक देश के रूप में ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएगा या भाषायी समूह अपने अलग राष्ट्र की मांग करेगा और उसके टुकड़ेटुकड़े हो जाएंगे। परंतु यह सारी आशंकाएं निर्मूल साबित हुई हैं। भारत की आजादी १५ अगस्त १९४७ में हुई और इसके बाद भारतीय संविधान में कई बार संशोधन करने के पश्चात् इसको अंतिम रूप दिया गया और २६ जनवरी १९५० को भारत का नया संविधान लागू हुआ तब से भारत में २६ जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है।

#2. गणतंत्र दिवस, भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है इस दिन राजपथ, नई दिल्ली पर एक विशेष परेड का आयोजन किया जाता है, जो कि  राष्ट्रपति भवन, राजपथ से होते हुए इंडिया गेट को जाती है। सबसे पहले राष्ट्रपति झंडा लहराते है, रास्ट्रीय गान गाते है, फिर २१ तोपों की सलामी दी जाती है उसके बाद राष्ट्रपति द्वारा विशेष सम्मान (अवार्ड्स) जैसे अशोक चक्र और कीर्ति चक्र दिए जाते हैं और बहादुरी पुरस्कार भी दिए जाते हैं जिन बच्चों को राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार दिए जाते हैं, उन्हें परेड में हाथी पे बिठाकर सम्मान दिया जाता है।

#3. भारत देश के ९ से १२ सभी प्रकार की सेनाजल सेना, वायु सेना, थल सेना, परेड में अपने ऑफिसियल बंद के साथ हिस्सा लेते हैं और राष्ट्रपति इन सभी की सलामी लेते हैं परेड में सबसे अलग दिखने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान जो कैमल की सवारी लेकर परेड में हिस्सा लेते है, जो कि पुरे वर्ल्ड में ही ऐसी सुरक्षा बल है इसके साथ राजधानी के बहुत  से स्कूल्स से बहुत से बच्चे भी हिस्सा लेते है, इसके लिए बच्चे काफी समय पहले ही तैयारी करना शुरू कर देते हैं। भारत की अलग अलग राज्यों की संस्कृति और विशेषता को परेड में झाँकियौं के रूप में दिखाया जाता है इस परेड को पूरे भारत में उसी समय सभी टेलीविज़न और रेडियो पर भी दिखाया जाता है। परेड में करीब १२०० स्कूल के बच्चे अपने अपने डांस के साथ मनोरंजन करते हुए राष्ट्रपति को सलामी देते हैं मोटर साइकल्स झंडा लहराते हुए, भारत की वायु सेना के जेट्स, हैलीकॉप्टर्स के साथ इस गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन का समापन होता है।

Teacher visits all groups to support learning.

2. Jigsaw — in new groups students share what their paragraph is about.

3. Word competition — in groups students choose 5 new words and use them in their own sentence. They read the sentence by leaving out the word. Other groups guess the word and earn a point for each.

4. Teacher plays twice a video (1-2 min.) of parade with no sound and students in pairs prepare narration as TV journalists for the next run of the video.

5. Teacher assigns each group a paragraph about गणतंत्र दिवस परेड:

#1.गणतंत्र दिवस परेड मार्ग

भारत के गणतंत्र दिवस की परेड राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित की जाती है। ये राजपथ, इंडिया गेट पर प्रदर्शित की जाती है। ये राष्ट्रपति भवन (भारतीय राष्ट्रपति का निवास स्थान) के पास से रायसीना पहाड़ी से शुरु होती है और इंडिया गेट पर समाप्त होती है। परेड से पहले, प्रधानमंत्री के द्वारा अमर ज्योति जवानों को पुष्प अर्पित करके अमर शहीदों (देश को आजाद कराने के लिये स्वतंत्रता संग्राम के दौरान शहीदों) की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी जाती है साथ ही राष्ट्रीय झंड़े को राष्ट्रपति के द्वारा फहराया जाता है। गणतंत्र दिवस की परेड का मार्ग 5 किलोमीटर से अधिक लम्बा होता है।

#2. गणतंत्र दिवस परेड समय

आमतौर पर, ये 9:00 ध्वजा रोहण के बाद सुबह 9:30 पर 26 जनवरी को हरेक साल प्रदर्शित की जाती है। गणतंत्र दिवस की परेड का कुल समय लगभग 3 घंटे का होता है। वास्तविक कार्यक्रम 26 जनवरी के कुछ दिन पहले, प्रतिभागी रास्ते पर पूर्वाभ्यास करते हैं। शायद, सामान्यतः दो तीन घंटे के स्थान पर परेड का समय केवल 90 मिनट का भी हो सकता है। सरकार के कार्यक्रम के अनुसार, दलों की मार्च (परेड) की संख्या को एक दूसरे में मिलाकर कम किया जा सकता है।

#3. भारत के अन्य शहरों में गणतंत्र दिवस परेड

राष्ट्रीय राजधानी के अलावा, पूरे भारत में ऐसे और भी शहर है जहाँ गणतंत्र दिवस की परेड का आयोजन किया जाता है:

  • मुम्बई में मरीन ड्राइव पर गणतंत्र दिवस की भव्य परेड (2014 में) और 2015 में मुम्बई के शिवाजी पार्क में आयोजित की जाती है।
  • एक परेड और सांस्कृतिक मेले फील्ड मार्शल मानेकशॉ परेड ग्राउंड में 26 जनवरी को बेंगलूर में आयोजित की जाती है।
  • कोलकाता में, ये मैदान के पास लाल रोड पर आयोजित की जाती है।
  • चेन्नई में, इसे आयोजित करने के सबसे आम स्थान कामराज सालाई और मरीन बीच है।

#4. गणतंत्र दिवस की परेड में कैसे भाग लें

बहुत शान्ति और आसानी से गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिये, हरेक को वहाँ के सुरक्षा दलों द्वारा बनाये गये सभी नियमों और कानूनों को मानना चाहिये। आपको अपना मोबाइल फोन, कैमरा, लैपटॉप, डिजिटल डायरी, ट्रांजिस्टर, कारों की रिमोर्ट वाली चाभी या अन्य कोई विद्युत यंत्र कुछ सुरक्षा कारणो से ले जाने की अनुमति नहीं है। आपको अपने सभी विद्युत यंत्रों को घर या वहाँ उपस्थित सुरक्षा जाँच केन्द्र पर रख देने चाहिये। अपने स्वंय के वाहनों पर पार्किंग स्टीकर प्रदर्शित करना आवश्यक है अन्यथा उन्हें उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। परेड शुरु होने के बाद, प्रवेश निषेध कर दिया जाता है और कोई भी कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं कर सकता। पानी की बोतलें, पेय पदार्थ या अन्य खाने योग्य चीजें ले कर जाने की अनुमति नहीं है। कार्यक्रम स्थल पर जाते समय आपके पास टिकट है या नहीं ये सुनिश्चित करना बहुत आवश्यक है।

#5. गणतंत्र दिवस परेड के लिए तैयारी 

गणतंत्र दिवस परेड रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाती है। राष्ट्रीय समारोहों का आयोजन (जैसे गणतंत्र दिवस परेड, बीटिंग रिट्रीट समारोह, गणतंत्र दिवस समारोह का ध्वजा रोहण, शहीद दिवस आदि) रक्षा मंत्रालय की प्राथमिक जिम्मेदारी है। गणतंत्र दिवस परेड के प्रतिभागियों को अंतिम उत्सव की तैयारी के लिए राजपथ पर रिहर्सल करने के लिए इंडिया गेट पर आना पड़ता है। भारतीय सैनिक नई दिल्ली में आगामी गणतंत्र दिवस परेड के लिए सुबह जल्दी अभ्यास शुरू करते हैं।

बैठने की व्यवस्था और अन्य तैयारियाँ कम से कम दो हफ्ते पहले शुरु हो जाती है। 26 जनवरी को सुरक्षा कारणों से इंडिया गेट पर जनता का प्रवेश निषेध कर दिया जाता है और सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा कर दिया जाता है। इस कार्यक्रम पर आतंकी घटनाओं को रोकने के लिये कुछ हफ्ते पहले से ही सभी राष्ट्रीय राजधानियों में पुलिस के माध्यम से कानूनी जाँच शुरु हो जाती है क्योंकि ये कार्यक्रम एक बहुत बड़ी भीड़ को अपनी ओर आकर्षित करता है।

6. Students work individually on the final product. They are instructed to use at least 5 passives and 5 conjunct verbs.

7. Students visit their peers’ stations and listen or read each product. They are instructed to note down at least three interesting pieces of information (facts or activities) which they did not include in their final work. 

8. For homework students read 2 essays from गणतंत्र दिवस पर निबंध and highlight what they already know and understand. They take a fill-in-the-blank test focusing on new vocabulary.

गणतंत्र दिवस की परेड की सलामी कौन लेता है?

परेड में करीब १२०० स्कूल के बच्चे अपने अपने डांस के साथ मनोरंजन करते हुए राष्ट्रपति को सलामी देते हैं मोटर साइकल्स झंडा लहराते हुए, भारत की वायु सेना के जेट्स, हैलीकॉप्टर्स के साथ इस गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन का समापन होता है।

ध्वजारोहण कौन करता है?

जानिए क्या है अंतर इसके साथ-साथ जगह में भी अंतर होता है, बता दें कि स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम लाल किले पर आयोजित किया जाता है और इस दिन प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. वहीं, गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम राजपथ पर होता है जहां राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं.

हम गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं निबंध?

भारत की आजादी के बाद 9 दिसम्बर 1947 को संविधान सभा बनाने की शुरुआत की जिसे 2 वर्ष 11 माह व 18 दिन में बना कर तैयार किया गया। इसी दिन भारतीय कांग्रेस सरकार द्वारा भारत में पूर्ण स्वराज को भी घोषित कर दिया गया था और उस दिन से 26 जनवरी गणंतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध कैसे लिखे?

गणतंत्र दिवस कोई साधरण दिन नही है, यह वह दिन है जब हमारे भारत देश को पूर्ण रूप से स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई क्योंकि भले ही भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया था, लेकिन यह पूर्ण रुप से स्वतंत्र तब हुआ जब 26 जनवरी 1950 के दिन 'भारत सरकार अधिनियम' को हटाकर भारत के नवनिर्मित संविधान को लागू किया गया।

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