पूरे शरीर में सूजन हो तो क्या करें? - poore shareer mein soojan ho to kya karen?

शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन होना, किसी न किसी समस्या का सूचक हो सकता है। इसलिए शरीर की गतिविधियों पर नजर रखें और सूजन का कारण जानने का प्रयास करें। कई बार सूजन के साथ बुखार या प्यास लगने जैसी चीजें भी होती हैं, इन पर ध्यान देना जरूरी है।

हालांकि सूजन कोई बीमारी नहीं होती लेकिन ये बीमारी की ओर इशारा जरूर करती है। शरीर के अलग-अलग अंगों में सूजन, अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं को दर्शाती है। जैसे चेहरे व हाथ पैरों पर सूजन गुर्दे की बीमारी के कारण हो सकती है। जांघों व हाथों पर सूजन दिल की समस्याओं को दर्शाती है वहीं पेट की सूजन लीवर संबंधी समस्या हो सकती है। आम तौर पर महिलाओं को मासिक धर्म के कारण भी शरीर पर सूजन हो सकती है, जो समय के अनुसार अपने आप कम हो जाती है।

सूजन को कम करने के लिए घरेलू उपचार काफी कारगर साबित होते हैं। जानिए ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय, जो सूजन को कम करने में मदद करेंगे -

1 गर्म या गुनगुने दूध का हल्दी के साथ सेवन करने से जल्द ही सूजन से राहत मिलेगी।

2 गर्म पानी में नमक डालकर इस पानी से सिंकाई करें। सिंकाई करने के लिए कपड़े का प्रयोग करें।

3 जीरा और चीनी को समान मात्रा में लेकर पीस लें और दिन में 3 बार इसका सेवन करें।

4 खजूर का सेवन करना भी सूजन के लिए लाभकारी है।

5 दस ग्राम सौंठ को पुराने गुड़ के साथ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा खाएं। इससे फायदा होगा।


हाथ, पैर और मुंह सहित शरीर के कई हिस्सों में सूजन (Swelling) होना एक आम समस्या है। बहुत से लोग सूजन को सीरियस नहीं लेते और इस समस्या को टालते रहते हैं। आपको बता दें कि यह समस्या किसी गंभीर रोग का सूचक हो सकती है।

सूजन त्वचा, जोड़ों और शरीर के अन्य ऊतकों और अंगों में हो सकती है। जाहिर है फूला हुआ चेहरा, हाथ और पैर अस्वस्थ दिखते हैं और आप काफी असहज महसूस कर सकते हैं। आमतौर पर यह समस्या खुद ठीक हो जाती है लेकिन कई बार आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करने और दवाओं की जरूरत पड़ सकती है।

शरीर में सूजन के कारण और लक्षण
हर व्यक्ति में सूजन के कारण और लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। यही वजह है कि लक्षणों के गंभीर होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। सूजन कभी-कभी चोट से सूजन से जुड़ी होती है। जब शरीर का कोई हिस्सा चोटिल हो जाता है, तो प्रभावित हिस्से के पास स्सोजन हो सकती है। इससे आपको त्वचा में गर्मी, प्रभावित हिस्से का फैलना, दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

कई बार सूजन आंतरिक रूप से भी हो सकती है। माना जाता है कि ऐसा हार्ट, लीवर और किडनी की बीमारियों के कारण हो सकता है। इसमें आपको वजन बढ़ना, थकान, सांस लेने में दिक्क्त, पैरों और निचले छोरों में सूजन जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

सबसे अधिक सूजन पैरों में होती है। पैर या निचले छोर की सूजन के कारणों में गर्भावस्था, लंबे समय तक खड़े रहना, पैर की नसों में छोटे वाल्व कमजोर होना, प्रोटीन की कमी, फेफड़ों की पुरानी बीमारी, खून के थक्के, अधिक वजन, पैरों में संक्रमण और उम्र ज्यादा होना आदि शामिल हैं।

एक दिन में एक चम्मच से ज्यादा चीनी न लें

विशेषज्ञों का कहना है कि अपने ब्लड शुगर को नॉर्मल लेवल पर रखने के लिए आपको चीनी का सेवन करने की आवश्यकता नहीं है। एक्स्ट्रा ग्लूकोज की वजह से आपके चेहरे और आंखों को फूला हुआ बनाता है। आपको रोजाना एक चम्मच से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए और एक्सपर्ट्स भी इस बात को मानते हैं।

पीरियड्स से पहले एक्सरसाइज करना न छोड़ें

प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों में फूला हुआ पेट और सूजे हुए हाथ और पैर आदि शामिल हैं। विशेषज्ञ पीरियड्स से पहले तक एक्सरसाइज नहीं छोड़ने की सलाह देते हैं। बेशक पीरियड्स के दिनों आप बीमार या सुस्त हों लेकिन आपको एक्सरसाइज करना नहीं छोड़ना चाहिए।

कंप्रेशन रैप का इस्तेमाल करें

यदि आप सहज महसूस करते हैं, तो आप रात में अपने हाथों और पैरों पर पट्टी (कंप्रेशन रैप) लपेट सकते हैं। यह आपकी सूजन को कम करने और इसे खराब होने से रोकने में मदद कर सकता है। इसे नीचे से बांधना शुरू करें और ऊपर तक लपेट लें। यदि आपके पेट या पैरों में संक्रमण है तो न लगाएं।

कमरे का तापमान नॉर्मल रखें

गर्मी और उमस की वजह से सूजन का खतरा रहता है। सुनिश्चित करें कि आपके घर का तापमान नॉर्मल हो और आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाए। सूजन तब होती है, जब त्वचा को रक्त की आपूर्ति बढ़ जाती है और इससे आप एक ही समय में डिहाइड्रेशन और स्वेलिंग महसूस कर सकते हैं।

गर्म पानी न पिएं

गर्म पानी ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और पाचन को तेज करता है। यह आपकी रक्त वाहिकाओं को बड़ा करता है और आपके शरीर के सभी हिस्सों में अधिक ऑक्सीजन पहुंचता है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि आपको शरीर में सूजन महसूस हो। लेकिन ज्यादा गर्म पानी न पिएं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका विपरीत प्रभाव हो सकता है और आपके जोड़ों में सूजन आ सकती है।

नींबू पानी पिएं

नींबू में पावरफुल एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को किसी भी डैमेज टिश्यू की मरम्मत करने और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये गठिया जैसी सूजन संबंधी बीमारियों के लिए भी बेहतर हैं। नींबू पानी पीना सूजन से निपटने के लिए एक अत्यधिक प्रभावी तरीका है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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सारे शरीर में सूजन क्यों आती है?

कई बार हार्ट, लीवर और किडनी की बीमारियों के कारण भी शरीर में सूजन आ सकती है. सूजन के कारण आपको थकान और सांस लेने में दिक्कत महसूस कर सकते हैं. जब किडनी सही तरीके से काम नहीं कर पाती है, तो शरीर से टॉक्सिन बाहर नहीं निकल पाते. शरीर में जमा होने लगते हैं जिसके कारण सूजन हो सकती है.

सूजन का रामबाण इलाज क्या है?

सूजन की समस्या को दूर करने वाले फूड्स.
एवोकाडो खाने से सूजन होती है कम ... .
सूखी खुबानी सूजन करे ठीक ... .
साग खाने से सूजन की समस्या हो दूर ... .
सूजन कम करने के लिए खाएं केला ... .
टमाटर भी सूजन की समस्या करे दूर ... .
किशमिश भी है बेहद फायदेमंद.

शरीर में सूजन को कैसे कम करें?

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सूजन के लिए कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

दर्द और सूजन के लिए एसिक्लोफेनाक - Aceclofenac प्रेसेर्वेस - Preservex. एसिक्लोफेनाक एक दवा है जिसे गैर-स्टेरायडल एंटी-इन्फ्लैमटोरी दवा कहा जाता है। इसे 'एनएसएडी' के रूप में भी जाना जाता है। सुबह और शाम को एक-एक टैबलेट लें।

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