ऑपरेशन के बाद महिलाओं को क्या खाना चाहिए? - opareshan ke baad mahilaon ko kya khaana chaahie?

ऑपरेशन के बाद महिलाओं को जल्‍दी ठीक होने के लिए अच्‍छी देखभाल की जरूरत होती है। इस समय संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी होता है। इसकी मदद से आप जल्‍दी रिकवर कर सकती हैं और शिशु के लिए स्‍तनों में भी पर्याप्‍त दूध बन पाता है।

आइए जानते हैं कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्‍या खाना चाहिए और किन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

​डिलीवरी के बाद क्‍यों जरूरी है पोषण

नॉर्मल हो या सी सेक्‍शन डिलीवरी, दोनों ही स्थितियों में जल्‍दी रिकवरी और एनर्जी के लिए पोषण की जरूरत होती है। स्‍तनपान करवाने वाली नई मांओं को रोजाना 450 से 500K कैलोरी की जरूरत होती है। इन्‍हें विटामिन और खनिज पदार्थ भी चाहिए होते हैं।

वहीं जिन महिलाओं को जुड़वां बच्‍चे हुए हैं या जो अंडरवेट हैं, उन्‍हें अधिक मात्रा में पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है। मां और बच्‍चे दोनों के लिए ही पोषण तत्‍वों की आपूर्ति होना आवश्‍यक है।

​सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्‍या खाएं

अगर आपका ऑपरेशन से बच्‍चा हुआ है, तो डिलीवरी के तुरंत बाद इन चीजों को का सेवन करें :

  • डेयरी उत्‍पाद : दूध, पनीर और चीज प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन बी एवं डी का बेहतरीन स्रोत होते हैं। अगर आपको लैक्‍टोज इंटोलरेंस है तो आप दही से ये सब पा सकती हैं।
  • ओटस :डिलीवरी के बाद कब्‍ज की परेशानी होना आम बात है। वहीं ऑपरेशन के बाद कब्‍ज के कारण टांकों को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। ऐसे में फाइबर से भरपूर ओट्स आपको कब्‍ज से बचा सकते हैं। इनमें आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होता है।
  • रागी : इसमें उच्‍च मात्रा में आयरन और कैल्शियम होता है। दक्षिण भारत में ठोस आहार शुरू करने पर बच्‍चों को रागी ही खिलाई जाती है। जिन महिलाओं को लैक्‍टोज इंटोलरेंस है, उन्‍हें रागी से पर्याप्‍त कैल्शियम मिल सकता है। यह भी पढ़ें : बच्‍चों को रागी खिलाने की सही उम्र और फायदे

ये चीजें भी खाएं

सिजेरियन डिलीवरी के बाद रसोई के कुछ मसाले भी रिकवर करने में मदद करते हैं :

  • हल्‍दी : इस जड़ी-बूटी में एंटी इंफलामेट्री गुण होते हैं और इसी वजह से हल्‍दी आयुर्वेदिक और चीनी दवाओं में इस्‍तेमाल की जाती है। हल्‍दी बाहरी और आंतरिक घावों को जल्‍दी भरने में मदद करती है।
  • अजवाइन : अजवाइन का पानी डिलीवरी के बाद महिलाओं को गैस्‍ट्राइटिस, कब्‍ज, पेट दर्द, अपच और पेट में भारीपन से बचाता है। यह गर्भाशय को भी साफ करता है तो डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द को कम करता है।
  • मेथीदाना : यह कैल्शियम, आयरन, मिनरल्‍स और विटामिनों से युक्‍त होता है। इससे जोड़ों में दर्द और कमर दर्द से राहत मिलती है।

​सिजेरियन ऑपरेशन के बाद क्‍या न खाएं

ऑपरेशन के बाद महिलाओं को निम्‍न चीजों को बिल्‍कुल नहीं खाना चाहिए :

  • कार्बोनेटेड ड्रिंक्‍स से गैस और पेट फूलने की दिक्‍कत हो सकती है।
  • कैफीन युक्‍त पेय पदार्थ जैसे कि कॉफी और चाय न लें।
  • गैस और ब्‍लोटिंग है जो पत्ता गोभी, फूलगोभी, ब्रोकली और भिंडी जैसी गैस पैदा करने वाली चीजें न खाएं।
  • ज्‍यादा मसालेदार भोजन भी न करें और ठंडे खाद्य एवं पेय पदार्थों से भी दूर रहें। इनकी वजह से जुकाम हो सकता है।

यह भी पढ़ें : सिजेरियन डिलीवरी के बाद नहीं रुक रही ब्‍लीडिंग तो क्‍या करें

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

सिजेरियन डिलीवरी के बाद डाइट का रखें खास ख्याल-Image/Shutterstock

वैसे तो मां बनने के बाद (After becoming mother) हर तरह से डाइट का ध्यान रखना ज़रूरी है. लेकिन अगर डिलीवरी सिजेरियन हुई हो तो ये जानना ज्यादा जरूरी होता है कि डिलीवरी के बाद (After cesarean delivery) क्या खाना चाहिए और क्या नहीं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 09, 2021, 06:26 IST

    मां बनने से पहले (Before becoming a mother) गर्भवती स्त्री की डाइट का ध्यान रखना (Take care of diet) जितना ज़रूरी होता है, मां बनने के बाद (After becoming mother) भी उतना ही ज़रूरी है. क्योंकि इसका सीधा असर केवल मां पर नहीं बल्कि बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है. मां बनने के बाद वैसे तो डाइट का ध्यान रखना दोनों ही मामलों में ज़रूरी है फिर चाहें डिलीवरी नार्मल हो या सिजेरियन. लेकिन सिजेरियन डिलीवरी में इसकी इम्पोर्टेंस इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि माँ शारीरिक तौर पर कई तरह की दिक्कतों से गुज़र रही होती है और उसको जल्दी रिकवरी की ज़रूरत होती है. इस दौरान इस बात का ख्याल रखना जितना ज़रूरी होता है कि डाइट में किन चीजों को शामिल करना है. तो इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि डाइट में किन चीजों को शामिल नहीं करना है. क्योंकि स्टिच लगने की वजह से उसको कई तरह की परेशानी होने का डर बना रहता है. आइये जानते हैं कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद डाइट में किन चीजों को शामिल करने की ज़रूरत है और किनको अवॉइड करना जरूरी है.

    फाइबर से भरपूर डाइट लें

    आपको अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीजों को शामिल करने की ज़रूरत है. इसके लिए आप राजमा, रेशे वाली सब्जियां, ब्राउन ब्रेड, ओटमील, मटर, मक्का, नाशपाती, सेब, ब्राउन राइस, केले, अनन्नास, संतरा, सिंघाड़ा, मूली-गाजर, आलू और शकरकंद जैसी चीजों का सेवन कर सकती हैं. ये इस दौरान होने वाली गैस और कब्ज़ की दिक्कत से आपको राहत देंगे और पेट साफ रखेंगे, जिससे स्टिच पर ज़ोर नहीं पड़ेगा और घाव जल्दी ठीक होगा.

    ये भी पढ़ें: जानें प्रेग्नेंसी के दौर में किन कामों को करने से बचें गर्भवती महिलाएं


    डाइट में प्रोटीन शामिल करें

    सिजेरियन डिलिवरी के बाद महिलाओं को प्रोटीन से भरपूर चीजें खानी चाहिए. इसके लिए टोंड मिल्क, सोया मिल्क, टोफू, योगर्ट, दलिया, अंडा, व्हाइट बींस, दालें और मीट जैसी चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए. प्रोटीन की मदद से नए टिश्यू सेल्स की ग्रोथ तेज होती है.

    कैल्शियम भी है डाइट में ज़रूरी

    कैल्शियम से भरपूर चीजों को भी डाइट में शामिल करने की ज़रूरत होती है. इसके लिए कीवी, नारियल, आम, अन्नानास, मुनक्का, बादाम, तरबूज, दही, बीन्स, सूखी हुई मटर, टोफू, हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, गेंहू, बाजरा, रागी, चना और सोयाबीन को डाइट में शामिल कर सकते हैं. कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करता है. साथ ही मांसपेशियों को भी आराम देता है.

    विटामिन्स से भरपूर हो डाइट

    जल्दी रिकवरी और बेहतर सेहत पाने के लिए आपको डाइट में विटामिन्स से भरपूर चीजों को भी शामिल करना चाहिए. इसके लिए आप जिन चीजों का सेवन कर सकती हैं उसमें गाजर, शकरकंद, सीताफल, हरी सब्ज़ियां, पालक, अनार, स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, आम, तरबूज़, संतरा और अंगूर जैसे चीजें शामिल हैं. इससे आपकी रिकवरी भी जल्दी होगी और इम्यूनिटी भी स्ट्रांग होगी, जिससे किसी भी तरह के इंफेक्शन का खतरा भी कम होगा.

    ये भी पढ़ें: पहले बच्चे को देने जा रही हैं जन्म, तो प्रेग्नेंसी में इन बातों का रखें ख्याल


    इन चीजों को डाइट में न करें शामिल

    सिजेरियन डिलीवरी के बाद आपको जिन चीजों को डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए उनमें ज्यादा देशी घी, कैफीन युक्त पेय पदार्थ जैसे कॉफी और चाय, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, पत्ता गोभी, फूलगोभी, ब्रोकली, ज्यादा तेज मसालेदार खाना, तला-भुना भोजन, चावल, मिर्च और जंक फ़ूड जैसी चीजें शामिल हैं. उन चीजों को खासकर अवॉयड करना चाहिए जिनको खाने के बाद गैस बनती है. इससे पेट फूलने और स्टिच में दिक्कत होने की संभावना बनी रहती है.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)undefined

    ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

    Tags: Health benefit, Health News, Lifestyle

    FIRST PUBLISHED : May 09, 2021, 06:26 IST

    सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या क्या परहेज करना चाहिए?

    ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन करना महिला और शिशु दोनों के लिए अच्छा नहीं है. चाय और कॉफी गैस और एसिडिटी की समस्या पैदा करती हैं. इसके अलावा बच्चा मां का दूध पीता है, ऐसे में मां के चाय या कॉफी पीने से बच्चे की सेहत भी प्रभावित होती है. सी-सेक्शन प्रसव के बाद अल्कोहल और धूम्रपान से भी परहेज करना चाहिए.

    ऑपरेशन में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?

    ​सिजेरियन ऑपरेशन के बाद क्‍या न खाएं कैफीन युक्‍त पेय पदार्थ जैसे कि कॉफी और चाय न लें। गैस और ब्‍लोटिंग है जो पत्ता गोभी, फूलगोभी, ब्रोकली और भिंडी जैसी गैस पैदा करने वाली चीजें न खाएं। ज्‍यादा मसालेदार भोजन भी न करें और ठंडे खाद्य एवं पेय पदार्थों से भी दूर रहें।

    ऑपरेशन के टांके कितने दिन में ठीक हो जाता है?

    डॉक्टरों के मुताबिक 6 से 7 दिन में टांके ठीक हो जाते हैं

    ऑपरेशन में क्या क्या खा सकते हैं?

    सर्जरी के बाद क्‍या खाएं (What Should Eat After Surgery In Hindi) ऑपरेशन के बाद आपको आसानी से पचने वाली चीजें खानी चाहिए। फिर चाहे वो फल और सब्जियां ही क्‍यों न हो। अपनी डाइट में रोटी, कद्दू, लौकी, परवल, गाजर, खीरा, पालक, मूंग की दाल, अरहर, मल्‍का की दाल, तोरी, मूली और सब्जियों का सूप शामिल करें।

    संबंधित पोस्ट

    Toplist

    नवीनतम लेख

    टैग