पुराने बर्तन का क्या रेट है? - puraane bartan ka kya ret hai?

रांची, जासं। Brass Rate, Jharkhand Samachar पीतल की कीमतों में इस बार ऐतिहासिक तेजी देखने को मिल रही है। पीतल पिछले एक वर्ष के सबसे अधिकतम भाव पर पहुंच गया है। पिछले वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के शुरू होने के बाद से ही पीतल के भाव में तेजी देखने को मिल रही है। व्यापारी बता रहे हैं कि भारत में उद्योग के लिए विदेश से बड़ी मात्रा में पीतल आयात किया जाता है। इसका इस्तेमाल जरूरत के मुताबिक अलग-अलग इंडस्ट्री में किया जाता है। जैसे मूर्ति, बर्तन, ताला, हार्डवेयर, मशीन के पार्ट आदि।

भाव में तेजी के कारण राजधानी रांची के व्यापारी अब पीतल के सामान स्टाॅक में रखने से घबरा रहे हैं। कई मूर्ति निर्माताओं के ऑर्डर कैंसिल हो गए हैं। अपर बाजार में पीतल के बर्तन विक्रेता अनुज अग्रवाल बताते हैं कि उनकी दुकान अपर बाजार में 20 साल पुरानी है। मगर पीतल के दाम में सोने सा उछाल उन्होंने कभी नहीं देखा था। एक साल में पीतल के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं।

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वर्ष 2018 में पीतल का दाम 260 रुपये प्रति किलो था। जो दो वर्ष में 360 रुपये तक पहुंचा। मगर पिछले एक वर्ष में इसकी कीमत दोगुनी हो गई है। अभी पीतल 680 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अगले एक सप्ताह में इसके 700 तक पहुंच जाने की संभावना है। यही कारण है कि पीतल के बर्तन, मूर्ति, ताले व हार्डवेयर की तमाम चीजों के दाम में तेजी आ गई है।

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आयात नहीं होने से प्रभावित हुआ भाव

राज्य में पीतल की सबसे ज्यादा खपत अलग-अलग पार्ट बनाने के लिए जमशेदपुर के आदित्यपुर में होती है। यहां सैकड़ों छोटी-छोटी कंपनियां हैं जो छोटे से बड़े स्तर पर अलग-अलग मशीन का पार्ट बनाती है। इसके अलावा राज्य में पीतल के बर्तन बनाने का काम बड़े स्तर पर कहीं नहीं होता। रांची के बाजार में पीतल का बर्तन कोलकाता, अलीगढ़, मेरठ, बिहार के आरा से आता है। वहीं पीतल की मूर्ति और आर्ट पीस मुंबई से मंगाई जाती है। कोरोना संक्रमण के कारण एक तरफ तो पीतल का आयात प्रभावित हुआ है। वहीं दूसरी तरफ मुंबई सहित अन्य स्थानों पर कोरोना के कारण उद्योग पर असर पड़ा है। मुंबई में फिर से लाॅकडाउन ने एक बार फिर से रेट को ऊपर जाने का बड़ा कारण दिया है।

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नमस्कार साथियों आपको पता है तांबे और जस्ता के मिश्र धातु पीतल होता है और पीतल कई अधौगिक कार्य में उपयोग किया जाता है। जैसे विद्युत गुण और यांत्रिक गुणों में पीतल का इस्तेमाल किया जाता है । इसके अलावा पुराने जमाने में हमारे बुजुर्ग ज्यादातर पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल किया करते थे लेकिन समय के अनुसार हमारी सोच बदल गई और अब बर्तन में अन्य धातु का प्रयोग होने लगा। परंतु आज भी कई जगह पीतल का उपयोग होता है। जैसे मंदिर को घंटी आज भी पीतल होती होती है लेकिन क्या आपको पता Pital kitne rupaye kilo hai तो आज हम इस आर्टिकल में पीतल के भाव के बारे संपूर्ण जानकारी हासिल करने वाले है।

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Pital kitne rupaye kilo hai । Pital का भाव क्या है


वैसे आपको पता है को आज पीतल का मुख्य रूप से इस्तमाल सोने के स्वरूप दिखने वाले वाले धातु बनाए जाते है जो सजावट के काम आती है इसके साथ साथ ताले और दरवाजे की कुंडी भी पीतल की देखने को मिलती है। लेकिन पीतल की अधिकांश मांग विद्युत क्षेत्र में होती है जहां पर कई प्रकार के उपकरण बनाने में पीतल की आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि लंबे समय चलने के लिए अगर कोई उपकरण बनाना हो तो उसमे पीतल का होना जरूरी होता है। इसीलिए पीतल काफी लोकप्रिय धातु में गिनती की जाती है। तो चलिए जानते है pital kya rate hai


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पिछले काफी समय में पीतल की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिल रही। अगर आप मार्केट में बर्तनों की दुकान में अगर पीतल के बर्तन खरीद रहे है तो आपको आजकल जेब ढीली करनी पड़ेगी क्योंकि पीतल वर्तमान में दिन प्रति दिन महंगा होता जा रहा है।


Pital kitne rupaye kilo hai 2022


सजावटी और यांत्रिक उद्देश्य में पीतल के उपयोग होने के कारण आने वाले वर्षो में पीतल की मांग अधिक होने की पूरी संभावना है। अगर pital में इन्वेस्ट करने की सोच रहे है तो अच्छा समय है आपके लिए आज Pital ka rate 498 रुपए से 520 रुपए तक पीतल के भाव मार्केट में देखने को मिल जाते है।

जून के महीने में pital ke bhav 405 रुपए से 425 रुपए तक देखने को मिली थी और वही अगर हम जुलाई 2022 में Pital ka rate का पता करते है तो हमे 420 रुपए से 462 रुपए तक भावो में ऊपर नीचे होते रहते है। तो इस तरह से आज pital ₹ 498 से 520₹ रुपए प्रति किलो भाव है।



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Pital ka rate kya hai


संभवत आने वाले समय में Pital ka rate उच्चतम स्तर पर रहने की पूरी पूरी संभावना दिख रही है। अगर आप वायदा बाजार में Pital के भाव में रुपए इन्वेस्ट करने की सोच रहे है तो जरूर इसमें अपनी किस्मत आजमा सकते है।


निष्कर्ष


उम्मीद करता हु मेरे द्वारा लिखा गया पोस्ट Pital kitne rupaye kilo hai पढ़कर बहुत सारी जानकारी आप को मिल गई होगी। हमने ये पोस्ट अगस्त 2022 में लिखी है तो जाहिर सी बात है ये भाव आने वाले समय में स्टिक नही हो क्योंकि वायदा बाजार घंटे ओर मिनट में अपने बाजार भाव में उथल पुथल करता रहता ह


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पीतल के बर्तन का रेट क्या है?

तो इस तरह से आज pital ₹ 498 से 520₹ रुपए प्रति किलो भाव है।

बर्तन कितने रुपए किलो है?

स्टील के बर्तनों का नया रेट 140 रुपए, पीतल 400 रुपए व तांबा के बर्तन का रेट 600 रुपए किलो चल रहा है। एल्युमीनियम के बर्तनों का रेट 170 रुपए किलो तक उतर आया है।

पुराने बर्तनों का क्या करें?

डिशवॉशर में बर्तन पहले गर्म पानी से धुलते हैं, फिर साबुन/डिटर्जेंट से धुलते हैं। और फिर गर्म पानी से ही अंत में धूल कर साफ होते हैं। डिशवॉशर में बर्तन को सुखाया भी जाता है।

पीतल की पहचान कैसे करें?

पीतल का रंग भी अधिक आकर्षक होता है। कुछ पीतल सफेदी लिए पीले रंग के और कुछ लाली लिए पीले रंग के होते हैं। अन्य धातुओं के रहने से रंग और चीमड़पन बहुत कुछ बदल जाता है। पीतल तन्य होता है और आसानी से पीटा और खरादा जा सकता है।

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